दक्षिण अफ्रीका के गकेबरहा शहर में शनिवार को दुनिया के पहले घोषित समलैंगिक इमाम मुहसिन हेंड्रिक्स की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। यह घटना उस समय हुई जब वह अपनी कार में एक व्यक्ति के साथ यात्रा कर रहे थे। अचानक एक कार उनके सामने रुकी और दो हमलावरों ने अंधाधुंध गोलियां चला दीं। इस हमले में इमाम की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उनके साथी गंभीर रूप से घायल हो गए। वहीं पुलिस मामले की जांच कर रही है, लेकिन हत्या के पीछे के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है।
समलैंगिक अधिकारों के मुखर समर्थक मुहसिन हेंड्रिक्स
मुहसिन हेंड्रिक्स समलैंगिक अधिकारों के मुखर समर्थक थे और इस्लाम में LGBTQ समुदाय की स्वीकार्यता को लेकर प्रयासरत थे। बता दें कि उन्होंने 1996 में खुद को समलैंगिक घोषित किया था और इसके बाद केप टाउन में ‘अल-ग़ुरबाह मस्जिद’ की स्थापना की, जो समलैंगिक मुस्लिमों के लिए एक सुरक्षित स्थान था। हेंड्रिक्स ने इस्लामी शिक्षाओं की एक अलग व्याख्या प्रस्तुत करते हुए समलैंगिक समुदाय के लिए धार्मिक अनुष्ठानों में भाग लेने की अनुमति देने की वकालत की थी। उनकी कोशिश थी कि इस्लामिक समाज में समलैंगिकता को लेकर जागरूकता और स्वीकृति बढ़े, लेकिन यह विचारधारा पारंपरिक धार्मिक मान्यताओं से टकराती रही।
इस्लाम में समलैंगिकता को लेकर क्या है मान्यता?
इस्लाम में समलैंगिकता को हमेशा एक संवेदनशील विषय माना गया है। कुरान में पैगंबर लूत की कहानी का उल्लेख किया गया है, जिसमें उनकी कौम के पुरुष आपस में संबंध बनाते थे और इस पाप के कारण उन्हें सजा दी गई थी। अधिकांश इस्लामी विद्वान इसे हराम मानते हैं। सऊदी मौलवी आसिम बिन लुकमान अल-हकीम का कहना है कि इस्लाम में समलैंगिक संबंधों को जायज नहीं माना गया, हालांकि यह कोई शिरक (अक्षम्य पाप) नहीं है। मुफ़्ती इस्माइल इब्न मूसा मेनक के अनुसार, यह उतना ही बड़ा गुनाह है जितना शराब पीना या बिना शादी के संबंध बनाना। इस्लाम में समलैंगिकता को गुनाह-ए-कबीरा माना गया है और इसके लिए सख्त सजा का प्रावधान किया गया है।
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पहले भी मिली थी हत्या की धमकी
पुलिस इस हत्या की गहराई से जांच कर रही है, लेकिन LGBTQ समुदाय और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं का मानना है कि यह एक घृणा अपराध हो सकता है। समलैंगिकता को लेकर धार्मिक और सामाजिक स्तर पर असहमति के चलते इमाम हेंड्रिक्स को पहले भी कई धमकियां मिल चुकी थीं। कई धार्मिक कट्टरपंथी उनके विचारों और गतिविधियों के विरोध में थे, जिससे यह संदेह गहराता है कि यह हत्या किसी कट्टरपंथी समूह की साजिश हो सकती है। हालांकि, पुलिस अन्य संभावनाओं को भी खंगाल रही है, जिसमें आपसी रंजिश और व्यक्तिगत दुश्मनी जैसे एंगल शामिल हैं।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर LGBTQ समुदाय में आक्रोश
इमाम की हत्या की इस घटना के बाद LGBTQ समुदाय में जबरदस्त आक्रोश देखने को मिल रहा है। मानवाधिकार संगठनों और LGBTQ कार्यकर्ताओं ने इसे एक घृणा अपराध करार दिया है और दक्षिण अफ्रीकी सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग की है। बता दें कि इंटरनेशनल LGBTQ काउंसिल ने भी इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि हेंड्रिक्स जैसे लोगों की हत्या से दुनिया में डर का माहौल बनता है और यह समलैंगिक अधिकारों की लड़ाई को कमजोर करने का प्रयास है। इस्लामिक समाज में समलैंगिकता को लेकर चल रही बहस अब और तेज हो सकती है।
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