इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी की सरकार मुश्किलों में घिरती नजर आ रही है। उन पर एक अंतरराष्ट्रीय अपराधी को रिहा करने और सरकारी हवाई जेट के गलत इस्तेमाल का आरोप लगा है। इस मामले में सरकार के खिलाफ जांच शुरू हो चुकी है। अगर जांच में गड़बड़ियां साबित होती हैं, तो मेलोनी की सत्ता पर इसका असर पड़ सकता है।
क्या है पूरा मामला?
जनवरी 2025 में इटली की पुलिस ने लीबिया के कुख्यात अपराधी ओसामा अल-मसरी नजीम को गिरफ्तार किया था। नजीम पर सामूहिक हत्या, रेप और जेल से फरार होने जैसे गंभीर आरोप थे। इंटरनेशनल कोर्ट ने भी उसके खिलाफ वारंट जारी किया था। लेकिन कुछ ही दिनों में उसे रिहा कर दिया गया।
अब इटली की सरकार पर आरोप है कि उसने बिना कानूनी प्रक्रिया का पालन किए ही एक खतरनाक अपराधी को छोड़ दिया। इस फैसले को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं, और जांच में अगर सरकार दोषी पाई गई, तो प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी की कुर्सी भी खतरे में पड़ सकती है।
मेलोनी की सरकार पर क्या लगे आरोप?
रिपोर्ट के अनुसार, न्याय मंत्री कार्लो नॉर्डियो और आंतरिक मंत्री मैटेओ पियांटेडोसी ने दखल देकर आरोपी नजीम को महज 48 घंटे के अंदर इटली से बाहर भिजवा दिया। इस मामले में दोनों पर सरकारी जेट के गलत इस्तेमाल का भी आरोप लगाया जा रहा है। कहा जा रहा है कि इन नेताओं ने खास दिलचस्पी लेते हुए नजीम को जल्द से जल्द देश से निकालने का फैसला किया।
अब इस मामले की जांच जहां स्थानीय न्यायाधीश कर रहे हैं, वहीं इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट (ICC) ने भी इस पर कड़ा रुख अपनाया है। आईसीसी ने सवाल उठाया है कि आरोपी को हेग भेजने के बजाय सीधे इटली से बाहर क्यों निकाला गया?
इटली छोड़ने के लिए दी भारी रिश्वत
लीबिया में तख्तापलट के दौरान नजीम पर कई गंभीर आरोप लगे। कहा जाता है कि उसने न सिर्फ लोगों की हत्या की, बल्कि महिलाओं और बच्चियों के साथ भी दरिंदगी की। इसी वजह से लीबिया की नई सरकार ने उसे जेल भेज दिया, लेकिन वह वहां से फरार हो गया।
नजीम ने पैसे की ताकत से पहले इटली में शरण ली और फिर वहां से भी भाग निकला। आरोप है कि उसने इटली छोड़ने के लिए सरकारी अधिकारियों को भारी रिश्वत दी। इस मामले को लेकर इटली में सियासत गर्म हो गई है। विपक्षी दलों का कहना है कि प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी जानबूझकर अपने मंत्रियों की जांच करवा रही हैं, ताकि असली मुद्दे से ध्यान हटे।
ग्रीन यूरोप पार्टी के सांसद एंजेलो बोनेली ने इस घटना को शर्मनाक बताया और कहा कि मेलोनी को इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए। इस विवाद के बाद इटली और लीबिया के व्यापारिक रिश्तों में भी तनाव बढ़ गया है। 2023 में दोनों देशों के बीच 6944 करोड़ रुपये के गैस समझौते हुए थे, जो अब संकट में पड़ सकते हैं।
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