Honey Singh Maniac Song Controversy: कुछ दिन पूर्व ही 22 फरवरी 2025 को भोजपुरी भाषी अपने गौरव के ऐतिहासिक दिन को मना रहे थे। इसी दिन, 1963 में पहली भोजपुरी फिल्म हे गंगा मइया तोहे पियरी चढ़इबो रिलीज हुई थी, जिसने भोजपुरी सिनेमा को एक नई पहचान दी थी।लेकिन इस साल, इस खास दिन पर एक अलग ही बहस छिड़ गई। हुआ यूं कि इस दिन मशहूर रैपर हनी सिंह का एक नया गाना Maniac रिलीज हुआ, जिसमें भोजपुरी का भी तड़का शामिल था। अब इस गाने के बोलों को लेकर विवाद खड़ा होता नज़र आ रहा है, क्योंकि इसमें जबरदस्ती और अश्लीलता की झलक देखी गई है। भोजपुरी के समृद्ध इतिहास और सांस्कृतिक धरोहर के दिन इस तरह के विवादास्पद गाने के आने से लोगों में नाराजगी है और सवाल उठ रहे हैं कि क्या भोजपुरी की पहचान अब सिर्फ फूहड़ता तक ही सीमित रह जाएगी?
गाने में भोजपुरी तड़का
हनी सिंह के इस गाने में भोजपुरी का तड़का लगाया गया है। जिसको की भोजपुरी सिंगर रागिनी विश्वकर्मा द्वारा गाया गया है। बता दें कि रागिनी पिछले कुछ सालों से सोशल मीडिया पर अपनी सिंगिंग से काफ़ी लोकप्रिय हुई हैं। हालांकि, भोजपुरी गीतों में अश्लीलता कोई नई बात नहीं है। भोजपुरी के कई स्टार कलाकार पहले से ही महिलाओं के जिस्म के सौंदर्य और अश्लीलता को गीतों का केंद्र बना रहे हैं।
वहीं हनी सिंह ने इस गाने (Honey Singh Maniac Song Controversy) में भोजपुरी को एक नए तरीके से पेश किया है, लेकिन यह तरीका भोजपुरी के मास कल्चर से अलग नहीं है। उन्होंने भोजपुरी को अपने गाने में शामिल करके इसे एक बड़े प्लेटफॉर्म पर पहुंचाया है, लेकिन इसके लिए उन्होंने भोजपुरी के सबसे विवादास्पद और अश्लील पहलू को चुना है।
सॉन्ग पर विवाद क्यों?
हनी सिंह के Maniac Song में भोजपुरी लीरिक्स को लेकर लोगों ने आपत्ति जताई है। इसमें जिस तरह से स्त्री के प्रति ज़ोर-जबर्दस्ती व अश्लीलता को दर्शाया गया है, वह और भी चिंताजनक है। यह भोजपुरी गीतों की उसी परंपरा को आगे बढ़ा रहा है, जो महिलाओं के बॉडी शेमिंग को एंटरटेनमेंट का साधन बनाती है। वहीं कुछ लोगों का मानना है कि हनी सिंह ने भोजपुरी को एक बड़े प्लेटफॉर्म पर लाकर उसे लोकप्रिय तो बनाया है, लेकिन यह लोकप्रियता भोजपुरी की गरिमा को ठेस पहुंचाती है। भोजपुरी के समृद्ध इतिहास और संस्कृति को नज़रअंदाज़ करके, उसके सबसे विवादास्पद पहलू को उजागर किया गया है।
जानें भोजपुरी का समृद्ध और गौरवपूर्ण इतिहास
भोजपुरी का इतिहास बेहद समृद्ध रहा है। 1948 में आई फिल्म ‘नदिया के पार’ से लेकर ‘मैंने प्यार किया’, ‘हम आपके हैं कौन’ और ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ जैसी फिल्मों में भोजपुरी गीतों ने अपनी छाप छोड़ी है। लता मंगेशकर, आशा भोंसले, मोहम्मद रफी, किशोर कुमार जैसे महान गायकों ने भोजपुरी गीत गाए हैं। पंडित रविशंकर और शैलेंद्र जैसे कलाकारों ने भोजपुरी संगीत को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। इनके अलावा शारदा सिन्हा भी भोजपुरी लोकगीतों के लिए ज़्यादा जानी जाती हैं, उनकी आवाज़ लोकप्रिय हिन्दी सिनेमा में भी गूंजती रही है। लेकिन पिछले कुछ दशकों में भोजपुरी गीतों का स्वरूप काफ़ी बदल गया है। महिलाओं की बॉडी शेमिंग को फ़ोकस में रखकर गाए जाने वाले सॉन्ग्स (Honey Singh Maniac Song Controversy) ने भोजपुरी इंडस्ट्री की पहचान को धूमिल कर दिया है। हनी सिंह का गाना इसी परंपरा को आगे बढ़ाता है।
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