भीमा दुला ओडेदरा गैंगस्टर को हाल ही में गिरफ्तार किया गया है, जहां से ये गैंगेस्टर पकड़ा गया है वहां से करीब 400 किलोमीटर दूर लॉरेंस साबरमती जेल में बंद है। भीमा की गैंगस्टर बनने की कहानी पूरी फिल्मी है। भीमा दुला ओडेदरा ,जैसा इसका नाम है , वैसा ही कद।
गुजरात के पोरबंदर में पुलिस ने एक महत्वपूर्ण कार्रवाई करते हुए इस कुख्यात गैंगस्टर को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी शुक्रवार सुबह एक गुप्त ऑपरेशन के तहत की गई, जिसमें भीमा के तीन साथियों को भी पकड़ा गया। पुलिस ने बोरिचा गांव में भीमा के फार्म हाउस पर छापा मारा, जहां से भारी मात्रा में हथियार, विदेशी शराब और नकदी बरामद की गई है। इस छापे में पुलिस ने लगभग 91 लाख 68 हजार रुपये की नकदी जब्त की।
पोरबंदर पुलिस के अनुसार, भीमा दुला ओडेदरा के खिलाफ अब तक कुल 48 आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिसमें हत्या, मारपीट, खनिज चोरी और जमीन पर कब्जा करने के मामले शामिल हैं। कुछ समय पहले पोरबंदर में एक विवाद के बाद भीमा का नाम सामने आया था, जिसके बाद पुलिस ने उसे पकड़ने की योजना बनाई। पहले भी हत्या के मामले में उसे जमानत मिल चुकी थी, लेकिन वह फिर से आपराधिक गतिविधियों में लिप्त था।
कौन है भीमा दुला ओडेदरा?
भीमा दुला ओडेदरा का जन्म एक साधारण परिवार में हुआ था। वह महात्मा गांधी की जन्मभूमि पोरबंदर में पले-बढ़े हैं। भीमा ने छोटी उम्र से ही आपराधिक गतिविधियों में कदम रखा और धीरे-धीरे पोरबंदर के आपराधिक जगत में एक बड़ा नाम बन गए। उसे पहले “अंडरवर्ल्ड का राजा” कहा जाता था, और उसका आपराधिक इतिहास काफी लंबा है, जिसमें डकैतियों और हत्याओं के मामले शामिल हैं।
पुलिस ने भीमा दुला ओडेदरा को पकड़ने के लिए कई स्तरों पर योजना बनाई थी। उनकी गिरफ्तारी से पोरबंदर और आसपास के इलाकों में आपराधिक गतिविधियों में कमी आने की उम्मीद है। अब पुलिस भीमा और उसके साथियों से गहन पूछताछ कर रही है ताकि इस गिरोह के अन्य सदस्यों और उनकी गतिविधियों का पता लगाया जा सके। इस गिरफ्तारी ने पोरबंदर पुलिस को एक बड़ी सफलता दिलाई है।