सऊदी अरब के रियाद में फिलिस्तीन और गाजा को लेकर बीते सोमवार को एक अरब इस्लामिक समिट हुआ है। इसमें कई इस्लामिक देशों के टॉप लीडर शामिल हुए थे। जानकारी के मुताबिक इस बैठक का मकसद इंटरनेशनली दबाव कैसे डालकर गाजा में जंग को बंद कराने का था। बता दें कि इस सम्मेलन में भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ भी पहुंचे थे। लेकिन अब पाकिस्तानी एक्सपर्ट कह रहे हैं कि शहबाज शरीफ को एक दम पीछे खड़ा किया गया था।
पाकिस्तान की कोई इज्जत नहीं?
जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने अपने संबोधन में गाजा के लिए बढ़-चढ़कर आवाज उठाई थी। हालांकि इसके बावजूद इस्लामिक देशों ने पाकिस्तान को उसकी हैसियत बता दी है। दरअसल इस इस्लामिक देशों के सम्मेलन की एक फोटो सामने आई है, जिसमें सारे मुस्लिम मुल्कों के लीडर्स खड़े हुए हैं। इसमें दिख रहा है कि शहबाज शरीफ एक दम पीछे खड़े हैं, इसमें उनका बस सिर ही नजर आ रहा है।
पाकिस्तान एक्सपर्ट ने कहा हमारी कोई इज्जत नहीं
बता दें कि पाकिस्तान एक्सपर्ट कमर चीमा ने कहा कि मुस्लिम देशों ने ये करके बता दिया है कि पाकिस्तान की उनकी नजरों में क्या वैल्यू है। उन्होंने कहा कि दूसरे एशियाई देशों के लीडर्स पहली लाइन में खड़े हैं, क्योंकि अरब वर्ल्ड उन्हें पाकिस्तान से ज्यादा ताकतवर मानता है। वहीं अरब देशों को लगता है कि पाकिस्तान को तो वह कभी भी पैसे देकर बुला लेंगे, क्योंकि उसको तो हमेशा जरूरत होती ही है।
पाकिस्तान को पैसा देकर कोई भी बुला सकता
इतना ही नहीं पाकिस्तानी एक्सपर्ट कमर चीमा ने कहा कि पाकिस्तानी यानी हम इतनी बड़ी न्यूक्लियर आर्म कंपनी हैं और अरब वर्ल्ड को अक्सर हमारी जरूरत पड़ती रहती है, लेकिन उन्होंने तो पीछे खड़ा कर दिया है। कमर चीमा ने कहा कि मुस्लिम देशों ने सोचा कि पाकिस्तान का क्या है, उसको हम जब मर्जी पैसे देकर बुला सकते हैं। 4, 5, 10 अरब डॉलर की जरूरत उसको पड़ती रहती है। पाकिस्तान एक्सपर्ट ने कहा कि ये सोचने वाली बात है कि क्यों हमारे प्रधानमंत्री को पीछ लाइन में खड़ा किया गया है।
इस्लामिक समिट में पाकिस्तान पीछे
कमर चीमा ने कहा कि अरब इस्लामिक समिट है, इसलिए अरब देशों को आगे खड़ा किया होगा। लेकिन देखेंगे तो मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू फर्स्ट लाइन में हैं, तुर्किए के राष्ट्रपति उनके साथ खड़े हैं और सेंट्रल एशिया के लीडर भी खड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि तरजीह ताकतवर को दी जाती है. अरब या नॉन अरब को नहीं दी जाती है। दुनिया पाकिस्तान को ताकतवर नहीं समझता है। उन्होंने कहा कि दुबई में भी एक मीटिंग हुई थी और शहबाज शरीफ का आखिरी में खड़ा कर दिया गया था। ये सब चीजें बताती हैं कि आपकी वैल्यू कितनी है और इस बार भी यही बताया गया है।
पीएम मोदी होते तो सबसे आगे होते
कमर चीमा ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सम्मेलन में बुलाया जाता तो मोहम्मद बिन सलमान उन्हें साथ खड़ा करते। क्योंकि मोहम्मद बिन सलमान को भी पता है कि नरेंद्र मोदी की मार्केट वैल्यू क्या है। इंडिया की 4 ट्रिलियन डॉलर की जीडीपी है। उसकी मार्केट वैल्यू ये है कि उसका 600-700 अरब डॉलर फॉरेन एक्सचेंज में पड़ा है। जब मर्जी वो अपनी ट्रेड करें। लेकिन पाकिस्तान बस हर वक्त मजहबी नारे लगाता रहता है।