इंडियाज गॉट लेटेंट विवाद: रणवीर इलाहाबादिया से अपूर्वा मखीजा तक, समय रैना और कंपनी के खिलाफ अब तक क्या हुआ एक्शन?

इंडियाज गॉट लेटेंट शो में रणवीर इलाहाबादिया की अभद्र टिप्पणी के बाद से विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस मामले में देश के कई राज्यों में FIR दर्ज हुई हैं, राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने समन जारी किया है, और महाराष्ट्र साइबर सेल ने भी कार्रवाई शुरू कर दी है। आइए जानते हैं कि इस विवाद में अब तक क्या-क्या हुआ है और आगे क्या हो सकता है।

क्या है पूरा मामला?

पिछले हफ्ते स्टैंडअप कॉमेडियन समय रैना के शो ‘इंडियाज गॉट लेटेंट’ में यूट्यूबर रणवीर इलाहाबादिया का एक आपत्तिजनक बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। रणवीर ने पैरेंट्स को लेकर जो टिप्पणी की, उससे लोग हैरान और नाराज हो गए। इसके बाद मामले ने तूल पकड़ा और देशभर में लोगों ने पुलिस में शिकायतें दर्ज कराईं।

राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने क्या किया?

राष्ट्रीय महिला आयोग ने इस मामले में गंभीरता दिखाते हुए रणवीर इलाहाबादिया, समय रैना, अपूर्वा मखीजा, जसप्रीत सिंह, आशीष चंचलानी, तुषार पुजारी, सौरभ बोथरा और बलराज घई समेत कई यूट्यूबर्स को समन जारी किया। आयोग ने इन सभी को 17 फरवरी को पेश होने का आदेश दिया था, लेकिन कई लोग सुरक्षा और अन्य कारणों का हवाला देकर पेश नहीं हुए।

रणवीर इलाहाबादिया ने धमकियों का हवाला देते हुए तीन सप्ताह की राहत मांगी। उनकी सुनवाई अब 6 मार्च को होगी।
अपूर्वा मखीजा ने सुरक्षा कारणों से वर्चुअली पेश होने की गुहार लगाई। उनकी सुनवाई भी 6 मार्च को होगी।
आशीष चंचलानी के वकील ने बीमारी का हवाला देते हुए उनकी ओर से पेश होने का अनुरोध किया। उनकी सुनवाई भी 6 मार्च को होगी।
समय रैना, जो अभी अमेरिका में हैं, ने कहा कि वे लौटने पर पेश होंगे। उनकी सुनवाई 11 मार्च को होगी।
जसप्रीत सिंह और बलराज घई भी विदेश में हैं। उनकी सुनवाई 11 मार्च को होगी।

महाराष्ट्र साइबर सेल और पुलिस की कार्रवाई

महाराष्ट्र साइबर सेल ने इस मामले में FIR दर्ज की है और समय रैना को 18 फरवरी को व्यक्तिगत रूप से पेश होने का निर्देश दिया है। हालांकि, समय रैना ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बयान देने का अनुरोध किया था, जिसे साइबर सेल ने खारिज कर दिया।

मुंबई पुलिस ने रणवीर इलाहाबादिया को ट्रैक करने की कोशिश की, लेकिन उनका फोन बंद रहने के कारण वे असफल रहे। पुलिस ने समय रैना को जांच के लिए 10 मार्च तक पेश होने का समय दिया है।

महाराष्ट्र सरकार का बड़ा कदम

महाराष्ट्र सरकार ने इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं। सांस्कृतिक विभाग के अधिकारियों को जांच का जिम्मा सौंपा गया है। मंत्री आशीष शेलार की अध्यक्षता वाले सांस्कृतिक विभाग ने रणवीर इलाहाबादिया विवाद की जांच शुरू कर दी है।

असम में भी FIR दर्ज

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने 11 फरवरी को घोषणा की कि रणवीर इलाहाबादिया, समय रैना, आशीष चंचलानी, जसप्रीत सिंह, अपूर्वा मखीजा और अन्य के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। असम पुलिस का साइबर डिवीजन मुंबई में है और टीम पहले ही इलाहाबादिया और चंचलानी को नोटिस दे चुकी है।

संसदीय पैनल ने क्या कहा?

इस विवाद के बीच एक संसदीय पैनल ने सूचना और प्रसारण मंत्रालय से इंटरनेट पर विवादास्पद सामग्री को रोकने के लिए मौजूदा कानूनों में संशोधन करने का अनुरोध किया है। पैनल ने 17 फरवरी तक एक नोट पेश करने के लिए कहा है।

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