Loksabha Election 2024 : कांग्रेस ने सरेंडर क्यों कर दिया ?…डोटासरा, पायलट को चुनाव लड़वाते…कांग्रेस से तीन बार जिला प्रमुख रहीं रेशम मालवीया का तंज
Loksabha Election 2024 Banswara Dungarpur : बांसवाड़ा। लोकसभा के चुनावी महासंग्राम के बीच बांसवाड़ा की जिला प्रमुख रेशम मालवीया ने कांग्रेस पर तीखा तंज कसा है। रेशम मालवीया बांसवाड़ा- डूंगरपुर लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी महेंद्रजीत सिंह मालवीया की पत्नी हैं और कांग्रेस से लगातार तीसरी बार बांसवाड़ा की जिला प्रमुख हैं।
बड़े नेता पीछे हटे, छोटों को लड़वा रहे
रेशम मालवीया ने कहा है कि लोकसभा चुनाव के मैदान में कांग्रेस के बड़े नेता पीछे हट गए और छोटे- छोटे लोगों को ढूंढकर चुनाव लड़ाया जा रहा है। जिला प्रमुख मालवीया ने कहा कि बांसवाड़ा- डूंगरपुर लोकसभा क्षेत्र में विधानसभा की आठ सीटें आती हैं। दोनों जिलों की चार सीटों पर विधायक होने के बाद भी कांग्रेस ने सरेंडर कर दिया। इससे कांग्रेस क्या दर्शाना चाहती है?
डोटासरा, पायलट को लड़ना चाहिए चुनाव
रेशम मालवीया ने गोविंद सिंह डोटासरा पर तंज कसते हुए कहा कि प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते उनकी क्या जिम्मेदारी बनती है ? छोटे लोगों को क्यों चुनाव लड़ा रहे हैं। भंवर जितेंद्र सिंह, सचिन पायलट, गोविंदसिंह डोटासरा, हरीश चौधरी को चुनाव लडऩा चाहिए। उन्होंने कहा कि हिन्दुस्तान भगवामय होने वाला है। बांसवाड़ा-डूंगरपुर भी भगवामय होने वाला है।
पहली महिला…जो तीन बार से जिला प्रमुख
रेशम मालवीया बांसवाड़ा की जिला प्रमुख हैं। वह कांग्रेस के बैनर तले लगातार तीन बार जिला प्रमुख बनने वाली पहली महिला हैं। बांसवाड़ा-डूंगरपुर से भाजपा प्रत्याशी महेंद्रजीतसिंह की पत्नी हैं। रेशम मालवीया हाल ही कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र दे चुकी हैं। अब वे अपने पति भाजपा प्रत्याशी मालवीया के चुनाव प्रचार में जुटी हैं।
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यहां आखिर तक कशमकश में रही कांग्रेस
बांसवाड़ा- डूंगरपुर सीट पर नामांकन के अंतिम दिन तक कांग्रेस में प्रत्याशी को लेकर कशमकश दिखी। पहले पूर्व राज्यमंत्री और बांसवाड़ा विधायक अर्जुन सिंह बामनिया के चुनाव लड़ने की बात की जा रही थी। फिर कांग्रेस ने अरविंद डामोर को प्रत्याशी बना दिया, लेकिन ऐनवक्त पर बीएपी से गठबंधन कर लिया। हालांकि गठबंधन के बाद कांग्रेस प्रत्याशी को नामांकन वापस लेना था, लेकिन उन्होंने नामांकन वापस नहीं लिया। अब डामोर कांग्रेस के सिम्बल पर चुनाव मैदान में हैं, जबकि पार्टी ने उन्हें निष्कासित कर दिया है।