Israel Iran War: नई दिल्ली। इस्राइल और ईरान के टकराव शुरू होने से पश्चिम एशिया के हालात चिंताजनक दिशा में हैं। वहां के युद्धग्रस्त इलाकों में फंसे भारतीयों की सुरक्षा को लेकर भारत का विदेश मंत्रालय लगातार हालात पर नजर बनाए हुए है। इस ताजा घटनाक्रम पर अमेरिका ने साफ कहा कि वह इस्राइल के किसी ऐसे प्रयास का साझेदार नहीं बनेगा। जिसके तहत ईरान पर जवाबी कार्रवाई की योजना बनाई जा रही हो।
प्रधानमंत्री नेतन्याहू को दो टूक
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिकी के राष्ट्रपति जो बाइडन ने इस्राइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू को दो टूक कहा कि तनाव बढ़ाने वाले किसी भी फैसले से पहले अच्छी तरह सोच-विचार करें। अमेरिका के सख्त तेवरों के बीच रूस और ईरान के रूख की खबर भी सामने आई। इन रिपोर्ट्स के मुताबिक रूसी और ईरानी विदेश मंत्रियों ने मध्य पूर्व में हालात के और न बिगड़ने को लेकर आगाह किया है।
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सुरक्षा प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा
ईरानी अटैक (Israel Iran War) के बाद एक बयान में जो बाइडेन ने कहा कि उन्होंने पीएम नेतन्याहू से कहा इज़राइल ने अभूत पूर्व हमलों से बचाव करने और हराने की एक बेहतरीन क्षमता का प्रदर्शन किया है। वहीं व्हाइट हाउस के शीर्ष राष्ट्रीय सुरक्षा प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि अमेरिका, इजरायल को अपनी रक्षा में मदद करना जारी रखेगा, लेकिन अमेरिका ईरान के साथ युद्ध नहीं चाहता है।
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क्षेत्र में व्यापक युद्ध नहीं चाहते
यह पूछे जाने पर कि क्या अमेरिका ईरान (Israel Iran War) में इज़राइल की जवाबी कार्रवाई का समर्थन करेगा। इस पर किर्बी ने कहा इज़रायल की रक्षा करने के लिए हमारी प्रतिबद्धता दृढ़ है। जैसा कि राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कई बार कहा है। हम क्षेत्र में व्यापक युद्ध नहीं चाहते हैं। हम ईरान के साथ युद्ध नहीं चाहते हैं। किर्बी ने कहा कि हम क्षेत्र में तनाव बढ़ाना नहीं चाहते, हम बड़ा युद्ध नहीं चाहते है।