गाजा में युद्ध विराम का पहला चरण खत्म हो गया है। शनिवार को हमास ने घोषणा की कि स्थायी समझौते को लेकर चल रही बातचीत नाकाम हो गई है। इसके बाद एक बार फिर गाजा में युद्ध भड़कने की आशंका बढ़ गई है।
इसी बीच, अमेरिका ने एक बार फिर इजराइल के लिए अपना समर्थन दिखाया है। दिलचस्प बात यह है कि ट्रंप सरकार अन्य देशों को दी जाने वाली अमेरिकी मदद कम कर रही है, लेकिन इजराइल को लगातार आर्थिक और सैन्य सहायता मिल रही है।
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने शनिवार को एक घोषणापत्र पर हस्ताक्षर किए, जिससे इजराइल को लगभग 4 बिलियन डॉलर (करीब 33 हजार करोड़ रुपये) की सैन्य सहायता जल्द ही भेजी जाएगी। इसके बाद अटकलें तेज हो गई हैं कि इजराइल जल्द ही गाजा में फिर से हमले शुरू कर सकता है।
बाइडेन के द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों को हटाया
अमेरिकी सीनेटर मार्को रुबियो ने बताया कि पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन के कार्यकाल में लगाए गए कुछ प्रतिबंध अब हटा दिए गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि गाजा में हमास के साथ जारी संघर्ष के बीच अमेरिका ने इजराइल को सैन्य सहायता तेजी से भेजने के लिए आपातकालीन प्राधिकरण का इस्तेमाल किया है।
रुबियो ने जोर देकर कहा कि ट्रंप प्रशासन इजराइल की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और इसके लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगा, जिनमें सुरक्षा खतरों से निपटने के उपाय भी शामिल हैं।
इजराइल पर मेहरबान ट्रंप
20 जनवरी को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पद संभालते ही इजराइल को करीब 12 बिलियन डॉलर की सैन्य मदद देने की मंजूरी दे दी। इससे इजराइल की युद्ध क्षमता और मजबूत हो गई है। अब देखना होगा कि 15 महीने तक चली जंग फिर से भड़कती है या शांति के लिए नई बातचीत शुरू होगी।