Bathinda Train Derailment Plot

बठिंडा में रेलवे ट्रैक पर सरिया, ट्रेन पलटाने की थी साजिश! कौन है मास्टरमाइंड?

देश के विभिन्न हिस्सों में रेलवे ट्रैक से छेड़छाड़ करने या उस पर सामान रखकर ट्रेनों को पलटाने की साजिशें लगातार बढ़ती जा रही हैं। हाल ही में कई मामले सामने आए हैं, जहां ट्रैक पर गैस सिलेंडर, सरिया, और पत्थर जैसे सामान पाए गए हैं। ये घटनाएं न केवल यात्रियों की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बनी हुई हैं, बल्कि रेलवे प्रबंधन के लिए भी चुनौती पेश कर रही हैं।

मिली जानकारी के मुताबिक, पंजाब के बठिंडा में दिल्ली-बठिंडा रेलवे ट्रैक पर लोहे के 9 सरिये मिले हैं। यह घटना तड़के करीब 3 बजे हुई, जब एक मालगाड़ी ट्रैक से गुजर रही थी। सरियों की वजह से ट्रेन को सिग्नल नहीं मिला, जिसके बाद जांच में यह सरिये बरामद हुए। अब पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या ये सरिये जानबूझकर रखे गए थे या इसके पीछे कोई और वजह है। मामले की जांच जारी है।

इन घटनाओं ने रेलवे सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब सवाल ये उठ रहा है कि क्या ये सब साजिशें किसी बड़े मंसूबे का हिस्सा हैं? रेलवे और पुलिस जांच में जुट गई हैं ताकि पता लगाया जा सके कि इन गतिविधियों के पीछे कौन है और इससे कैसे निपटा जाए।

पहले भी हुए थे ऐसे मामले

इससे पहले, उत्तर प्रदेश के कानपुर में भी इसी तरह की एक घटना सामने आई थी। प्रेमपुर रेलवे स्टेशन पर 5 किलो का गैस सिलेंडर ट्रैक पर रखा हुआ मिला था। जब एक ट्रेन गुजर रही थी, तब ड्राइवर ने चतुराई दिखाई और इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोक दिया। यह घटना सुबह 5:50 बजे की थी। रेलवे की टीम ने मौके पर पहुंचकर सिलेंडर को ट्रैक से हटाया और इसकी जांच की।

कालिंदी एक्सप्रेस को पलटाने की कोशिश

इस घटना के पहले, 8 सितंबर को कानपुर में कालिंदी एक्सप्रेस को भी पलटाने की साजिश की गई थी। उस समय ट्रेन के सामने एक भरा हुआ LPG सिलेंडर रखा गया था, जो ट्रेन के इंजन से टकरा गया। इस टक्कर के बाद जोरदार आवाज आई, लेकिन किसी प्रकार का बड़ा हादसा टल गया। उस मामले में पेट्रोल से भरी बोतलें और माचिस के साथ बारूद भी बरामद हुआ था। जांच में एनआईए, यूपी एटीएस, पुलिस और जीआरपी शामिल हैं।

मास्टरमाइंड की तलाश

अब सवाल उठ रहा है कि इन घटनाओं के पीछे का मास्टरमाइंड कौन है। क्या ये सभी घटनाएँ एक ही साजिश का हिस्सा हैं? पुलिस और जांच एजेंसियों ने अपनी कार्रवाई तेज कर दी है। बठिंडा में हुई हालिया घटना की गंभीरता को देखते हुए सुरक्षा को और मजबूत करने के निर्देश दिए गए हैं। रेलवे ट्रैक पर इस प्रकार की घटनाएँ यात्रियों की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बनी हुई हैं।

रेलवे सुरक्षा पर गंभीर चिंताएँ

रेलवे सुरक्षा बल ने इन घटनाओं को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की है। सिग्नल प्रणाली और ट्रैक की नियमित जांच पर जोर दिया जा रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि इस तरह की घटनाएँ लगातार होती रहीं, तो यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बढ़ सकता है। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या इन घटनाओं का कोई आपराधिक मकसद है।

इस प्रकार की घटनाएँ न केवल रेलवे की छवि को नुकसान पहुंचा रही हैं, बल्कि यात्रियों के लिए भी एक बड़ा जोखिम बन गई हैं। सरकार और रेलवे प्राधिकरण को चाहिए कि वे इस गंभीर समस्या का समाधान करें और भविष्य में ऐसे हादसों से बचने के लिए ठोस कदम उठाएं। रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने की आवश्यकता है ताकि यात्रियों को सुरक्षित यात्रा का अनुभव मिल सके।