HIMACHAL SNOWFALL

कश्मीर से हिमाचल तक, बर्फबारी ने बढ़ाई सर्दी, जाने कहां का तापमान हुआ -29°C!

कड़ाके की ठण्ड ने अपनी दस्तक दे दी है, पिछले साल की तुलना में इस साल ज्यादा ठण्ड पड़ने का अनुमान है और यह सच साबित होता भी दिखने लगा है। पहाड़ी राज्यों में सीजन की पहली बर्फबारी शुरू हो गई है। कश्मीर से लेकर हिमाचल तक पर्यटक बर्फबारी का आनंद ले रहे हैं। हिमाचल में बर्फबारी के बाद सर्दी में और भी बढ़ोतरी हो गई है। यहां का तापमान काफी गिर चुका है, और मौसम विभाग ने बताया है कि अगले कुछ दिनों में फिर से बर्फबारी हो सकती है।

हिमांचल प्रदेश का लाहौल-स्पीति रहा सबसे ठंडा स्थान

मंगलवार को हिमाचल प्रदेश में अधिकांश जगहों पर न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन से पांच डिग्री कम रहा। कुछ इलाकों में हल्की बर्फबारी भी देखने को मिली। सबसे ठंडा इलाका लाहौल-स्पीति का ताबो रहा, जहां तापमान शून्य से 12.7 डिग्री नीचे चला गया। मौसम विभाग के अनुसार, शिमला के खदराला, कोकसर (लाहौल-स्पीति) और कल्पा में क्रमश: 2.0 सेंटीमीटर, 0.5 सेंटीमीटर और 0.2 सेंटीमीटर बर्फबारी हुई। विभाग ने यह भी बताया कि पिछले 24 घंटे में कुछ इलाकों में हल्की बारिश और बर्फबारी हुई, जबकि अधिकतर जगहों पर मौसम सूखा रहा।

लद्दाक में जीरो से 17 डिग्री कम रहा 

देश के कुछ क्षेत्रों में तो हड्डी गाला देनी वाली ठण्ड पड़ रही है जहां लाहौल-स्पीति का तापमान लगभग -12.7 डिग्री रहा वहीं लेह का तापमान शून्य से 17 डिग्री नीचे रिकॉर्ड किया गया और अधिकतम तापमान भी -8 डिग्री रहा। देश का सबसे ठंडा रिहाइशी इलाका लद्दाक के द्रास का तापमान -29 डिग्री तक रहा। इतनी ठंड आपने यूरोपियन या रूस जैसे देशों में देखी होगी। बता दें, सियाचिन में जहां हमारे सैनिक तैनात रहते है वहां का तापमान -50 डिग्री तक रिकॉर्ड किया जाता है।

कल के मौसम है हाल

मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि लाहौल-स्पीति, चंबा, कुल्लू, किन्नौर जिलों और कांगड़ा के ऊंचे इलाकों में 12 दिसंबर को हल्की बारिश और बर्फबारी हो सकती है, लेकिन इसके अलावा अगले सात दिनों तक मौसम शुष्क रहेगा।

ऊपरी शिमला के कई रूटों पर बस सेवाएं बाधित

12 दिसंबर तक राज्य के मध्य और ऊंचे पहाड़ी क्षेत्रों में कहीं-कहीं जमीनी पाला पड़ने की संभावना है। वहीं, शिमला जिले के चौपाल क्षेत्र में बीती रात को फिर से बर्फबारी हुई। खिड़की, खड़ापत्थर और अन्य ऊंचे पर्वतीय इलाकों में भी बर्फबारी के कारण मंगलवार सुबह बसें नहीं चल पाईं। खड़ापत्थर मार्ग पर भी फिसलन के कारण यातायात प्रभावित हो रहा है। वाहन चालकों को बर्फबारी वाले रास्तों पर यात्रा करते वक्त सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।

 

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