प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 10 से 12 फरवरी 2025 तक फ्रांस के दौरे पर थे। यह उनकी छठी फ्रांस यात्रा थी, जहां वे फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के निमंत्रण पर गए थे।
10 और 11 फरवरी को भारत और फ्रांस ने मिलकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक्शन समिट की सह-अध्यक्षता की। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति मैक्रों ने कई अहम वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर बातचीत की।
दोनों देशों ने रक्षा क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने की दिशा में भी चर्चा की। खासतौर पर मिसाइल, हेलीकॉप्टर इंजन और जेट इंजन को लेकर बातचीत हुई। भारत और फ्रांस के संयुक्त बयान में पिनाका मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर (MBRL) का भी जिक्र किया गया।
पिनाका वही रॉकेट लॉन्चर है, जिसे भारतीय सेना ने 1999 की कारगिल जंग में पाकिस्तान के खिलाफ इस्तेमाल किया था। प्रधानमंत्री मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि अगर फ्रांस इस वेपन सिस्टम को भारत से खरीदता है, तो यह दोनों देशों के रक्षा संबंधों में एक नया अध्याय जोड़ेगा।
क्या है भारत का पिनाका?
पिनाका एमबीआरएल (Multiple Rocket Launcher) भारत में बना एक आधुनिक रॉकेट लॉन्चर सिस्टम है, जो एक साथ कई रॉकेट दाग सकता है। इसे रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने डिज़ाइन और डेवलप किया है, और इसके निर्माण में भारत की प्राइवेट कंपनियों को भी शामिल किया गया है।
इसका निर्माण DRDO, टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड (TASL) और एलएंडटी के सहयोग से किया गया है। यह एक पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप का बेहतरीन उदाहरण है, जहां सरकारी और निजी क्षेत्र मिलकर देश की रक्षा क्षमता को मजबूत बना रहे हैं।
जेएनयू के राष्ट्रीय सुरक्षा अध्ययन केंद्र में प्रोफेसर लक्ष्मण कुमार बताते हैं कि पिनाका पूरी तरह से भारत में विकसित किया गया है और यह एक सफल वेपन सिस्टम साबित हुआ है। इसीलिए भारतीय सेना इसे कई सालों से इस्तेमाल कर रही है।
पिनाका के कई वर्ज़न विकसित किए जा चुके हैं। शुरुआत में पिनाका मार्क-1 बनाया गया था, जिसकी रेंज करीब 40 किलोमीटर थी। बाद में इसमें सुधार किए गए और इसके अपग्रेडेड वर्ज़न आए, जिनकी रेंज 45 से 90 किलोमीटर तक बढ़ाई गई है। भविष्य में इसकी मारक क्षमता और भी बढ़ाने की योजना है।
44 सेकंड में कर देता है सब स्वाहा
पिनाका मल्टीबैरल रॉकेट लॉन्चर (एमबीआरएल) किसी भी मौसम में काम करने में सक्षम है। इसका मुख्य उद्देश्य महत्वपूर्ण और संवेदनशील इलाकों में तेजी से हमला करना है। यह सिस्टम बेहद कम समय में सही निशाने पर हमला करने की क्षमता रखता है, जिससे यह समय-संवेदनशील लक्ष्यों पर बड़े पैमाने पर फायर कर सकता है।
इसे फायर कंट्रोल कंप्यूटर (FCC) या लॉन्चर कंप्यूटर (LC) से जोड़ा जा सकता है, या फिर इसे मैन्युअली भी ऑपरेट किया जा सकता है। पिनाका लॉन्चर एक बार में 12 रॉकेट दाग सकता है और यह पूरा प्रोसेस सिर्फ 44 सेकेंड में पूरा हो जाता है।
अर्मेनिया के बाद अब फ्रांस को भारत देगा पिनाका?
भारत अब पिनाका मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर का निर्यात करने की स्थिति में है। अब तक भारत ने आर्मीनिया को इसकी आपूर्ति की है, और अब फ्रांस भी इसमें दिलचस्पी दिखा रहा है।
खबरों के मुताबिक, भारत और फ्रांस के बीच पिनाका रॉकेट लॉन्चर सिस्टम को लेकर बातचीत चल रही है। पिछले साल फरवरी में जब फ्रांसीसी सेना के प्रमुख जनरल पियरे शिल भारत आए थे, तब उनके सामने पिनाका की फायरिंग का प्रदर्शन किया गया था। उन्होंने भारतीय रक्षा उद्योग के प्रतिनिधियों से भी मुलाकात की थी।
रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, फ्रांस पहले से ही इस सिस्टम को खरीदने के लिए भारत से बातचीत कर रहा है। एक अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि करीब तीन महीने पहले एक फ्रांसीसी प्रतिनिधिमंडल भारत आया था, जहां उन्हें 90 किलोमीटर रेंज वाले पिनाका रॉकेट सिस्टम का प्रदर्शन दिखाया गया। यह प्रदर्शन उन्हें काफी संतोषजनक लगा।
रक्षा विशेषज्ञ लक्ष्मण कुमार के अनुसार, यह पहली बार है जब भारत किसी पश्चिमी देश को पिनाका रॉकेट लॉन्चर बेचने की कोशिश कर रहा है। खास बात यह है कि फ्रांस, जो खुद एक बड़ा रक्षा उत्पादक है, इस भारतीय हथियार में रुचि दिखा रहा है। यह भारत के रक्षा उद्योग और निर्यात के लिए एक बड़ी उपलब्धि हो सकती है।
फ़्रांस और भारत की पिनाका डील
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हालिया फ्रांस दौरे के दौरान, उन्होंने फ्रांसीसी सेना को भारतीय पिनाका मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर (एमबीआरएल) को करीब से देखने और समझने का मौका देने की पेशकश की।
भारत और फ्रांस के संयुक्त बयान में इस बात का जिक्र किया गया है, जिससे संकेत मिलता है कि दोनों देशों के बीच इस रक्षा प्रणाली को लेकर बातचीत आगे बढ़ सकती है।
रक्षा विशेषज्ञ लक्ष्मण कुमार का मानना है कि अगर फ्रांस पिनाका रॉकेट लॉन्चर खरीदता है, तो भारत के रक्षा निर्यात को और मजबूती मिलेगी। इससे भारत के रक्षा क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई संभावनाएं खुल सकती हैं।