जम्मू-कश्मीर में मुठभेड़ के दौरान 2 सैनिक शहीद, दूसरे ऑपरेशन में एक आतंकवादी ढेर

Kishtwar Encounter: जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव से पहले घाटी में आतंकवादियों की सक्रियता ज्यादा देखने को मिल रही है। यहां अलग-अलग मुठभेड़ों में दो सेना के जवान और एक आतंकवादी मारे गए। किश्तवाड़ जिले में शुक्रवार को आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में एक जूनियर कमीशंड अधिकारी समेत दो सैनिक मारे गए। वहीं दो सुरक्षाबल के जवान घायल हो गए।

दो जूनियर कमीशंड ऑफिसर शहीद

बारामूला में एक अन्य मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने एक आतंकवादी को मार गिराया। चक टपर क्षेत्र में 2-3 आतंकवादी एक इमारत में फंसे हुए हैं।अधिकारियों के अनुसार, किश्तवाड़ में मुठभेड़ तब शुरू हुई जब सेना और पुलिस की संयुक्त टीम ने एक गुप्त सूचना के आधार पर नैदघाम क्षेत्र में घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया।

सुरक्षा बलों को देखते ही पिंगनाल दुगड्डा जंगल में छिपे आतंकवादियों के एक समूह ने अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। जिससे मुठभेड़ शुरू हो गई। मुठभेड़ में सेना के चार जवान घायल हो गए। उनमें से एक जूनियर कमीशंड ऑफिसर नायब सूबेदार विपिन कुमार और सिपाही अरविंद सिंह ने बाद में दम तोड़ दिया।

घायल सैनिकों को हवाई मार्ग से अस्पताल ले जाया गया

भारतीय सेना ने कहा कि सुरक्षा बलों ने इलाके की घेराबंदी कर ली है और अभियान जारी है। अधिकारियों के अनुसार, घायल सैनिकों को प्राथमिक उपचार के बाद एक स्थानीय अस्पताल से सेना के अस्पताल में हवाई मार्ग से ले जाया गया।

विधानसभा चुनावों से पहले बढ़ी छिटपुट घटनाएं

केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में आगामी विधानसभा चुनावों से पहले हिंसा की छिटपुट घटनाएं सामने आ रही हैं। बुधवार को केंद्र शासित प्रदेश के कठुआ-उधमपुर सीमा के पास बसंतगढ़ में मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए। इससे पहले दिन में उधमपुर जिले में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हुई थी।

क्षेत्र में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने पर अर्धसैनिक बल और पुलिसकर्मी बसंतगढ़ पहुंचे और इलाके की घेराबंदी की। यह मुठभेड़ उस घटना के कुछ घंटे बाद हुई, जब पाकिस्तान रेंजर्स ने जम्मू के अखनूर सेक्टर में नियंत्रण रेखा (LoC) पर बिना उकसावे के गोलीबारी की। जिसमें सीमा सुरक्षा बल (BSF) का एक जवान घायल हो गया।

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