Janmashtami in Bangladesh: जन्माष्टमी की धूम भारत समेत दुनियाभर के देशों में देखने को मिल रही है। बांग्लादेश में हिंदू समुदाय भी सोमवार को कृष्ण जन्माष्टमी मना रहे हैं। हालांकि इस बार की जन्माष्टमी बंगलादेश में रहने वाले हिंदू समुदाय के लिए पहले के मुकाबले थोड़ी अलग होगी। बांग्लादेश में हिंसा और बदली हुई परिस्थितियों के बीच जन्माष्टमी की तैयारी फीकी नजर आ रही हैं। बता दें कि जन्माष्टमी पर हर साल ढाका में विशाल जुलूस निकाला जाता है।
भगवान श्री कृष्ण से जुड़े कार्यक्रम प्रसारित किए गए
ढाका टिब्यून के अनुसार, बांग्लादेश टेलीविजन, अन्य निजी टीवी चैनलों और रेडियो स्टेशनों ने कृष्ण जन्मोत्सव के अवसर पर भगवान श्री कृष्ण के घटनापूर्ण जीवन के विभिन्न पहलुओं को उजागर करते हुए विशेष कार्यक्रम प्रसारित किए। साथ ही राष्ट्रीय दैनिक समाचार पत्रों ने विशेष लेख प्रकाशित किए।
मोहम्मद युनूस ने क्या कहा…
जन्माष्टमी से एक दिन पहले बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने देश को संबोधित किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि बांग्लादेश के नागरिकों के साथ धर्म या राजनीति के लिए अलग सोच रखने वालों के साथ भेदभाव नहीं किया जाएगा।
जन्माष्टमी पर राष्ट्रीय अवकाश घोषित!
द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक बांग्लादेश में श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया गया। वहीं इसके ठीक एक दिन पहले यूनुस ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि हमारी सरकार अलग धर्म का पालन करने वाले या अलग राजनीतिक सोच रखने वाले किसी के साथ भेदभाव नहीं करेगी और ना होने देगी। हमे चाहते हैं कि देश के सभी नागरिक एक परिवार के तौर पर एक साथ रहें।
यूनुस ने कहा कि धार्मिक अल्पसंख्यक, जनजातियां और देश में हाशिए पर रहने वाले लोग नए बांग्लादेश में समान नागरिक हैं और उनके अधिकार भी एक समान होंगे। मोहम्मद यूनुस के देश के नाम संबोधन में अल्पसंख्यों की सुरक्षा और एक समान अधिकार की बात कही है। ऐसे में माना जा रहा है कि हर साल की तरह इस साल भी बांग्लादेश में जन्माष्टमी का त्योहार मनाया जा सकता है।
क्यों जताई जा रही है बांग्लादेशी हिंदुओं को लेककर चिंता?
बता दें कि 5 अगस्त को बांग्लादेश में तख्तापटल के बाद वहां कई दिनों तक भयानक हिंसा का दौर चला। हिंसक भीड़ ने वहां रहने वाले हिंदुओं समेत अल्पसंख्यको को निशाना बनाना शुरु कर दिया। इस दौरान लुटपाट और मंदिरों को तोड़फोड़ा जा रहा था। हिंदुओं के साथ बर्बरता पूर्ण व्यवहार किया जा रहा था। हिंदुओं के साथ हो रहे हिंसक घटनाओं पर भारत ने भी चिंता जताई थी और उनकी सुरक्षा के लिए सवाल उठाए थे।
वहीं जब मोहम्मद यूनूस को बांग्लादेश की अंतरिम सरकार का प्रमुख बनाया गया था तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एस्स पर बधाई देते हुए हिंदुओं की सुरक्षा सुनिष्चित करने की बात कही थी।
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