Lok Sabha Election 2024 MP 2nd Phase मध्यप्रदेश में दूसरे चरण में 6 लोकसभा सीटों पर कल यानी 26 अप्रैल को मतदान होगा। राज्य के जिन छह सीटों पर मतदान होना है उन पर कुल 80 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला एक करोड़ ग्यारह लाख बासठ हजार चार सौ साठ मतदाता करने वाले हैं। इनमें कई दिग्गज ऐसे हैं जो सात बार से लगातार जीत रहे हैं तो कई पहली बार भाग्य आजमा रहे हैं। एमपी के 6 सीटों पर हो रहे दिलचस्प सियासी रण में किसकी होगी शह और किसकी होगी मात सबकी निगाहें इसी पर टिकी हैं..
सतना लोकसभा सीट पर कड़ी टक्कर
मध्य प्रदेश के सतना लोकसभा सीट पर सबसे रोचक लड़ाई देखने को मिल रही है। सतना से मौजूदा सांसद गणेश सिंह एकबार फिर भाजपा के प्रत्याशी हैं । गणेश सिंह की सीधी टक्कर कांग्रेस के सतना से विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा से है। सतना में सियासी रण इसलिए दिलचस्प हो गया है कि यहां बहुजन समाज पार्टी के नारायण त्रिपाठी मैदान में कूद गए हैं। इसके अलावा नौ निर्दलीय उम्मीदवारों के साथ कुल 14 प्रत्याशी मैदान में हैं। खास बात है कि गणेश सिंह को कांग्रेस प्रत्याशी सिद्धार्थ ने विधानसभा चुनाव में 4041 मतों से हरा दिया था। लोकसभा चुनाव में अब भाजपा ,कांग्रेस और बसपा में त्रिकोणीय लड़ाई है। देखना होगा कि इसबार जनता किसको ताज पहनाती है।
रीवा लोकसभा सीट पर सवर्ण वोटर होंगे निर्णायक
एम के रीवा लोकसभा क्षेत्र में हमेशा से सवर्ण मतदाताओं का दबदबा रहा है। इस बार भाजपा और कांग्रेस दोनो ने ब्राम्हण प्रत्याशियों को चुनावी अखाड़े में उतार कर चुनावी दंगल को रोचक बना दिया है। भाजपा ने मौजूदा सांसद जनार्दन मिश्र को टिकट दिया है तो कांगेस ने जनार्दन मिश्र को चुनौती देने के लिए नीलम अभय मिश्रा को मैदान में उतारा है। यहां जानना जरूरी है कि जनार्दन मिश्रा का रीवा लोकसभा सीट पर 10 सालों से कब्जा है। भाजपा ने जनार्दन मिश्रा को तीसरी बार मैदान में उतारा है। उधर नीलम मिश्रा 2013 में भाजपा के टिकट पर सेमरिया विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीत चुकी हैं। इसबार नीलम मिश्रा कांग्रेस की तरफ से ताल ठोक रही हैं जाहिर है भाजपा को भीतरघात का सामना करने पड़ेगा। नीलम मिश्रा के पति अभय मिश्रा भी इस समय सेमरिया से विधायक हैं। उधर बहुजन समाज पार्टी ने भी रीवा में अभिषेक पटेल को टिकट दिया है। कुल मिलाकर रीवा में सात निर्दलीय समेत कुल 14 प्रत्याशी चुनावी अखाड़े में ताल ठोक रहे हैं। देखना दिलचस्प होगा कौन किसको मात देता है।
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खजुराहो की जंग सबसे अलग
बताते चलें कि मध्य प्रदेश के खजुराहो में हमेशा ही दलित, पिछड़े और अति पिछड़े मतदाता किसी के भाग्य का फैसला करते हैं। 2024 के जंग में खजुराहो कोई नई कहानी लिखने वाला है । इसकी संभावना बढ़ गई है। हालाकि भाजपा ने यहां से विष्णुदत्त शर्मा को मैदान में उतार कर कांग्रेस,सपा और बसपा को कड़ी चुनौती दी है। गौरतलब है कि पिछले चुनाव में खजुराहो सीट समाजवादी पार्टी की झोली में गई थी। लेकिन इसबार समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी मीरा यादव का नामांकन रद्द हो चुका है। इसके बाद आर बी प्रजापति जो कि ऑल इंडिया फारवर्ड ब्लाक के उम्मीदवार हैं , इनको कांग्रेस सपा समेत इंडिया गठबंधन में शामिल सभी दलों ने साझा प्रत्याशी घोषित कर दिया है।ऐसे में भाजपा से विष्णु दत्त शर्मा को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकताहै। खजुराहो में भी 4 निर्दलीय समेत कुल 14 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं।
टीकमगढ़ में भाजपा के बड़े दिग्गज की किस्मत दांव पर
मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ को भाजपा का अभेद्य किला माना जाता है। टीकमगढ़ लोकसभा सीट पर भाजपा के डॉ.वीरेन्द्र कुमार सात बार सांसद रहे हैं। वे लगातार तीन बार टीकमगढ़ से जीते हैं और अब चौथी बार के लिए भाग्य आजमा रहे हैं। वैसे तो टीकमगढ़ में इस बार दो निर्दलीय समेत कुल 7 उम्मीदवार चुनावी अखाड़े में ताल ठोंक रहे हैं लेकिन असल लड़ाई भाजपा और कांग्रेस के बीच दिख रही है। टीकमगढ़ से सामने कांग्रेस ने खुमान उर्फ पंकज अहिरवार को उतारा है। उधर बसपा अहिरवार दल्लूराम को टिकट देकर लड़ाई को रोचक बना दिया है। दो अहिरवार प्रत्याशियों के बीच मतों के बंटवारा हो जाने से भाजपा को लाभ मिल सकता है।
दमोह में लोधी मतदाताओं पर सबकी नजर
मध्य प्रदेश के दमोह लोकसभा सीट पर भी जबरदस्त लड़ाई दिख रही है। भाजपा ने यहां से पूर्व विधायक राहुल सिंह लोधी को मैदान में उतारा है तो कांग्रेस ने दमोह से तरबर सिंह लोधी को उतारा है। लोधी जाति दरअसल खेती बारी करने वाली अति पिछड़ी जातियों में से है । दमोह लोकसभा क्षेत्र में लगभग डेढ़ लाख लोधी मतदाता गेम चेंजर साबित होते हैं। उधर दमोह में भी बसपा का फैक्टर सबका खेल बिगाड़ने के लिए काम कर रहा है। बसपा के टिकट पर इंजीनियर गोवर्धन राज दमोह से चुनावी अखाड़े में हैं। इस सीट पर आठ निर्दलीय समेत कुल 14 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं।
होशंगाबाद में जंग जबरदस्त
मध्य प्रदेश के होशंगाबाद लोकसभा सीट से सियासत की जो हवा चलती है वह आस पास के कई सीटों को प्रभावित करती है। होशंगाबाद लोकसभा सीट से इसबार भाजपा ने कद्दावर नेता दर्शन सिंह चौधरी को मैदान में उतारा है। उधर दर्शन सिंह को चुनौती देने के लिए कांग्रेस के संजय शर्मा उर्फ संजू भैया ताल ठोक रहे हैं। संजू भैया के नाम से चर्चित कांग्रेस प्रत्याशी संजय शर्मा की युवा मतदाताओं में अच्छी पैठ है। उधर बसपा ने रामगोविंद बारुआ को होशंगाबाद से मैदान में उतारा है। कुल मिलाकर होशंगाबाद में सात निर्दलीय समेत कुल 12 प्रत्याशी अपना भाग्या आजामा रहे हैं।
तो बड़े दिलचस्प मोड़ पर है मध्य प्रदेश के दूसरे चरण में होने वाले 6 सीटों पर सियासी रण की कहानी। देखना होगा इस रोमांचक जंग में जनता किसकी किस्मत पर अपना मुहर लगाती है। एमपी के 6 सीटों पर 80 उम्मीदवारों में से 75 पुरुष, 4 महिला और एक थर्ड जेंडर उम्मीदवार मैदान में हैं।
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