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Lok Sabha Election 2024 CM Nitish Modi Relation मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पीएम मोदी के रिश्ते में बढ़ रही गर्मजोशी, आखिर ये रिश्ता क्या कहलाता है ?

Lok Sabha Election 2024 CM Nitish Modi Relation पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नरेन्द्र मोदी के प्रति उमड़ रहा प्यार औऱ सम्मान इन दिनों चर्चा का विषय है। बिहार में एनडीए की सरकार बनने के बाद जब नीतीश और मोदी की पहली मुलाकात हुई तो नीतीश ने सार्वजनिक तौर पर कहा कि पहले मैं भटक गया था अब आपका साथ छोड़ कर कहीं नहीं जाउंगा। हमेशा आपके साथ ही रहूंगा। इस पर मोदी भी खूब खिलखिलाकर हंसे थे। अब दोनों के बीच के रिश्ते को बयां करता एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें दिख रहा है कि नवादा की सभा में पीएम ने नीतीश के भाषण की तरीफ की तो सीएम ने उनके पैर छू लिए। दोनों नेताओं के बीच का आत्मीय व्यवहार हर रोज नए रूप में सामने आ रहा है। सीएम नीतीश और पीएम मोदी का ये रिश्ता क्या संदेश दे रहा है।

नीतीश- मोदी के रिश्ते में आ रही गर्मजोशी

बिहार में जबसे नीतीश कुमार ने राजद से नाता तोड़कर एनडीए का दामन थामा है तबसे नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री मोदी के रिश्ते में प्रगाढ़ता बढ़ रही है। नीतीश कुमार बार-बार यह जताने की कोशिश कर रहे हैं कि वे मोदी का सम्मान करते हैं और उनके साथ रिश्ते और मजबूत करना चाहते हैं। इसकी सबसे बड़ी झलक तब मिली जब बिहार के बेगूसराय में पीएम मोदी और नीतीश कुमार सूबे में एनडीए की सरकार बनने के बाद पहली बार मिले। उस समय पहल प्रधानमंत्री ने की। पीएम को जब विशाल माला पहनाया जाने लगा तो उन्होंने जबरन नीतीश कुमार को अपने पास खींच लिया और दोनों नेताओं ने साथ माला पहनकर फोटो खिंचवाया। इसके बाद बारी आई नीतीश कुमार की। नीतीश कुमार ने भी भाषण शुरू करते ही कहा कि प्रधानमंत्री जी मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि बीच में कुछ दिन के लिए इधर- उधर चला गया था लेकिन अब कभी नहीं जाउंगा और हमेशा आपके साथ ही रहूंगा। नीतीश कुमार ने एक बार नहीं दो-दो बार यह बात कही। जब नीतीश यह बोल रहे थे तब प्रधानमंत्री भी खुशी से खिलखिला उठे। पीएम ने भी नीतीश कुमार की तारीफ में कई बातें कहीं।

जमुई में भी सीएम ने मोदी की जमकर तारीफ की

औरंगाबाद और बेगूसराय की सभा में नीतीश कुमार के दिए गए बयान की चर्चा हो ही रही थी कि बेतिया में एक सरकारी कार्यक्रम में नीतीश कुमार के प्रतिनिधि के तौर शामिल मंत्री विजय चौधरी ने भी यह बात दोहराई और कहा कि अब जदयू और भाजपा साथ-साथ चलेंगे। पीएम के किए गए कामों की तारीफ में विजय चौधरी ने भी कसीदे पढ़े। उसके बाद 4 अप्रैल को जमुई में जब पीएम मोदी ने बिहार में चुनावी अभियान का शंखनाद किया उस समय भी मंच पर दोनों नेताओं ने गर्मजोशी दिखाई। सीएम ने गुलदस्ता देकर पीएम का स्वागत किया और फिर भाषण देते हुए अपनी बात दोहराई और साफ किया कि क्यों कुछ दिनों के लिए कहीं दूसरी जगह चले गए थे। सीएम ने कहा कि वह मेरी गलती थी और अब वह गलती नहीं दोहरुंगा हमेशा आपके साथ रहूंगा। प्रधानमंत्री ने भी पीएम के इस बात का ताली बजाकर स्वागत किया और खूब खिलखिलाए।

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नवादा में नीतीश ने पीएम के छू लिए पैर

हर कोई देख रहा है कि नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री मोदी के रिश्ते तेजी से प्रगाढ़ होते जा रहे हैं। नीतीश कुमार यह साबित करने में लगे हैं कि उनके मन में पीएम मोदी के प्रति सम्मान है और वे उनकी कद्र करते हैं। तभी तो नवादा की सभा में नीतीश कुमार ने पीएम मोदी के काम की तरीफ करते हुए कहा कि अब बिहार में प्रधानमंत्री जी के सहयोग से और तेजी से काम होगा। सीएम ने कहा कि अब मोदी जी का साथ छोड़कर कहीं दूसरी जगह जाने का सवाल ही नहीं उठता। भाषण खत्म करने के बाद जब नीतीश कुमार पीएम मोदी के नजदीक जाकर बैठे तो प्रधानमंत्री ने उनके भाषण की खूब तारीफ की। प्रधानमंत्री मोदी ने तारीफ करते हुए कहा कि आपने इतना अच्छा भाषण दिया कि मेरे पास कहने के लिए कुछ नहीं बचा। पीएम का इतना कहते ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पीएम के पैर छूकर उनका सम्मान किया। इसपर मोदी ने भी मुस्कुरा कर उनका हाथ पकड़ लिया। नीतीश कुमार का पीएम का पैर छूते वीडियो जब सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो इसकी खूब चर्चा हो रही है।

तेजस्वी ने कहा वीडियो देखकर दुख हुआ

उधर नीतीश कुमार का मोदी का पैर छूते वायरल वीडियो पर तेजस्वी यादव ने प्रतिक्रिया दी है। तेजस्वी ने कहा है कि एक वरिष्ठ और सम्मानित नेता को क्या हो गया है। नीतीश कुमार की क्या मजबूरी है कि अपने से जूनियर नेता के पैर छू रहे हैं। तेजस्वी यादव ने कहा कि मुझे यह देख कर बहुत दुख हुआ है।

ये रिश्ता कुछ कह रहा है

बहरहाल नीतीश कुमार कभी भी भाजपा के अलावा किसी दूसरे गठबंधन में सहज नहीं रहे हैं। नीतीश इस बात को बखूबी जान गए हैं कि भाजपा के बिना सहज तरीके से वे काम नहीं कर सकते । पीएम मोदी ने जब वे राजद के साथ चले गए थे तब भी उनके शराबबंदी के कार्यक्रम की तारीफ की थी और उन्हें समाज सुधारक कह कर उनका मान बढ़ाया था। इसीलिए नीतीश कुमार चाहते हैं कि सियासी सफर के आखिरी समय में मोदी के साथ ही आघे के सफर का निर्वहन हो जाए तो अच्छा रहेगा। मोदी भी जानते है कि बिहार में अगर सत्ता में रहना है तो नीतीश कुमार जैसा सहयोगी रहेगा तभी यह संभव हो पाएगा। नीतीश के साथ के बिना बिहार में भाजपा कुछ नहीं कर सकती। ऐसे में दोनों नेताओं के रिश्ते धीरे-धीरे प्रगाढ़ हो रहे हैं।

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