Israel-Hamas war: इजरायल और हमास के बीच चल रहा युद्ध थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसी बीच इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू मंगलवार को खुद गाजा पहुंच गए और वहां से एक महत्वपूर्ण संदेश दिया। उन्होंने कहा कि इजरायल हमास को पूरी तरह से खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है और गाजा में उसका शासन समाप्त कर देगा। साथ ही, उन्होंने कहा कि जो भी इजरायली बंधकों की रिहाई के लिए सहायता करेगा उसको वह हर बंधक की रिहाई पर 5 मिलियन डॉलर (तकरीबन 42 करोड़ रूपए) देंगे और उसके परिवार को युद्ध ग्रस्त इलाके से निकलने में मदद करेंगे।
नेतन्याहू ने सेना के काम की सराहना की
नेतन्याहू ने गाजा में इजरायली सैनिकों से मुलाकात की और उनके प्रयासों की सराहना की। प्रधानमंत्री ने कहा, “मैं यहां रक्षा मंत्री, सेना प्रमुख, हमारे बहादुर कमांडरों और सैनिकों के साथ गाजा में हूं। पूरे क्षेत्र में आपने हमारे लक्ष्य प्राप्ति के लिए शानदार उपलब्धियां हासिल की हैं।” उन्होंने जोर देकर कहा कि इजरायल का लक्ष्य हमास को पूरी तरह से नष्ट कर देना है।
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास को कड़े शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा, “जो भी हमारे बंधकों को नुकसान पहुंचाने की हिम्मत करेगा, उसका खून बहेगा। हम तुम्हारा पीछा करेंगे और तुम्हें पकड़ लेंगे।” उन्होंने यह भी कहा कि इजरायल ने हमास की सैन्य क्षमताओं को नष्ट कर दिया है।
बंधकों की रिहाई के लिए बड़ा प्रस्ताव
नेतन्याहू ने गाजा से बंधकों की रिहाई के लिए एक बड़ा प्रस्ताव रखा। उन्होंने कहा, “जो भी हमें एक बंधक लाएगा, उसे और उसके परिवार को सुरक्षित बाहर निकलने का रास्ता मिलेगा। हम हर बंधक के लिए 5 मिलियन डॉलर का इनाम देंगे।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इजरायल सभी बंधकों को वापस लाने के लिए प्रतिबद्ध है, उन्होंने कहा कि “ चुन लें फैसला आपका है, लेकिन नतीजा वही रहेगा। हम उन सभी की वापस लेकर जायेंगे।
इस बीच, गाजा में स्थिति अभी भी बेहद गंभीर बनी हुई है। उत्तरी गाजा के कमाल अदवान अस्पताल के निदेशक ने बताया कि वहां बेहद ख़राब स्थिति है। इजरायली सेना की कार्रवाई के बीच कुपोषण से जूझ रहे बच्चे और बुजुर्ग मरीज इलाज के लिए अस्पताल पहुंच रहे हैं।
इजराइल पर दबाव
7 अक्टूबर, 2023 को हमास के हमले के बाद से चल रहे इस संघर्ष में अब तक लगभग 44,000 फिलीस्तीनी मारे जा चुके हैं। करीब 20 लाख लोग विस्थापित हुए हैं और गाजा का बड़ा हिस्सा तबाह हो गया है। इजरायल पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ रहा है। संयुक्त राष्ट्र की एक विशेष जांच समिति ने इजरायल पर नरसंहार के आरोप लगाए हैं और कहा है कि इजराइल फिलीस्तीनी नागरिकों के खिलाफ भुखमरी को युद्ध के हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रहा है।
G20 देशों के नेताओं ने रियो डी जनेरियो में हुई बैठक में भी गाजा में तत्काल युद्धविराम की मांग की है। उन्होंने वहां की “भयावह मानवीय स्थिति” पर गहरी चिंता व्यक्त की है। लेबनान में भी तनाव बढ़ रहा है। G20 नेताओं ने दक्षिणी लेबनान और उत्तरी इजरायल के नागरिकों को सुरक्षित घर लौटने की अनुमति देने की अपील की है।