Loksabha Election 2024: राजस्थान में पहले चरण का मतदान आज, 24,370 बूथों पर 76 हजार से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात
Loksabha Election 2024: जयपुर। राजस्थान में लोकसभा आम चुनाव-2024 के तहत प्रथम चरण में 12 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में आज (19 अप्रैल) को मतदान होगा। इन निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान के लिए सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। 24,370 मतदान केंद्रों पर मतदान होगा। इसमें 5,729 शहरी, 17,922 ग्रामीण सहित 719 सहायक मतदान केंद्र शामिल हैं। साथ ही, मतदान प्रोत्साहन के लिए महिलाओं और युवाओं द्वारा 768-768 तथा 96 मतदान केंद्र दिव्यांग कार्मिकों द्वारा संचालित किए जाएंगे।
1 लाख से अधिक कर्मचारी सम्पन्न कराएंगे मतदान:
मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि प्रथम चरण में मतदान वाले गंगानगर, बीकानेर, चूरू, झुंझुनू, सीकर, जयपुर ग्रामीण, जयपुर, अलवर, भरतपुर, करौली-धौलपुर, दौसा और नागौर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में चुनाव से संबंधित सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव के लिए कानून व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। चयनित 12,680 मतदान केंद्रों पर मतदान प्रक्रिया की लाइव वेबकास्टिंग की जाएगी। कंट्रोल रूम के माध्यम से इन बूथों पर निगरानी रखी जाएगी। मतदान कार्य में कुल 29,270 बैलट यूनिट, 29,270 कंट्रोल यूनिट और 31,550 वीवीपैट मशीनें (रिजर्व सहित) उपयोग में ली जाएंगी।
2.54 करोड़ मतदाता 114 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे:
मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि इन लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में 1,14,069 सर्विस वोटर और 2,53,15,541 लाख सामान्य मतदाताओं सहित कुल 2,54,29,610 मतदाता हैं। इनमें 1,33,99,914 पुरुष, 1,20,29,392 महिला और 304 ट्रांसजेंडर हैं। यहां 7,98,520 मतदाता 18-19 वर्ष और 63,40,090 मतदाता 20-29 वर्ष आयु के हैं। 85 वर्ष से अधिक आयु के मतदाताओं की संख्या 2,70,101 और 100 वर्ष से अधिक आयु के मतदाताओं की संख्या 8,699 है। इन क्षेत्रों में 2,51,250 दिव्यांग मतदाता हैं। सर्वाधिक मतदाता जयपुर लोकसभा क्षेत्र में 22,88,793 हैं, जबकि दौसा लोकसभा क्षेत्र में सबसे कम 19,03,520 वोटर हैं। निर्वाचन अधिकारी गुप्ता ने बताया कि प्रथम चरण में मतदान वाले 12 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए 114 प्रत्याशी चुनाव मैदान में है। इनमें 102 पुरूष और 12 महिलाएं हैं। सर्वाधिक 15 प्रत्य़ाशी जयपुर ग्रामीण और सबसे कम 4 प्रत्य़ाशी करौली-धौलपुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में है।
2,367 सेक्टर ऑफिसर की ड्यूटी:
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि 12 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान प्रक्रिया की निगरानी के लिए 2,367 सेक्टर ऑफिसर तैनात किए गए हैं। यह अधिकारी मतदान दलों के साथ सतत समन्वय बनाकर किसी भी प्रकार की परेशानी का तत्काल निराकरण करेंगे। ईवीएम में तकनीकी खराबी के त्वरित निराकरण के लिए बेल के इंजीनियर भी मौजूद रहेंगे, जो सूचना प्राप्त होने पर शीघ्र केंद्रों पर पहुंचेंगे। निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि 1.10 लाख से अधिक मतदान कर्मी मतदान सम्पन्न कराएंगे। सभी बूथों पर मतदान के लिए व्हीलचेयर सहित पेयजल और छाया सहित अन्य आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हैं।
76 हजार से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात:
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि शांतिपूर्ण मतदान सम्पन्न कराने के लिए कुल 76,962 सुरक्षाकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। इनमें राजस्थान पुलिस के कार्मिकों के साथ-साथ, होमगार्ड, फोरेस्ट गार्ड एवं आरएसी जवान तैनात किए गए हैं। केंद्रीय पुलिस बलों की 175 कंपनियां भी मतदान के दौरान कानून व्यवस्था एवं सुरक्षा में सहयोग करेंगी। इन कंपनियों को संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात किया गया है। मतदान दिवस पर सघन जांच एवं निगरानी के लिए प्रत्येक लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में फ्लाइंग स्क्वॉड, एसएसटी दल तैनात रहेंगे। चुनाव खर्च के लिहाज से संवेदनशील मतदान केंद्रों में अतिरिक्त निगरानी टीमें तैनात की जाएंगी।
गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब राज्यों से लगती 4,850 किलोमीटर लम्बी अंतरराज्यीय सीमा पर बने चेकपोस्ट पर बाहरी अवांछित व्यक्तियों के प्रवेश को रोकने के उद्देश्य से सीलिंग और चेकिंग की कार्रवाई की जाएगी। निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि मतदान के दिन सूचनाओं के त्वरित आदान प्रदान के लिए राज्य और जिला स्तर पर कम्यूनिकेशन टीम बनाई गई है। इस टीम में नियुक्त अधिकारी-कर्मचारी मतदान केंद्रों तक मतदान दलों के पहुंचने की जानकारी, मॉक पोल होने की जानकारी, उसके बाद मतदान शुरू होने, मतदान का प्रतिशत जैसी जानकारियां मतदान केंद्रों पर नियुक्त कर्मचारियों से चर्चा कर संकलित करेंगे।
करीब 19 हजार वाहन अधिग्रहित:
प्रथम चरण में मतदान वाले लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों से संबंधित जिलों में लगभग 19 हजार छोटे-बड़े वाहनों का अधिग्रहण किया गया है। मतदान दल, सुरक्षाकर्मी, ईवीएम मशीन तथा सेक्टर ऑफिसर के आने-जाने में सुगमता के लिए इन वाहनों का प्रयोग किया जा रहा है।
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