Jhunjhunu Lok Sabha Chunav 2024: ।जयपुर। लोकसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियां अपनी-अपनी तैयारियों में लगी है। हाल ही में चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव की तारीखों का एलान भी कर दिया। राजस्थान में लोकसभा चुनाव दो चरण में होगा। लोकसभा चुनाव के लिए मतदान 19 और 26 अप्रैल को होना है। इसको लेकर प्रदेश (Jhunjhunu Lok Sabha Chunav 2024) की कई सीटों पर कांग्रेस और भाजपा ने अपने उम्मीदवारों का एलान भी कर दिया। हम लगातार आपको राजस्थान की सभी सीटों के बारे में जानकारी उपलब्ध करवा रहे हैं। इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे राजस्थान की झुंझुनूं लोकसभा सीट से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां….
झुंझुनूं में कांग्रेस ने बृजेन्द्र ओला पर खेला दांव:
बता दें राजस्थान में शेखावाटी क्षेत्र में हमेशा से ही कांग्रेस का दबदबा रहा हैं। कुछ समय पहले हुए विधानसभा चुनाव में शेखावाटी की ज्यादातर सीटों पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी। इसको देखते हुए कांग्रेस ने झुंझुनूं लोकसभा सीट के लिए अपने सबसे मजबूत नेताओं में शुमार बृजेन्द्र ओला पर खेला दांव खेला हैं। झुंझुनूं लोकसभा सीट पर हमेशा से ही ओला परिवार का दबदबा रहा हैं। बृजेन्द्र ओला के पिता शीशराम ओला इस सीट से पांच बार सांसद चुने गए थे। अब उनके बेटे को इस सीट से कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार बनाया हैं।
बृजेन्द्र ओला का राजनीतिक करियर:
बृजेन्द्र ओला लगातार चार बार झुंझुनूं विधानसभा सीट से विधायक चुने गए हैं। उनको गहलोत सरकार में मंत्री पद का जिम्मा भी सौंपा गया था। अब कांग्रेस ने उन्हें झुंझुनूं लोकसभा सीट के लिए अपना प्रत्याशी बनाया हैं। राजस्थान की राजनीति में ओला परिवार का काफी दबदबा रहा हैं। बृजेन्द्र ओला के पिता शीशराम ओला दिग्गज कांग्रेस नेताओं में शुमार थे। उन्हें गांधी परिवार का सबसे ख़ास माना जाता था। अब अपने पिता की विरासत को बृजेन्द्र ओला आगे बढ़ा रहे हैं। वर्तमान में वो झुंझुनूं विधानसभा से चुनकर विधानसभा पहुंचे हैं।
बीजेपी ने लगातार दो बार की जीत दर्ज:
झुंझुनूं में कांग्रेस का वर्चस्व देखने को मिलता रहा हैं। लेकिन पिछले दो लोकसभा चुनाव से यहां भाजपा ने जीत दर्ज की। अब भाजपा की हैट्रिक को तोड़ने के लिए कांग्रेस ने अपने सबसे मजबूत नेता को मैदान में उतारा हैं। जबकि दूसरी तरफ भाजपा इस सीट से अभी तक अपना उम्मीदवार तय नहीं कर पाई है। भीजेपी की तरफ से कई नाम सामने आ रहे है। लेकिन पार्टी किस पर मुहर लगाती है ये देखने वाली बात होगी।
सांसद खीचड़ हार गए विधानसभा का चुनाव:
झुंझुनूं की सीट से वर्तमान में भाजपा के नरेंद्र खीचड़ सांसद है। नरेंद्र खीचड़ को इस बार पार्टी ने विधानसभा चुनाव में मंडावा की सीट से प्रत्याशी बनाया था। लेकिन उन्हें इस चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। ऐसे में अब पार्टी इस सीट से नरेंद्र खीचड़ की जगह किसी अन्य प्रत्याशी को मैदान में उतार सकती है। बीजेपी की संभावित प्रत्याशी की बात करें तो इस लिस्ट में जिला प्रमुख हर्षिणी कुल्हरी, प्यारेलाल ढूकिया और शुभकरण चौधरी जैसे नाम शामिल है।
जाट-मुस्लिम वोटर निर्णायक:
बता दें झुंझुनूं लोकसभा सीट से कांग्रेस ने दिग्गज जाट नेता ओला को अपना उम्मीदवार बनाया है। इस सीट के समीकरण की बात करें तो यहां जाट मतदाता सबसे अधिक है। जबकि सैनी और मुस्लिम वोटर भी निर्णायक भूमिका निभाते है। ऐसे में कयास लगाए जा रहे है कि भाजपा भी जाट उम्मीदवार पर दांव खेल सकती है। लेकिन बृजेन्द्र ओला के सामने प्रत्याशी चुनना पार्टी के लिए मुसीबत का काम है।
विधानसभा में कांग्रेस ने मारी बाजी:
हाल ही में हुए राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 में झुंझुनूं लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली 8 में से 6 सीटों पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी। कांग्रेस को मंडावा ,उदयपुरवाटी ,सूरजगढ़, पिलानी और फतेहपुर में जीत मिली, जबकि नवलगढ़ और खेतड़ी में उसे हार का सामना करना पड़ा है। राजनीति के जानकार की मानें तो इस सीट पर इस बार मुकाबला बेहद रोचक रहने वाला है।
19 अप्रैल को होगा मतदान:
चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव की तारीखों का एलान कर दिया है। राजस्थान में चुनाव दो चरणों में सम्पन्न होंगे। अगर बात करें झुंझुनूं लोकसभा सीट की तो यहां 19 अप्रैल को मतदान होगा। झुंझुनूं लोकसभा क्षेत्र में कुल वोटर्स की संख्या देखें तो 2019 के लोकसभा चुनाव में झुंझुनू लोकसभा में 1937882 मतदाता थे। जिसमें बीजेपी के नरेंद्र कुमार ने इस चुनाव में जीत हासिल की थी। 2019 के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र कुमार को 738163 वोट मिले थे। जबकि कांग्रेस के श्रवण कुमार कुल 435616 वोटों के साथ दूसरे नंबर पर रहे थे।
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