Jammu and Kashmir: Congress will not join the government, will support from outside

जम्मू-कश्मीर: कांग्रेस सरकार में शामिल नहीं होगी, बाहर से समर्थन देगी

jammu and kashmir : आज जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद चुनी हुई सरकार बनने जा रही है। राज्य से अनुच्छेद-370 हटाए जाने के बाद, नेशनल कॉन्फ्रेंस के उमर अब्दुल्ला मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे। इस बीच, कांग्रेस ने स्पष्ट कर दिया है कि वह सरकार में शामिल नहीं होगी, बल्कि बाहर से ही समर्थन देगी। कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने मिलकर चुनाव लड़ा था, लेकिन चुनाव परिणाम आने के बाद दोनों पार्टियों के बीच तालमेल की कमी दिख रही है।

कांग्रेस के सूत्रों के अनुसार, नेशनल कॉन्फ्रेंस को बाहर से समर्थन देने पर विचार चल रहा है। शपथ ग्रहण समारोह से पहले कभी भी इस पर अंतिम फैसला लिया जा सकता है। कांग्रेस के नेताओं को राहुल गांधी से चर्चा का समय नहीं मिल पाया, और आज उनकी बैठक राहुल गांधी के साथ होगी। इस बीच, यह भी तय है कि कोई भी कांग्रेस विधायक मंत्री पद की शपथ नहीं लेगा।

नेशनल कॉन्फ्रेंस की सीटें और कांग्रेस का प्रदर्शन

जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 42 सीटों पर जीत हासिल की है, जबकि कांग्रेस को केवल 6 सीटें मिली हैं। अब्दुल्ला परिवार को उम्मीद थी कि कांग्रेस का प्रदर्शन बेहतर रहेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। नतीजतन, एनसी ने चुनाव परिणाम के बाद कांग्रेस को ज्यादा तवज्जो नहीं दी है, जो कि पार्टी के लिए चिंता का विषय है।

पार्टी सीटें
नेशनल कॉन्फ्रेंस 42
भारतीय जनता पार्टी 30
कांग्रेस 6
PDP 8
अन्य 4

शपथ ग्रहण समारोह की तैयारी

उमर अब्दुल्ला का शपथ ग्रहण समारोह शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में होगा, जहां उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा उन्हें शपथ दिलाएंगे। समारोह की तैयारी पूरी हो चुकी है, और कुछ वीवीआईपी मेहमान पहले से पहुंच चुके हैं। उमर अब्दुल्ला के शपथ ग्रहण को इंडिया गठबंधन के शक्ति प्रदर्शन के रूप में देखा जा रहा था, लेकिन यदि कांग्रेस किनारे करती है तो यह शक्ति प्रदर्शन केवल नाम का रह जाएगा।

50 से ज्यादा वीवीआईपी मेहमानों को न्योता

शपथ ग्रहण समारोह में 50 से ज्यादा वीवीआईपी मेहमानों को न्योता दिया गया है। इसमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, प्रियंका गांधी सहित कई प्रमुख नेता शामिल होने वाले हैं। इसके अलावा, शिवसेना UBT के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे, NCP की सुप्रिया सुले, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, और आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव भी इस समारोह का हिस्सा बनेंगे। आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल, DMK सांसद कनिमोझी, डी राजा और प्रकाश करात भी इस महत्वपूर्ण मौके पर मौजूद रहेंगे।