प्रयागराज का महाकुंभ मेला 13 जनवरी से शुरू हो चुका है और यह 26 फरवरी तक जारी रहेगा। इस दौरान संगम पर न केवल लाखों श्रद्धालु पवित्र डुबकी लगाएंगे, बल्कि देश के बड़े नेता भी इस धार्मिक आयोजन का हिस्सा बनने के लिए आ रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ समेत कई वीवीआईपी का कुंभ में आगमन निश्चित है। यह आयोजन हर साल की तरह इस बार भी ऐतिहासिक बनने वाला है, लेकिन इस साल खास बात यह है कि शाही स्नान की तारीखों पर लाखों श्रद्धालु जुटने की उम्मीद है।
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शाही स्नान की तारीखें
महाकुंभ मेला में चार प्रमुख शाही स्नान होते हैं, जो विशेष महत्व रखते हैं। इन तारीखों पर संगम पर भारी भीड़ उमड़ने की संभावना रहती है। प्रशासन इन तारीखों के लिए पूरी तैयारी कर रहा है ताकि सभी श्रद्धालुओं को आराम से स्नान करने का अवसर मिल सके और सुरक्षा में कोई कमी न हो।
यहां देखें शाही स्नान की सही तारीखें-
- 29 जनवरी – मौनी अमावस्या
- 3 फरवरी – बसंत पंचमी
- 12 फरवरी – माघी पूर्णिमा
- 14 फरवरी – महाशिवरात्रि
इन खास तारीखों पर संगम पर विशेष आस्था और श्रद्धा का माहौल रहता है। लाखों श्रद्धालु इन दिनों गंगा, यमुना और सरस्वती के पवित्र संगम में डुबकी लगाने पहुंचते हैं, और प्रशासन की तरफ से इन तारीखों पर खास व्यवस्था की जाती है।
वीवीआईपी से लेकर लाखों श्रद्धालु लगाएंगे डुबकी
इस बार कुंभ मेला और भी खास हो गया है क्योंकि पीएम मोदी, अमित शाह, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भी इस धार्मिक आयोजन का हिस्सा बनने जा रहे हैं। उनके आने से इस महाकुंभ की अहमियत और बढ़ जाती है।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 फरवरी को महाकुंभ में शामिल हो सकते हैं, वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 27 जनवरी को संगम में डुबकी लगाएंगे। इसके अलावा, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भी महाकुंभ में शामिल होने की संभावना है। इन वीवीआईपी के दौरे से कुंभ मेला और भी ऐतिहासिक बन जाएगा।
सुरक्षा व्यवस्था: कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही
महाकुंभ मेला एक बड़ा धार्मिक आयोजन है, और वीवीआईपी के दौरे के कारण सुरक्षा की जिम्मेदारी और भी बढ़ गई है। प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं ताकि श्रद्धालुओं और नेताओं की यात्रा सुरक्षित और सुचारू रूप से हो सके। संगम पर सुरक्षा बलों की तैनाती के साथ ही, सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन्स के जरिए भी निगरानी रखी जा रही है।
श्रद्धालुओं का उमड़ता हुआ जनसैलाब
कुंभ मेला एक ऐसा आयोजन है जिसमें दुनिया भर से श्रद्धालु पहुंचते हैं। 20 जनवरी तक, महाकुंभ में करीब 88 मिलियन से अधिक श्रद्धालु गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम में डुबकी लगा चुके थे। इस दौरान मौसम चाहे जैसा भी हो, श्रद्धालुओं का उत्साह कभी कम नहीं होता। संगम पर होने वाले शाही स्नान के दौरान यह संख्या और भी बढ़ने की उम्मीद है।
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बता दें महाकुंभ मेला सिर्फ एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर है। इस बार, कुंभ के दौरान वीवीआईपी दौरे, शाही स्नान की तारीखों और सुरक्षा व्यवस्था की वजह से यह मेला और भी खास बन गया है। अगर आप भी इस अद्भुत धार्मिक आयोजन का हिस्सा बनना चाहते हैं, तो इन तारीखों पर संगम पर अवश्य पहुंचें।