Mob Lynching: हरियाणा के चरखी दादरी जिले में एक गंभीर मॉब लिंचिंग का मामला सामने आया है। पश्चिम बंगाल से मजदूरी करने आए एक व्यक्ति की कथित गोरक्षकों ने गोमांस खाने के शक में पीट-पीटकर हत्या कर दी। यह घटना 27 अगस्त को हुई और पुलिस ने 31 अगस्त को इसकी जानकारी दी। हत्या के आरोप में 2 नाबालिगों समेत 5 गोरक्षक गिरफ्तार किए गए हैं। इस घटना की जांच जारी है और अभी तक यह पुष्टि नहीं हो पाई है कि मृतक ने वास्तव में गोमांस खाया था या नहीं।
चरखी दादरी के बाढड़ा क्षेत्र का मामला
पुलिस के अनुसार, चरखी दादरी के बाढड़ा क्षेत्र के गांव हंसावास खुर्द के पास बनी झुग्गियों में मंगलवार को प्रतिबंधित मांस मिला था। कथित गोरक्षकों को किसी ने यह जानकारी दी कि यह मांस गाय का है और साबिर मलिक नामक व्यक्ति तथा उसके साथियों ने इसे खा लिया है। साबिर मलिक पश्चिम बंगाल का निवासी था और चरखी दादरी में मजदूरी करता था। गोरक्षक दल के सदस्य अभिषेक, रविंदर, कमलजीत, साहिल और मोहित ने साबिर और उसके साथियों को एक दुकान पर बुलाया, जहाँ पर उन्होंने साबिर को पकड़ लिया और गोमांस खाने के संबंध में पूछताछ किए बिना उसे डंडों से बुरी तरह पीटा।
ये भी पढ़ें: Vande Bharat Express : PM मोदी ने 3 वंदे भारत ट्रेन को दिखाई हरी झंडी, जानें इनके रूट और टाइमिंग
पीट-पीटकर कर दी हत्या
साबिर को बहुत बुरी तरह पीटा गया, जिससे उसकी मौत हो गई। घटना के बाद, गोरक्षकों ने झुग्गियों में मिले मांस के साथ साबिर और उसकी बस्ती की 4 महिलाओं समेत कुल 6 लोगों को पुलिस के हवाले किया। बाद में साबिर की मौत हो गई। बाढड़ा पुलिस ने सभी पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, जिनमें दो नाबालिग किशोर भी शामिल हैं।
घटना की वजह से खडा हुआ राजनीतिक विवाद
इस मॉब लिंचिंग की घटना ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के दौरान एक बड़ा राजनीतिक विवाद खड़ा कर दिया है। विपक्षी दलों ने इस मामले को भाजपा सरकार के खिलाफ एक मुद्दा बना दिया है। कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने भाजपा सरकार की कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाए हैं और इसे हिंदू बनाम मुस्लिम का मुद्दा बनाने की कोशिश की जा रही है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी इस मुद्दे को अपने राज्य के नागरिक की हत्या के संदर्भ में उठाने की तैयारी कर सकती हैं। इस प्रकार, यह मामला भाजपा के लिए चुनाव प्रचार के दौरान एक कठिन चुनौती बन सकता है।