H1B Visa Rules: अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप 20 जनवरी को पदभार ग्रहण करेंगे, लेकिन इससे पहले मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडेन ने एक बड़ा फैसला लिया है। उन्होंने H-1B वीजा के नए नियम लागू किए हैं, जिससे भारतीयों को काफी फायदा होगा। यह बदलाव बाइडेन की राष्ट्रपति के तौर पर वीजा नीति में आखिरी सुधार है।
H-1B वीजा पाने वालों में भारतीयों की संख्या सबसे अधिक है। 2023 में 386,000 H-1B वीजा में से 72 प्रतिशत से ज्यादा वीजा भारतीयों को दिए गए थे।
इसके अलावा, एक और अहम बदलाव होने वाला है। अब H-1B वीजा धारक बिना अपने देश लौटे भी वीजा का रिन्यूअल करवा सकेंगे। इस बदलाव से वीजा धारकों को बड़ी राहत मिलेगी।
भारतीयों पर नए नियमों का क्या होगा असर?
• एच-1बी वीजा के नियमों में अब बदलाव किया गया है, जिसके बाद आपको इस वीजा को लेने के लिए किसी खास एजुकेशनल कोर्स की जरूरत नहीं होगी। अब उन डिग्रियों को भी मंजूरी मिल गई है जो सीधे तौर पर नौकरी से जुड़ी हैं।
• नए नियमों के अनुसार, लॉटरी प्रक्रिया को निष्पक्ष बनाया जाएगा और इसे सख्ती से लागू किया जाएगा, ताकि वीजा के लिए आवेदन करने वालों को आसानी हो।
• एफ-1 वीजा पर अमेरिका में पढ़ाई कर रहे छात्रों के लिए एच-1बी वीजा की प्रक्रिया अब सरल बना दी गई है। इसके अलावा, अब वीजा आवेदन के बाद प्रक्रिया को जल्दी किया जाएगा ताकि लोगों को जल्दी वीजा मिल सके।
• नए नियमों के तहत कंपनियां अपनी जरूरत के मुताबिक ज्यादा एक्सपर्ट लोगों को हायर कर सकेंगी। अगर निरीक्षण के दौरान जानकारी की जांच ठीक से नहीं की जाती है, तो एच-1बी पिटीशन को रद्द किया जा सकता है।
• यह नए नियम 17 जनवरी, 2025 से लागू होंगे, और तब से नया अपडेट किया गया फॉर्म I-129 अनिवार्य होगा।
एलन मस्क ने इस वीजा की थी सराहना
डोनाल्ड ट्रंप ने H-1B वीजा पर कई बार आलोचना की है, लेकिन हाल ही में उनके करीबी दोस्त एलन मस्क ने इस वीजा की सराहना की। इसके बाद से ट्रंप का रुख भी इस वीजा को लेकर थोड़ा नरम हुआ है। इसलिए अब यह माना जा रहा है कि ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद इस वीजा में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा, या फिर इसे खत्म भी नहीं किया जाएगा।
क्या है H-1B वीजा?
एच-1बी वीजा उन लोगों को दिया जाता है जो काम के लिए अमेरिका जाते हैं। यह वीजा छह साल तक वैध रहता है। एच-1बी वीजा धारक अपने परिवार, जैसे पत्नी और बच्चों, के साथ अमेरिका में रह सकता है। 21 साल से कम उम्र के अविवाहित बच्चे बिना स्टूडेंट वीजा के स्कूल जा सकते हैं। भारतीय आईटी पेशेवरों को इस वीजा की सबसे ज्यादा जरूरत होती है, क्योंकि अमेरिका में कंपनियों की इस पेशेवरों की मांग बहुत ज्यादा है।