Gaurav vallabh join bjp Delhi : दिल्ली। लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को एक और झटका लगा है। झारखंड में पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के खिलाफ चुनाव लड़ चुके कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने ट्वीट कर कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है और भाजपा ज्वाइन कर ली है। खास बात ये है कि कांग्रेस छोड़ने के पीछे उन्होंने जो वजह बताई है, वह अब सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बनी हुई है।
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रहे गौरव वल्लभ ने भाजपा का दामन थाम लिया है। गुरुवार सुबह कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद उन्होंने दोपहर में ही दिल्ली में भाजपा के जनरल सेकेट्री विनोद तावड़े की मौजूदगी में भाजपा ज्वाइन की।
इससे पहले कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को लिखा पत्र सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर किया है। जिसमें गौरव वल्लभ ने लिखा है कि वे पिछले कुछ दिनों से कांग्रेस पार्टी के स्टैंड से असहज महसूस कर रहे हैं। पार्टी का मौजूदा स्वरुप नए आइडिया वाले युवाओं के साथ खुद को एडजस्ट नहीं कर पा रहा। पार्टी का ग्राउंड लेवल कनेक्ट बिल्कुल टूट चुका है। जो नए भारत की आकांक्षा को बिल्कुल भी नहीं समझ पा रहा है।
सनातन विरोधियों पर चुप्पी मौन स्वीकृति
गौरव वल्लभ ने पत्र में लिखा है कि वे अयोध्या में प्रभु श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा में कांग्रेस पार्टी के स्टैंड से क्षुब्ध हैं। उन्होंने लिखा मैं जन्म से हिंदू और कर्म से शिक्षक हूं। पार्टी व गठबंधन से जुड़े कई लोग सनातन के विरोध में बोलते हैं और पार्टी का उस पर चुप रहना, उसे मौन स्वीकृति देने जैसा है। इन दिनों पार्टी गलत दिशा में आगे बढ़ रही है। एक ओर हम जाति आधारित जनगणना की बात करते हैं। वहीं दूसरी ओर संपूर्ण हिंदू समाज के विरोधी नजर आ रहे हैं। यह कार्यशैली जनता के बीच पार्टी को एक धर्म विशेष के ही हिमायती होने का भ्रामक संदेश दे रही है। यह कांग्रेस के मूलभूत सिद्धांतों के खिलाफ है।
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क्या बिजनेस कर पैसे कमाना गलत है ?
गौरव वल्लभ ने लिखा है कि आर्थिक मामलों पर वर्तमान समय में कांग्रेस का स्टैंड हमेशा देश के वेल्थ क्रिएटर्स को नीचा दिखाने का, उन्हें गाली देने का रहा है। आज हम उन आर्थिक उदारीकरण, निजीकरण, वैश्वीकरण नीतियों के खिलाफ हो गए हैं। जिसको देश में लागू करने का पूरा श्रेय दुनिया ने हमें दिया है। देश में होने वाले हर विनिवेश पर पार्टी का नजरिया हमेशा नकारात्मक रहा, क्या हमारे देश में बिजनेस करके पैसा कमाना गलत है?
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मैं सनातन विरोधी नारे नहीं लगा सकता
गौरव वल्लभ ने आगे लिखा है कि पार्टी आज जिसप्रकार से दिशाहीन होकर आगे बढ़ रही है, उसमे वे खुद को सहज महसूस नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने लिखा- मैं ना तो सनातन विरोधी नारे लगा सकता हूं और ना ही सुबह-शाम देश के वेल्थ क्रिएटर्स को गाली दे सकता हूं। इसलिए मैं कांग्रेस पार्टी के सभी पदों व प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे रहा हूं।
गौरव के सवाल पर फंस गए थे संबित पात्रा
गौरव वल्लभ को कांग्रेस का तेज तर्रार प्रवक्ता माना जाता है, वो विरोधी नेताओं को उन्ही की जुबानी चाल में फंसाने में माहिर हैं और बीजेपी के प्रखर प्रवक्ता संबित पात्रा को भी ऐसी ही चाल में फंसा चुके हैं। एक टीवी चैनल पर हुई डिबेट में भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा पीएम मोदी की तारीफ करते हुए पांच ट्रिलियन वाली अर्थव्यवस्था पर बोल रहे थे। इस पर हाजिर जवाब गौरव वल्लभ ने उनसे पूछा कि आप अभी ये बता सकते हैं कि पांच ट्रिलियन में कितने जीरो होते हैं। संबित पात्रा अचानक आए इस सवाल का जवाब नहीं दे पाए थे।
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2 चुनाव लड़े, राजस्थान से भी कनेक्शन
कांग्रेस प्रवक्ता रहे गौरव वल्लभ एक बार लोकसभा और एक बार विधानसभा का चुनाव भी लड़ चुके हैं। लेकिन दोनों ही चुनावों में उन्हें शिकस्त मिली। कांग्रेस ने गौरव को झारखंड की जमशेदपुर सीट से लोकसभा चुनाव लड़वाया था। यहां पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी प्रत्याशी रघुवर दास से गौरव का मुकाबला हुआ। जिसमें गौरव हार गए। इसके बाद विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने उन्हें राजस्थान के उदयपुर से टिकट दिया था। लेकिन यहां भी भाजपा प्रत्याशी ताराचंद से उन्हें 32 हजार वोटों से करारी हार मिली। गौरव वल्लभ राजस्थान के ही रहने वाले हैं।