MQ-9B Drone: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन दिवसीय अमेरिका दोरे पर हैं। पीएम मोदी यहां क्वाड शिखर सम्मेलन में शामिल होने पहूंचे हैं। इस दौरान अमेरिकी राष्ट्रीपति राष्ट्रपति जो बाइडन ने अपने आवास पर कई द्विपक्षीय मुद्दे पर पीएम मोदी से बातचीत की, जिनमें सबसे प्रमुख MQ-9B प्रीडेटर ड्रोन सौदा शामिल है। आइए जानते हैं क्या है MQ-9B प्रीडेटर ड्रोन सौदा और क्या है इस ड्रोन की खासियत।
MQ-9B प्रीडेटर ड्रोन सौदा
प्रधानमंत्री मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने दोनों देशों के बीच रक्षा साझेदारी पर चर्चा की। जिसमें ड्रोन की खरीद और संयुक्त सैन्य अभ्यास शामिल थे। अमेरिकी राष्ट्रपति ने भारत द्वारा 31 जनरल एटॉमिक्स MQ-9B (16 स्काई गार्जियन और 15 सी गार्जियन) ड्रोन की खरीद का स्वागत किया। ये ड्रोन भारत की सशस्त्र सेनाओं की खुफिया, निगरानी और टोही (ISR) क्षमताओं को बढ़ाएगा।
बता दें कि अमेरिका ने फरवरी में भारतीय सेना को 31 MQ-9B ड्रोन की बिक्री को मंजूरी दी थी, जिसकी अनुमानित लागत 3.99 अरब डॉलर है। 31 ड्रोन में से भारतीय नौसेना को 15 सी गार्जियन ड्रोन मिलेंगे, जबकि भारतीय वायु सेना और सेना को आठ-आठ स्काई गार्जियन ड्रोन दिए जाएंगे।
MQ-9B प्रीडेटर में क्या है खास
MQ-9B प्रीडेटर ड्रोन की खास बात ये है कि ये बीना आवाज किए चुपचाप उड़ान भरने की क्षमता रखता है। इसका स्टेल्थ फीचर इसे दूसरे ड्रोन से अलग बनाता है। यह ड्रोन जमीन से लगभग 250 मीटर की दूरी पर उड़ान भर सकता है। इसकी खासियत है कि जब ये उड़ान भरेगा, तो सामने वाले को इस बात का आभास भी नहीं होता कि ये वहां ( जब तक कि इसे देखा न जाए) मौजूद है।
यह ड्रोन एक वाणिज्यिक विमान से भी ऊंचाई पर उड़ सकता है। लगभग 50,000 फीट की ऊंचाई पर और इसकी अधिकतम गति 442 किमी/घंटा है। ड्रोन की एक और महत्वपूर्ण विशेषता है कि ये लंबे मिशन पर किसी भी मौसम में तैनात होने की क्षमता रखता है। एयर-टू-एयर मिसाइलों के अलावा इसे एयर-टू-ग्राउंड मिसाइलों से भी लैस किया जा सकता है।
कितान भार ले जा सकता है
MQ-9B ड्रोन लगभग 1,700 किलोग्राम का पेलोड ले जा सकता है। जिसमें चार मिसाइलें और लगभग 450 किलोग्राम के बम शामिल हैं। यह बिना ईंधन भरे 2,000 मील की यात्रा कर सकता है।
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