Lok Sabha Election 2024 Chhindwara Seat: जबलपुर। मध्यप्रदेश ही नहीं पूरे देश की बहुचर्चित लोकसभा सीट छिंदवाड़ा पर सबकी नजर हैं। यहां भारतीय जनता पार्टी सेंध लगाने में जी-जान से जुटी है, महापौर से लेकर विधायक और अन्य नेताओं को भाजपा में शामिल होने से कमलनाथ (Kamal Nath) को परंपरागत सीट को बचाने के लिए पूरे परिवार के साथ मैदान में उतरना पड़ा है। जबकि दूसरी तरफ भाजपा के सारे बड़े नेता यहां आकर चुनाव में जुटे हुए हैं। चारों तरफ से बीजेपी के घेरने के बाद नाथ परिवार ने चुनाव प्रचार में पूरी हिम्मत लगा दी है। इस बार चुनाव प्रचार में सबसे ज्यादा प्रभावित नकुलनाथ (Nakulnath)की पत्नी प्रियानाथ (Priyanath) कर रही है। प्रियानाथ 19 करोड़ की मालकिन है और लगातार पति नकुलनाथ की जीत के लिए अजीबो-गरीब प्रचार कर रही है। कुछ दिन पहले वह खेतों में पहंुच गई थी जहां किसानों के साथ कटाई की इसके बाद नुक्कड़ नाटक से लेकर होली के दौरान हुए आयोजित हुए कार्यक्रमों में भी प्रियानाथ ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। हाल ही में प्रियानाथ का एक बयान सुर्खियों में है, दरअसल प्रियानाथ ने कांग्रेस पार्टी को छोड़कर जाने वाले नेताओं को कहा था कि जिनको हमने अपना माना उन्होंने अग्नि परीक्षा के समय धोखा दिया। इस बयान के बाद प्रियानाथ को भाजपा के शीर्ष नेताओ ने घेरना शुरू कर दिया।
प्रियानाथ इस वजह सुर्खियों में
छिंदवाड़ा लोकसभा सीट को बचाने के लिए कमलनाथ और उनके बेटे नकुलनाथ और बकुलनाथ पूरी मेहनत से जुटे हुए हैं तो वहीं नकुलनाथ की पत्नी प्रियानाथ भी पति को संकट से उभारने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है। प्रियानाथ पेशे से बिजिनेस वूमैन है कुछ कंपनियों के मालिकन है। प्रियानाथ ने कुछ समय पूर्व खेतों में जाकर किसानों के साथ कटाई की थी साथ ही नुक्कड़ नाटक और संसदीय क्षेत्रों में होने वाले कार्यक्रमों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने और पार्टी को छोड़कर जाने वाले नेताओं पर बयानबाजी करने के कारण प्रिया नाथ सुर्खियों में बनी हुई हैं।
छिंदवाड़ा में बीजेपी की सेंध का कमाल दिख रहा है।नाथ परिवार की मजबूरी या फिर कहें वोट की चाहत परिवार को खेत तक ले आई है। चिलचिलाती धूप में नाथ परिवार खेत में फसल काटते दिख रहा है।#chindwara #madhyapradesh #kamalnath #CongressParty @INCIndia pic.twitter.com/LvKq70qiW5
— Hind First (@Hindfirstnews) April 4, 2024
सास-बहू की जोड़ी चर्चा में
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और उनके पुत्र नकुलनाथ परंपरागत सीट को बचाने के लिए हरसंभव प्रयास में जुुटे हैं तो वही सास अलकानाथ और बहू प्रियानाथ भी लोगों के बीच पहंुचकर 44 सालों का रिश्ता लोगों को याद दिला रही हैं। यहां उल्लेखनीय है कि अलकानाथ छिंदवाड़ा से लोकसभा चुनाव जीतकर सांसद बन चुकी है।
सबसे अमीर सांसद है नकुलनाथ
कमलनाथ पहली बार साल 1980 में छिंदवाड़ा लोकसभा सीट से चुनाव जीतकर लोकसभा पहंुचे इसके बाद साल 2019 में अपने बेटे नकुलनाथ को लोकसभा प्रत्याशी बनाया और जीत दिलाई। नकुलनाथ पूरे देश में सबसे अमीर सांसदों कीे गिनती में आते हैं। इस बार लोकसभा चुनाव पर्चें में सांसद नकुलनाथ ने अपनी संपत्ति का ब्यौरा दिया जिसमें वह अचल-अचल 700 करोड़ के मालिक है। नकुलनाथ 47 कंपनियों के शेयर होल्डर के साथ कृषि भूमि के मालिक भी है।
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नाथ परिवार का कलकत्ता से गहरा नाता
राजनीतिक जानकर बताते हैं कि कमलनाथ के पूर्वज पाकिस्तान के सिंध प्रांत से नाता रखते थे। भारत-पाकिस्तान विभाजन के समय कमलनाथ का पूरा परिवार कलकत्ता आ गया और कमलनाथ के पिता महेंद्रनाथ कलकत्ता सहित कानपुर में बिजिनेस शुरू किया। बताया जाता है कि कमलनाथ के पिता फिल्मों के प्रदर्शन और वितरण, प्रकाशन, व्यापार पावर ट्रांसमिशन में रूचि रखते थे और उन्होंने इसस से जुड़ी फर्मों की स्थापना की।
बंटी साहू- नकुलनाथ के बीच मुकाबला
मध्यप्रदेश के छिन्दवाड़ा में तापमान लगातार बढ़ रहा है, वैसे ही चुनावी सरगर्मी भी तेज होते जा रही है. छिन्दवाड़ा में लोकसभा चुनाव के चलते उम्मीदवार लगातार जनता के बीच पहुंचकर अपने पक्ष में मतदान करने की अपील कर रहे हैं। छिन्दवाड़ा में मुकाबला कड़ा है, यहाँ कांग्रेस पार्टी ने मौजूदा सांसद पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ हैं तो उनके सामने बीजेपी से विवेक बंटी साहू चुनाव मैदान में हैं।
छिंदवाड़ा सीट में बीजेपी की सेंध का कमाल दिख रहा है। पूर्व सीएम कमलनाथ का पूरा परिवार कांग्रेस के टूटे हुए कुनवे को जोड़ रहा। कार्यकर्ताओं को साध रहा है। चुनावी रंग ये है कि बहू प्रियानाथ अपने पति नकुलनाथ का चुनाव प्रचार करने के लिए खेतों तक में पहुंच रही हैं। तो कभी मजीरा भी… pic.twitter.com/fJ02ZJLfcG
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1952 में छिंदवाड़ा लोकसभा सीट अस्तिव में आई सांसद बने रायचंदभाई शाह
छिंदवाड़ा लोकसभा सीट 1952 अस्तिव में आई जिसमें पहली बार कांग्रेस के रायचंद भाई शाह सांसद बने। इसके बाद 1957 से लेकर 1962 तक कांग्रेस के ही भीकूलाल चंडाक सांसद रहे। जबकि 1967 से लेकर 1980 तक गार्गीचरण मिश्रा ने कांग्रेस की तरफ से चुनाव जीता। इसके बाद साल 1980 में पहली बार कमलनाथ ने चुनाव लड़ा और 1991 तक सांसद बने रहें। इसके बाद कांग्रेस पार्टी ने कमनाथ की पत्नी अलका नाथ को 1996 में चुनाव लड़ाया और वह भी चुनाव जीती। इसके बाद उपचुनाव में 1997 में भाजपा से सुंदरलाल पटवा चुनाव जीते। इसके बाद कमलनाथ 1998 से 2014 यहां के सांसद थे फिर 2019 में नकुलनाथ यहां से सांसद चुने गए।
पिता 2014 में एक लाख से ज्यादा मतों से जीते तो नकुल को 37 हजार 536 वोटों से मिली जीत
कांग्रेस की परंपरागत छिंदवाड़ा लोकसभा सीट में साल 2014 और 2019 में प्रत्याशियों की जीत के आंकड़े क्या थे इस पर नजर डाले तो 2019़ के लोकसभा चुनाव में नकुलाथ ने भाजपा प्रत्याशी नत्थन शाह को 37 हजार 536 मतो से हराया था नकुलनाथ को 547305 वोट मिले थे जबकि नत्थन शाह 509769 वोट मिले थे। साल 2014 में हुए लोकसभा चुनाव की बात करें तो कमलनाथ ने भाजपा प्रत्याशी चैधरी चंद्रभान सिंह को 1 लाख 16 हजार से अधिक मतों से हराया था। कमलनाथ को 559755 मत प्राप्त हुए थे जबकि भाजपा प्रत्याशी चैधरी चंद्रभान सिंह को 443218 ही वोट मिल पाए थे। कमलनाथ का जीत का प्रतिशत 10.53 जबकि नकुलनाथ का 3 प्रतिशत। यहां जाने वाली बात ये है कि 1997 में उपचुनाव में कमलनाथ 37 हजार 680 वोटो से भाजपा के संदुरलाल पटवा से चुनाव हार गए थे।