Loco Pilots Protest: एक इंसान लगातार 8-10 घंटे ही कार्य कर सकता है। उसके बाद कुछ घंटे आराम बेहद जरुरी होता है। यहां तक भारत में कानूनन के तहत भी ड्यूटी टाइम आठ-नौ घंटे ही निर्धारित किया गया है। ऐसे में इसके बाद ड्यूटी करना किसी भी कर्मचारी के लिए काफी मुश्किल कार्य हो जाता है। ऐसा ही कुछ रेलवे के लोको पायलटों के साथ हो रहा है। लोको पायलटों का कहना है कि वे 11 घंटे से 16 घंटे तक लगातार ड्यूटी करते हैं। अब वो सरकार से इसका अनोखे तरीके से विरोध जताते हुए समाधान चाहते हैं।
देश भर के लोको पायलटों ने रखा उपवास
गुरूवार यानी आज से देश भर के लोको पायलटों ने उपवास रखा हैं। लोको पायलटों का यह उपवास आज सुबह आठ बजे से 36 घंटे तक का रहेगा है। इस दौरान लोको पायलट्स की ड्यूटी पड़ेगी वे काम करेंगे, लेकिन भोजन नहीं करेंगे। वे भूखे पेट काम करेंगे और सरकार के समक्ष अपना विरोध जताएंगे। ऐसे में देखना होगा कि सरकार इन लोको पायलटों की मांग को किस तरह समाधान करती हैं।
जिनकी ड्यूटी नहीं होगी वो धरना देंगे
बता दें ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन ने उपवास का एलान किया है। लोको पायलटों का यह उपवास गुरुवार सुबह से शुरू होकर शुक्रवार रात 8 बजे तक चलेगा। एसोसिएशन के अध्यक्ष ने एक एक न्यूज़ चैनल से बातचीत में इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जो भी ड्यूटी पर होंगे वो भी भूखे पेट काम करते रहेंगे। जिनकी ड्यूटी नहीं होगी वो भी DRM ऑफिस के सामने धरना देंगे।
रेल दुर्घटनाएं बढ़ने का भी एक कारण
पिछले कुछ सालों में रेल हादसों की संख्या में काफी इजाफा हुआ हैं। इसके पीछे भी लोको पायलटों इसको एक कारण मान रहे हैं। उनके मुताबिक लोको पायलट को काम के दौरान बहुत दबाव महसूस करना पड़ रहा है। कभी-कभी तो 13 से 16 घंटे तक काम करना पड़ जाता है। इस कारण से रेल दुर्घटनाएं सबसे अधिक होते हैं।
यह भी जानें: Mahakumbh Gangajal: महाकुंभ से ला रहे हैं गंगाजल तो इन बातों का विशेष ध्यान, वरना पड़ेगा पाप