वॉशिंगटन डीसी में कंजर्वेटिव पॉलिटिकल एक्शन कॉन्फ्रेंस के दौरान इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी ने वामपंथियों पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जब ट्रंप, मेलोनी, मिल्ले और मोदी अपनी बात रखते हैं, तो वामपंथी विचारधारा के लोग उन्हें लोकतंत्र के लिए खतरा बताने लगते हैं। यह साफ तौर पर दोहरे मापदंड का उदाहरण है।
मेलोनी ने कहा कि हम इस तरह के आरोपों के आदी हो चुके हैं, लेकिन अच्छी बात यह है कि अब लोग इन झूठे दावों पर विश्वास नहीं करते। चाहे हमारे विरोधी हम पर कितनी भी कीचड़ उछाल लें, हमारे देश के लोग हमें ही चुनते हैं।
ट्रंप की जीत से वामपंथी घबराये
इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप की जीत से वामपंथी घबरा गए हैं। उन्होंने उदारवादियों पर पाखंड करने का आरोप लगाते हुए कहा कि ये लोग वैश्विक रूढ़िवादियों को गलत तरीके से लोकतंत्र के लिए खतरा बता रहे हैं। वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान मेलोनी ने ट्रंप और उपराष्ट्रपति जेडी वेंस की तारीफ की, जबकि सत्ताधारी और वामपंथी नेताओं की कड़ी आलोचना की।
VIDEO | “The Left is nervous and with Trump’s victory, their irritation has turned into hysteria, not only because conservatives are winning, but because conservatives are now collaborating globally. When Bill Clinton and Tony Blair created the global leftist liberal network in… pic.twitter.com/uqBmi5bCxp
— Press Trust of India (@PTI_News) February 22, 2025
हम लोगों की सेवा करते हैं उनपर शासन नहीं
इटली की प्रधानमंत्री मेलोनी ने जेडी वेंस का बचाव किया, जिन्हें म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में दिए गए अपने भाषण पर आलोचना झेलनी पड़ी थी। वेंस ने कहा था कि यूरोप के सामने सबसे बड़ा खतरा बाहर से नहीं, बल्कि अंदर से है।
मेलोनी ने इस आलोचना को खारिज करते हुए कहा कि उदारवादी अभिजात्य वर्ग रूढ़िवादी नेताओं को स्वीकारने में असहज महसूस करता है और वे लोकतंत्र पर खुलकर चर्चा करने से कतराते हैं।
उन्होंने कहा कि उपराष्ट्रपति वेंस एक महत्वपूर्ण मुद्दे पर बात कर रहे थे, जो पहचान, लोकतंत्र और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता से जुड़ा हुआ है। मेलोनी की ये टिप्पणी ऐसे समय आई जब इटली में उनके विपक्षी नेता सीपीएसी में उनकी भागीदारी का विरोध कर रहे थे।
कैसे हुआ ये विवाद?
ट्रंप के पूर्व सलाहकार स्टीव बैनन के एक कार्यक्रम में दिए गए भाषण के बाद विवाद खड़ा हो गया। इस दौरान वे नाजी शैली की सलामी देते नजर आए, जिससे विवाद और बढ़ गया।
डेमोक्रेटिक पार्टी की नेता एली श्लेन ने इस कार्यक्रम को “नव-फासीवादी सभा” करार दिया और इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी से दूरी बनाने की अपील की।
हालांकि, मेलोनी ने अपने भाषण में खुद को रूढ़िवादी विचारधारा से जोड़ा और वामपंथी आलोचनाओं को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा,
“हम लोगों की सेवा करने के लिए हैं, उन पर शासन करने के लिए नहीं।”