Syria Caretaker Government: सीरिया में हुए तख्तापलट के बाद हयात तहरीर अल शाम (HTS) ने मोहम्मद अल बशीर को आंतरिक सरकार का प्रधानमंत्री चुना है। मोहम्मद अल बशीर मार्च 2025 तक सीरिया देश का शासन संभालेंगे। नई सरकार बनाने की जिम्मेदारी अब उनके कंधों पर है। फिलहाल वह पुरानी सरकार के अधिकारियों से मिलकर आंतरिक सरकार के गठन में जुटे हुए हैं।
प्रधानमंत्री (new prime minister of Siriya) का पद संभालने के बाद बशीर ने देश में शांति और स्थिरता लाने की अपील की है। अरबी न्यूज चैनल अल जजीरा को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा, ‘अब वक्त आ गया है कि सीरियाई लोग शांति और स्थिरता का अनुभव करें।’ बशीर इससे पहले सीरिया के इदलिब में विद्रोही प्रशासन की साल्वेशन गवर्नमेंट के प्रमुख रह चुके हैं। इसके अलावा, वे ‘विकास मंत्री’ के पद पर भी कार्य कर चुके हैं।
अमेरिका ने सीरिया की नई सरकार पर क्या कहा ?
अमेरिकी विदेश मंत्री अंटोनी ब्लिंकेन (US foreign Secretary) ने कहा है कि वाशिंगटन उस नई सीरियाई सरकार को मान्यता और पूरा समर्थन देगा, जो एक भरोसेमंद और सबको साथ लेकर चलने वाली प्रक्रिया से चुनी जाएगी और जिसमें अल्पसंख्यकों का भी सम्मान किया जायेगा। हालांकि, अभी तक अमेरिका ने हयात तहरीर अल शाम को आतंकवादी संगठनों की सूची से बाहर नहीं निकाला है। बता दें, हयात तहरीर अल शाम आतंकवादी संगठन अलकायदा की एक विंग है।
कौन है मोहम्मद अल बशीर?
उनके बायोडाटा के मुताबिक बशीर ने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है और 2011 में गृह युद्ध शुरू होने से पहले वह एक गैस प्लांट में काम किया करते थे। इसके बाद अल बशीर को जनवरी में उन्हें साल्वेशन गवर्नमेंट (SG) का प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया था। यह सरकार HTS ने अपने नियंत्रित क्षेत्र का प्रबंधन करने के लिए बनाई थी।
अल-बशीर का जन्म 1983 में सीरिया के इदलिब गवर्नरेट के जबल ज़ाविया इलाके के माशून नाम के गांव में हुआ था। उन्होंने 2007 में अलेप्पो यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की और इसके बाद एक गैस प्लांट में नौकरी शुरू की।
तख्तापलट के पहले मोहम्मद अल-बशीर (सीरिया के नए प्रधानमंत्री) का नाम इदलिब और अलेप्पो जैसे HTS के प्रभाव वाले क्षेत्रों के बाहर ज्यादा नहीं सुना गया था। लेकिन सोमवार को पहली बार बशीर का एक वीडियो सामने आया, जिसमें वह इदलिब के बाहर फॉर्मल कपड़ों में नजर आए। इस वीडियो में वह जुलानी और निवर्तमान प्रधानमंत्री से मुलाकात करते हुए दिखाई दे रहें हैं।
बशीर ने कहा, ‘जैसे क्रांति सभी सीरियाई लोगों की थी, वैसे ही बदलाव की प्रक्रिया भी सबकी ज़िम्मेदारी है। इसका मकसद यह सुनिश्चित करना है कि यह प्रक्रिया सफल हो और देश में लोकतंत्र स्थापित हो और शांतिपूर्ण बदलाव हो सके।’
यह भी पढ़े: