उत्तर कोरिया का GPS जैमिंग अटैक: दक्षिण कोरिया में दर्जनों विमान और जहाज प्रभावित
उत्तर और दक्षिण कोरिया के बीच तनाव एक बार फिर चरम पर पहुंच गया है। इस बार उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने एक नई चाल चली है, जिसने दक्षिण कोरिया को चिंता में डाल दिया है। उत्तर कोरिया ने GPS जैमिंग अटैक किया है, जिससे दक्षिण कोरिया के कई विमान और जहाज प्रभावित हुए हैं। यह खबर दक्षिण कोरिया की सेना ने दी है।
GPS जैमिंग अटैक क्या है और कैसे हुआ?
GPS जैमिंग अटैक एक ऐसी तकनीक है, जिसमें GPS सिग्नल में हेराफेरी की जाती है। इससे विमान और जहाज अपना रास्ता भटक सकते हैं, जिससे दुर्घटना का खतरा बढ़ जाता है। दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ के अनुसार, शुक्रवार और शनिवार को उत्तर कोरिया ने पश्चिमी सीमावर्ती शहर केसोंग और हेजू के पास GPS सिग्नल में छेड़छाड़ की। इस हमले से दर्जनों नागरिक विमान और कई जहाज प्रभावित हुए।
GPS जैमिंग में एक विशेष उपकरण का इस्तेमाल किया जाता है, जो जमीन से मजबूत सिग्नल भेजता है। यह सिग्नल उपग्रह से आने वाले सिग्नल को बाधित करता है। इससे विमान और जहाज अपनी सही स्थिति नहीं जान पाते और भटक सकते हैं। GPS स्पूफिंग में तो गलत GPS सिग्नल भी भेजे जा सकते हैं, जिससे दुश्मन देश के विमान और ड्रोन दुर्घटनाग्रस्त हो सकते हैं।
दक्षिण कोरिया की प्रतिक्रिया और संभावित खतरे
दक्षिण कोरिया ने इस हमले को गंभीरता से लिया है। उन्होंने उत्तर कोरिया को कड़ी चेतावनी दी है कि वे तुरंत इस तरह की उकसावे वाली हरकतें बंद करें। दक्षिण कोरिया ने कहा है कि अगर इस हमले से कोई दुर्घटना होती है, तो उसके लिए उत्तर कोरिया पूरी तरह से जिम्मेदार होगा।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह हमला दक्षिण कोरिया के इंचियोन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की कमजोरी को उजागर करता है। यह हवाई अड्डा उत्तर कोरिया की सीमा से महज 100 किलोमीटर दूर है और हर साल यहां से 5 करोड़ से ज्यादा यात्री सफर करते हैं। GPS जैमिंग से यात्री विमानों को बड़ा खतरा हो सकता है। इससे विमान दुर्घटनाएं हो सकती हैं और यात्रियों की जान खतरे में पड़ सकती है।
दोनों देशों के बीच बढ़ता तनाव
यह GPS जैमिंग अटैक दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव का एक और उदाहरण है। इससे पहले उत्तर कोरिया कचरे से भरे गुब्बारे दक्षिण कोरिया में छोड़ चुका है। इन गुब्बारों की वजह से दक्षिण कोरिया को 12 बार अपने हवाई अड्डे के रनवे का संचालन रोकना पड़ा था।
इसी महीने उत्तर कोरिया ने अपनी सबसे उन्नत और ताकतवर ICBM मिसाइल का परीक्षण किया था। इसके जवाब में शुक्रवार को दक्षिण कोरिया ने भी अपनी बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया। ये घटनाएं दिखाती हैं कि दोनों देशों के बीच तनाव लगातार बढ़ रहा है।
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