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Lok Sabha Election 2024: नामांकन कराकर अपने ही प्रत्याशियों का टिकट काट रही सपा, अब तक 8 उम्मीदवारों के बदले नाम

Lok Sabha Election 2024: लखनऊ। लोकसभा चुनाव प्रचार जोरों पर है। वहीं समाजवादी पार्टी अपने ही उम्मीदवारों का टिकट काटकर फिर से नए प्रत्याशी उतार रही है। अखिलेश यादव की कयादत वाली सपा के इस कदम को लेकर बीजेपी तो तंज़ कस ही रही है उनकी पार्टी के नेता भी मज़े ले रहे हैं। जबकि सपा कह रही है कि उसके नेता और कार्यकर्ता घोषित कैंडिडेट को जिताने में लगे हैं।

सपा ने कई प्रत्याशियों का नामांकन कराया, फिर दूसरे को दिया चुनाव चिह्न

लोकसभा चुनाव 2024 के समर में सत्ताधारी बीजेपी और उसके सहयोगी दल चुनाव प्रचार में पूरी ताक़त झोंके हुए हैं। वहीं उत्तर प्रदेश का मुख्य विपक्षी दल अभी टिकटों को लेकर ही गुणा-भाग कर रहा है। पहले अपने नेता को टिकट दे रहा है, नामांकन करा है। लेकिन सुबह से शाम होते-होते टिकट और वहीं से चुनाव चिह्न देकर नामांकन करा दिया जा रहा है। हाल के दिनों में 8 जगहों पर इस तरह टिकटों का खेल हुआ है।

सपा ने बदायूं, बागपत, मुरादाबाद और मेरठ के उम्मीदवार बदले

इंडिया के बैनर तले चुनाव लड़ रही अखिलेश यादव की सपा लगातार टिकट बांटने व काटने का खेल खेल रही है। बागपत लोकसभा सीट का टिकट बदलने के बाद अब सपा ने तीसरी बार मेरठ में प्रत्याशी बदल दिया।

भानु प्रताप, अतुल प्रधान के बाद सुनीता वर्मा को दिया टिकट

गौर करें तो मेरठ-हापुड़ संसदीय क्षेत्र समाजवादी पार्टी ने पहले अधिवक्ता भानु प्रताप सिंह को प्रत्याशी घोषित किया। फिर वहीं से भानु प्रताप को किनारे कर सरधना के विधायक अतुल प्रधान को टिकट दे दिया। अतुल ने जब नामांकन कर दिया तो उनके टिकट कटने की ख़बर आई। उसके बाद सपा ने सुनीता वर्मा को टिकट दे दिया। सुनीता पूर्व एमएलए योगेश वर्मा की बीवी हैं और महापौर भी रह चुकी हैं।

इस तरह से देखा जाए तो बीजेपी और एनडीए के घटक दल जहाँ चुनाव कैंपेन पर फोकस किए हैं, वहीं सपा अभी टिकटों में ही उलझी है। कुल मिलाकर सपा ने अब तक 8 लोकसभा सीटों में अपने प्रत्याशी बदले हैं।

मुरादाबाद और बागपत में बदले कैंडिडेट

इससे पहले मुरादाबाद में भी डा. एसटी हसन नामांकन कर चुके थे। बाद में, आजम खान के दबाव के चलते सपा ने उनका टिकट काटकर रुचि वीरा को दे दिया था। समाजवादी पार्टी ने बागपत में टिकट देनो और काटने का खेल खेला है। यहाँ पहले मनोज चौधरी को टिकट दिया। बाद में, अमर पाल शर्मा को प्रत्याशी बना दिया।

मिश्रिख लोकसभा सीट पर भी सपा ने तीन बार बदले उम्मीदवार

इससे पहले मिश्रिख लोकसभा सीट पर भी अखिलेश की पार्टी ने  तीन बार टिकट बदला। पहले रामपाल राजवंशी को कैंडिडेट बनाया, फिर बेटे मनोज को दिया टिकट और अब बहू संगीता राजवंशी को प्रत्याशी बनाया है।

गौतमबुद्ध नगर संसदीय सीट पर तीन बार बदले प्रत्याशी

समाजवादी पार्टी ने गौतमबुद्ध नगर में भी अपने उम्मीदवारों के तीन बार टिकट बदले। पहले डा. महेंद्र नागर को टिकट दिया। फिर राहुल अवाना को उतारा। फाइनली राहुल का टिकट काटकर फिर से डा. महेंद्र नागर को प्रत्याशी बना दिया।

बिजनौर से यशवीर सिंह की जगह दीपक सैनी को उतारा

सपा ने बिजनौर सीट पर यशवीर सिंह को पार्टी का उम्मीदवार बनाया। बाद में उनका टिकट काटकर दीपक सैनी को प्रत्याशी बनाया।

संभल से सांसद शफीकुर्रहमान बर्क की मौत के बाद सपा ने उनके विधायक पौत्र जियाउर्रहमान बर्क को प्रत्याशी बनाया।

बदायूं में पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव की जगह अखिलेश ने चाचा शिवपाल सिंह यादव को प्रत्याशी बनाया है। अब ख़बर ये है कि यहां पर शिवपाल की जगह उनके बेटे आदित्य यादव को उतारा जा सकता है।

सपा के घोषित उम्मीदवारों के साथ हैं नेता-कार्यकर्ता- राजेंद्र चौधरी

Lok Sabha Election 2024 में समाजवादी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी कहते हैं कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव सबकी सहमति से टिकट देते हैं। कुछ टिकटों पर हमारे यहां दिक्कत हुई, जिन्हें बदला गया है। सपा में लोकतांत्रिक तरीके से निर्णय होते हैं। यदि किसी कार्यकर्ता या नेता ने घोषित प्रत्याशी के बारे में कोई नकारात्मक राय दी तो पार्टी के मुखिया को अपना निर्णय बदलने में भी कोई दिक्कत नहीं होती है। चौधरी कहते हैं कि पार्टी में कहीं कोई दिक्कत नहीं है, सभी कार्यकर्ता और नेता घोषित उम्मीदवारों को जिताने में जुटे हुए हैं।

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