संयुक्त राष्ट्र के प्रमुख एंटोनियो गुटरेस ने चेतावनी दी है कि अगर हैती को जल्द ही अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा सहायता नहीं मिली, तो वहां सक्रिय गिरोह राजधानी पर कब्जा कर सकते हैं। गुटरेस ने अपनी रिपोर्ट में हैती की खराब होती स्थिति पर चिंता जताई है। उनकी यह रिपोर्ट ऐसे समय में आई है जब संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद हैती के हालात पर चर्चा कर रही है। इस चेतावनी के बाद से चिंता का माहौल बन गया है।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव गुटरेस ने चेतावनी दी है कि कई देशों में पुलिस बल गिरोहों की हिंसा को रोकने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उन्हें अतिरिक्त अधिकारियों या मदद की सख्त जरूरत है। अगर इसमें और देरी हुई, तो उन देशों की सुरक्षा संस्थाएं पूरी तरह से कमजोर हो सकती हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में गिरोह पूरे इलाकों पर कब्जा कर सकते हैं और वहां अराजकता फैल सकती है। गुटरेस ने सुरक्षा परिषद से अपील की है कि हमें इस तरह की स्थिति को रोकने के लिए तुरंत कार्रवाई करनी होगी।
कैसे करेंगे हैती की हिंसा पर काबू?
हैती में बहुराष्ट्रीय पुलिस बल में सबसे ज्यादा केन्या के पुलिसकर्मी हैं। हाल ही में, 217 और अधिकारियों ने हैती में कदम रखा, जिससे केन्या के पुलिस बल की संख्या 600 से अधिक हो गई है। हालांकि, केन्या के राष्ट्रपति ने वहां 1,000 अधिकारियों को भेजने की बात कही थी। इसके अलावा, ग्वाटेमाला से 150 और सल्वाडोर के आठ सैनिक भी वहां पहुंचे हैं। बावजूद इसके, कुल संख्या अभी भी उस 2,500 पुलिसकर्मियों से काफी कम है, जो हैती में बढ़ती हिंसा को काबू करने के लिए जरूरी मानी जाती है। 2021 में राष्ट्रपति जोवेनेल मोइसे की हत्या के बाद से, हैती में गिरोहों का प्रभाव बहुत बढ़ गया है।
पिछले वर्ष 5600 से ज्यादा लोगों की हुई थी हत्या
संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, पिछले साल हैती में 5,600 से ज़्यादा लोगों की हत्या की गई। संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार कार्यालय का कहना है कि 2023 के मुकाबले हत्याओं की संख्या में 20 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है। अब, संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुतारेस हैती में अपनी भविष्य की भूमिका पर विचार कर रहे हैं। वहीं, हैती के विदेश मंत्री जीन-विक्टर हार्वेल जीन बैप्टिस्ट ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र के शांति मिशन हैती के लिए बहुत ज़रूरी हैं।