मानसून सत्र को लेकर कांग्रेस ने बनाई रणनीति- उठाए जाएंगे जनता से जुड़े जरूरी मुद्दे

नई दिल्ली, 01 जुलाई

Devnath Pandey

आगामी 20 जुलाई से शुरू होने जा रहे संसद
के मानसून सत्र को लेकर शनिवार को कांग्रेस पार्टी की पार्लियामेंट्री स्ट्रेटजी
ग्रुप की बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता सोनिया गांधी ने की। बैठक में कांग्रेस
अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे भी मौजूद रहे। बैठक में संसद के आगामी मानसून सत्र में
कांग्रेस पार्टी की रणनीति और पार्टी द्वारा उठाए जाने वाले मुद्दों को लेकर
विस्तार से चर्चा हुई। बैठक में मणिपुर हिंसा
, ओडिशा रेल दुर्घटना, अडानी घोटाला, बढ़ती
बेरोजगारी व महंगाई
, संघीय ढांचे पर हो रहे हमलों और श्री राहुल गांधी जी की
संसद सदयस्ता रद्द किए जाने
 जैसे मुद्दों पर काफ़ी संख्या चर्चा हुई।

24 अकबर रोड़ स्थित कांग्रेस मुख्याल में हुई अहम बैठक

नई दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में बैठक के बारे
में जानकारी देते हुए कांग्रेस महासचिव एवं संचार
, प्रचार व मीडिया विभाग के
प्रभारी जयराम रमेश ने बताया कि बैठक में आगामी मानसून सत्र में जनता से जुड़े
जरूरी मुद्दों पर कांग्रेस पार्टी की क्या रणनीति होगी और संसद में इन मुद्दों को
कांग्रेस पार्टी किस तरह से उठाएगी
, इस पर विस्तार से चर्चा हुई।जयराम
रमेश ने बताया कि बैठक में सबसे पहले मणिपुर हिंसा को लेकर चर्चा हुई। राहुल गांधी
जी मणिपुर में दो दिन रहे और हिंसा से पीड़ित लोगों का दुःख दर्द जाना। राहुल गांधी
जी सद्भावना
, भाईचारा, अमन- चैन, शांति और भारत
जोड़ो यात्रा का संदेश लेकर मणिपुर गए थे। हमारे स्टैंडिंग कमेटी ऑफ होम अफेयर्स
के सदस्यों ने मांग की थी कि मणिपुर पर चर्चा हो
, लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण है कि
सरकार ने इस मांग को अस्वीकार कर दिया है। हमारी मांग है कि स्टैंडिंग कमेटी में
मणिपुर पर चर्चा हो। कांग्रेस पार्टी संसद में भी मणिपुर हिंसा पर बहस की मांग
उठाएंगी। कांग्रेस पार्टी मांग करती है कि मणिपुर के मुख्यमंत्री का तत्काल
इस्तीफा लिया जाए और हिंसा को लेकर प्रधानमंत्री मोदी अपनी चुप्पी तोड़ें।

बैठक में हुई ओड़िसा के बालासोर
रेल दुर्घटना को लेकर चर्चा

जयराम रमेश ने कहा कि बैठक में ओडिशा में हुई रेल
दुर्घटना का मुद्दा भी उठाया गया। रेल दुर्घटना में
300 लोगों की मौत
हुई। इस दुर्घटना की जांच चल रही है और रिपोर्ट लंबित है। कांग्रेस पार्टी ने इस
दुर्घटना के समय ही मांग की थी कि रेल मंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए। आज आम
लोगों के लिए रेलवे सुरक्षा के नाम पर कुछ नहीं किया जा रहा है। रेल सुरक्षा पर
प्रधानमंत्री को इतना ही ध्यान देना चाहिए
, जितना वे वंदे भारत के उद्घाटन
में दे रहे हैं।

बेरोजगारी और लगातार बढ़ती
महंगाई को लेकर सरकार को घेरने को लेकर रणनीति

जयराम रमेश ने कहा कि बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष और
सदस्यों ने बेरोजगारी एवं लगातार बढ़ती महंगाई के विषय में अपनी बात रखी। बैठक में
टमाटर
, प्याज,
दाल समेत अन्य आवश्यक वस्तुओं के
दामों में बढ़ोतरी को लेकर काफी लंबी चर्चा हुई। सत्र में बढ़ती बेरोजगारी और
महंगाई का मुद्दा कांग्रेस पार्टी की तरफ से उठाया जाएगा। अडानी की शेल कंपनियों
में
20 हजार करोड़ रुपए किसके हैं, इस बारे में
जेपीसी गठित की जाए। कांग्रेस पार्टी ने पिछले सत्र में भी यह मांग की थी और इस
सत्र में भी हमारी यह मांग जारी रहेगी।

पहलवानों के मुद्दे को भी कांग्रेस पार्टी संसद में
उठाएगी।

जयराम रमेश ने कहा कि आज संघीय ढांचे पर जो आक्रमण हो
रहा है
, अलग अलग राज्यों में राज्यपालों की जो भूमिका दिखाई दे
रही है
, यह मुद्दा कांग्रेस पार्टी मानसून सत्र में विपक्ष की
पार्टियों के साथ उठाएगी। महिला पहलवानों के साथ दिल्ली पुलिस द्वारा जो व्यवहार
किया गया
, वह अपमानजनक है। यह समाज पर कलंक है। पहलवानों के
मुद्दे को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। पहलवानों के मुद्दे को भी कांग्रेस
पार्टी संसद में उठाएगी।

 

राहुल गांधी की सदस्यता प्रधानमंत्री मोदी और अडानी को
निशाने पर लेने के बाद गई थी।
 

जयराम रमेश ने कहा कि राहुल गांधी जी की संसद सदस्यता
रद्द होने के मुद्दे पर भी बैठक में चर्चा हुई। कई सांसदों ने याद दिलाया कि राहुल
गांधी जी की संसद की सदस्यता प्रधानमंत्री मोदी और अडानी को निशाने पर लेने के बाद
गई थी।
 

यूसीसी को लेकर कांग्रेस अपने
सावाल पर अडिग
!

जयराम रमेश ने कहा कि यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर लॉ
कमीशन ने
14 जून को जनता और विभिन्न संस्थाओं से विचार मांगे थे। 15 जून को
कांग्रेस ने एक बयान जारी किया था
, कांग्रेस पार्टी उस बयान पर अडिग
है।
 15 जून से आज तक कोई ऐसी नई स्थिति पैदा नहीं हुई है कि
कांग्रेस पार्टी इस बयान को और आगे ले चले।पिछले
16 दिनों में ऐसी कोई नई बात सामने
नहीं आई है
, कोई मसौदा नहीं आया है, कोई विधेयक नहीं आया है, सिर्फ
बयानबाजी चल रही है।
 अगर मसौदा है, अगर विधेयक है, तो हम कुछ और
कह सकते हैं। मगर आज की स्थिति ऐसी है कि
15 जून को जो पार्टी की तरफ से कहा
गया था
, वो आज भी हम दोहरा रहे हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कब
तोड़ेंगे चुप्पी
? कांग्रेंस चाहती है बहस!

जयराम रमेश ने कहा कि कांग्रेस पार्टी सदन को चलाना
चाहती है। मानसून सत्र में कांग्रेस पार्टी आर्थिक
, राजनीतिक, सामाजिक
मुद्दे उठाना चाहती है। जिन मुद्दों पर प्रधानमंत्री मोदी ने चुप्पी नहीं तोड़ी है
, उन पर भी
कांग्रेस पार्टी बहस चाहती है। वह उम्मीद करते हैं कि सरकार कांग्रेस पार्टी और
विपक्षी पार्टियों को अपने मुद्दे उठाने के लिए मौका देगी।विपक्षी दलों की बैठक पर
जयराम रमेश ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष ने उपस्थित सांसदों को पटना में आयोजित हुई
विपक्षी पार्टियों की बैठक के बारे में अवगत कराया है। कांग्रेस अध्यक्ष ने बताया
कि विपक्ष की अगली बैठक बेंगलुरु में होगी
, जिसकी तारीख तय होना अभी बाकी है।