Kangana Ranaut on Farmers Protest: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने सोमवार को बीजेपी सांसद कंगना रनौत की किसानों के विरोध प्रदर्शन पर की गई विवादास्पद टिप्पणियों को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी। राहुल ने बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा सांसद का किसान आंदोलन को लेकर इस तरह का बयान किसानों का घोर अपमान है। ऐसी टिप्पणियां बीजेपी की किसान विरोधी मंशाओं का सबूत हैं।
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, ‘ किसानों से किए वादों को पूरा करने में नाकाम मोदी सरकार का दुष्प्रचार तंत्र लगातार किसानों का अपमान करने में जुटा हुआ है।
378 दिन चले मैराथन संघर्ष के दौरान 700 साथियों का बलिदान देने वाले किसानों को भाजपा सांसद द्वारा बलात्कारी और विदेशी ताकतों का नुमाइंदा कहना भाजपा की किसान विरोधी नीति और नीयत का एक और सबूत है।
किसानों से किए वादों को पूरा करने में नाकाम मोदी सरकार का दुष्प्रचार तंत्र लगातार किसानों का अपमान करने में जुटा हुआ है।
378 दिन चले मैराथन संघर्ष के दौरान 700 साथियों का बलिदान देने वाले किसानों को भाजपा सांसद द्वारा बलात्कारी और विदेशी ताकतों का नुमाइंदा कहना भाजपा की किसान…
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 26, 2024
ये शर्मनाक किसान विरोधी बोल पश्चिमी उत्तरप्रदेश, हरियाणा और पंजाब समेत पूरे देश के किसानों का घोर अपमान है, जिसे किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जा सकता।
किसान आंदोलन वापस लेते समय बनी सरकारी समिति आज भी ठंडे बस्ते में है, MSP पर सरकार अपना रूख आज तक साफ नहीं कर सकी, शहीद किसानों के परिवारों को किसी तरह की राहत नहीं दी गयी और ऊपर से लगातार उनका चरित्र हनन जारी है।
अन्नदाताओं का निरादर और उनके मान सम्मान पर हमला करने से किसानों से किया गया मोदी सरकार का धोखा छुप नहीं सकता।
नरेंद्र मोदी और भाजपा कितनी भी साजिश कर लें – INDIA किसानों को MSP की कानूनी गारंटी दिलवा कर रहेगा।’
राकेश टिकैत ने भी बोला कंगना पर हमला
भारतीय किसान यूनियन (BKU) के नेता राकेश टिकैत ने राहुल गांधी की भावनाओं का समर्थन किया और कहा कि कंगना रनौत के किसानों पर दिए गए बयान शहीद किसानों और देश में रहने वाले करोड़ों अन्य किसानों का अपमान हैं।
उन्होंने ट्वीट किया, ’13 माह चले किसान आंदोलन में 400 किसान संगठन, लाखों किसानों की मौजूदगी के बावजूद हिंसा नहीं हुई। 700 से अधिक किसान शहीद हुए लेकिन किसानों ने संयम नहीं खोया। बिल वापस हुए। उसके बारे में बीजेपी सांसद कंगना रनौत का बयान शहीद किसानों और देश के करोड़ों किसानों का अपमान है।’
13 माह चले किसान आंदोलन में400 किसान संगठन, लाखों किसानों की मौजूदगी के बावजूद हिंसा नहीं हुई.700 से अधिक किसान शहीद हुए लेकिन किसानों ने संयम नहीं खोया.बिल वापस हुए.उसके बारे में बीजेपी सांसद कंगना रनौत का बयान शहीद किसानों और देश के करोड़ों किसानों का अपमान है। @ANI @BJP4India pic.twitter.com/X1MhVfrTFD
— Rakesh Tikait (@RakeshTikaitBKU) August 26, 2024
बीजेपी ने दी सफाई
वहीं बीजेपी ने एक्ट्रेस और सांसद कंगना रनौट के किसानों के खिलाफ दिए बयान से खुद को अलग करते हुए एक प्रेस रिलीज जारी किया है। प्रेस रिलीज में लिखा, पार्टी कंगना के बयान से असहमत है। उन्हें पार्टी के नीतिगत मुद्दों पर बोलने की अनुमति नहीं है। वे पार्टी की तरफ से बयान देने के लिए अधिकृत नहीं हैं। भाजपा ने कंगना को हिदायत दी है कि वे इस मुद्दे पर आगे कोई बयान ना दें।
BJP expressed disagreement with its MP Kangna Ranaut's comments on farmers agitation, says she is not authorised to speak on policy issues. pic.twitter.com/xJ878F5pWK
— Press Trust of India (@PTI_News) August 26, 2024
क्या कहा कंगना रनौत ने?
एक अख़बरा को दिए इंटरव्यू में कंगना ने कहा था कि पंजाब में किसान आंदोलन के नाम पर उपद्रवी हिंसा फैला रहे थे। आंदोलन के दौरान वहां रेप और हत्याएं हो रही थीं। अगर हमारा शीर्ष नेतृत्व मजबूत नहीं रहता तो किसान आंदोलन के दौरान पंजाब को भी बांग्लादेश बना दिया जाता। कंगना ने आगे कहा कि किसान बिल को वापस ले लिया गया वर्ना इन उपद्रवियों की बहुत लंबी प्लानिंग थी। वे देश में कुछ भी कर सकते थे।
ये भी पढ़ेंः Rahul Gandhi: फिर दोहराई जाति जनगणना की मांग, कहा- पीछे नहीं हटूंगा, चाहे राजनीतिक नुकसान क्यों ना उठाना पड़ें…