LOKSABHA ELECTION2024 MANDI SEAT: कंगना का राजनीति के साथ पुराना रिश्ता, मंडी में कंगना बदल देगी काँग्रेस की जीत की रिवायत?
LOKSABHA ELECTION2024 MANDI SEAT: मंडी, हिमाचल। लोकसभा चुनाव 2024 में कई ऐसे लोगों की एंट्री भी हुई है जिनका पुराना नाता राजनीति से रहा ही नहीं। वैसे तो राजनीति की दृष्टिकोण से हर लोकसभा सीट महत्वपूर्ण है, परंतु कई सीटों पर राजनीति इसलिए गरमाई हुई है क्योंकि वहाँ से ऐसा उम्मीदवार मैदान में आ गया जिसकी उम्मीद नहीं थी या वो पहले से बहुत चर्चाओं में था। ऐसी ही एक सीट है मंडी। जिस पर गैर राजनीति परिपेक्ष से आती हैं कंगना रनौत। बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री के इस सीट से भाजपा की पैरवी करने के बाद से चर्चाओं का बाज़ार गरम है।
कंगना की कैसे हुई राजनीति में एंट्री
हिमाचल प्रदेश की मंडी से ही आने वाली बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत पिछले कई समय से राजनीतिक में अप्रत्यक्ष रोप से सक्रिय नज़र आ रही थी। कंगना रनौत की असल में राजनीति में एंट्री हुई जब उनके मुंबई के घर की बाल्कनी में बुलडोजर चला। 9 सितंबर 2020 में चला ये बुलडोज़र कंगना के लिए राजनीति में शुरुआत का रास्ता बना। उद्धव सरकार के विरोध में कंगना ने मोर्चा खोल दिया था। इसके बाद कंगना लगभग हर मुद्दे पर अपना विचार सोशल मीडिया पर डालने लगी। राजनीति में सक्रियता को लगभग सभी तय मान रहे थे। ऐसा ही हुआ भी। भाजपा के साथ विचारधारा मिलने वाले संकेत बहुत पहले मिल गए थे।
काँग्रेस ने जीती है मंडी
काँग्रेस के खाते में मंडी लगभग हर बार रही है। हालांकि भाजपा ने भी मंडी में 5 बार चुनाव जीता है। परंतु मंडी के लोकसभा चुनाव ज़्यादातर काँग्रेस के ही पक्ष में रहा है। अब तक काँग्रेस ने मंडी में कुल 13 बार जीत दर्ज की है। ऐसी स्थिति में नए खिलाड़ी यानि कंगना रनौत को मैदान में उतार कर बड़ा दाव खेला है। हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट पर अब तक कुल 19 बार चुनाव हुआ है। इन चुनावों में काँग्रेस ने 13 बार जीत दर्ज की है।
अब कौन है मैदान में?
भाजपा ने तो चर्चित चेहरा यानि कंगना रनौत को मंडी से टिकट देकर चुनावी पारी शुरू करने में मदद की ही है। दूसरी तरफ काँग्रेस ने अभी तक घोषणा नहीं की है। हालांकि पहले एक नाम सामने आया था, काँग्रेस ने पुष्टि नहीं की, परंतु ये नाम सबसे पहले उछला, प्रतिभा सिंह। प्रतिभा सिंह ने आधिकारिक बयान दे कर चुनावी मैदान में उतरने से मना कर दिया। तब से अभी तक काँग्रेस की तरफ से कोई आधिकारिक उम्मीदवार घोषित नहीं किया गया। अभी भी राजनीति की चर्चा है कि प्रतिभा सिंह ही काँग्रेस की तरफ से मंडी उम्मीदवार है।
2019 में मंडी आई भाजपा की झोली में
साल 2019 के चुनाव में भाजपा के उम्मीदवार राम स्वरूप शर्मा ने चुनावी मैदान मार लिया। वहीं काँग्रेस के उम्मीदवार आश्रय शर्मा को हार का सामना करना पड़ा। इस लोकसभा चुनाव में भाजपा के उम्मीदवार को 68.75 प्रतिशत वोट हासिल हुए। वहीं काँग्रेस उम्मीदवार आश्रय शर्मा को 25.68 प्रतिशत ही वोट मिले, और ये बड़ा अंतर तय कर चुका था की मंडी के लोगों का झुकाव किस तरफ ज्यादा था। परंतु ये अंतर ज्यादा लंबा रहा नहीं। भाजपा के लिए बड़ी मुश्किल हो गयी थी।
2021 के उपचुनाव में बदल गयी गणित
भाजपा के सांसद राम स्वरूप शर्मा चुनाव तो जीत गए। परंतु साल 2021 में उनका देहांत हो गया। इसके बाद उपचुनाव होना तय हुए। इस उपचुनाव में भाजपा ने मैदान में उतारा ब्रिगेडियर खुशाल ठाकुर को। जबकि काँग्रेस ने उतारा प्रतिभा सिंह को। यहाँ पासा पलटा और मंडी सीट चली गयी काँग्रेस के खाते में और प्रतिभा सिंह ने 8 हज़ार 766 वोटों से ब्रिगेडियर खुशाल ठाकुर को हरा दिया। वर्तमान में प्रतिभा सिंह मंडी लोकसभा सीट से सांसद है।
जातीय समीकरण में ब्राह्मण आगे
हिमाचल की मंडी लोकसभा सीट पर जातीय समीकरण में ब्राह्मण आगे हैं। हालांकि ऐसा नहीं है कि दूसरी जातीय समीकरण में ब्राह्मण ही हैं, इसमें लगभग सभी जातियाँ शामिल हैं। यहाँ से लगभग हर बार ही ब्राह्मण और राजपूत सांसद ही रहा है। राज परिवार का दबदबा रहने वाली सीट से ऐसा भी समय आया जब कई बार आम इंसान ने राजपरिवार को मात भी दी। मंडी में 33 प्रतिशत से ज्यादा राजपूत है और 21 प्रतिशत से ज्यादा ब्राह्मण है। ब्राह्मण से ज्यादा यानि 29 प्रतिशत से अधिक यहाँ अनुसूचित जन जाती है। परंतु निर्णायक ब्राह्मण और राजपूत ही माने जाते हैं। अब तक एक बार ही अनुसूचित जाती के सांसद इस सीट से बन कर सदन तक पहुंचे हैं।
17 में से 12 विधानसभा सीटों पर भाजपा
मंडी लोकसभा सीट क्षेत्र के अंतर्गत 17 विधानसभा सीटें आती हैं। इनमें से भाजपा के हिस्से में 12 सीटें हैं। विधानसभा सीटों में मंडी, नाचन, सुंदर नगर, सेराज, बल्ह, जोगिंदरनगर, कुल्लू, आनी, स्पीति, मनाली, बंजार, करसोग, रामपुर, किन्नौर, दरंग, भरमौर, लाहौल मंडी लोकसभा सीट के अंदर ही आती है। क्षेत्रफल के दृष्टिकोण से ये देश का दूसरा सबसे बड़ा लोकसभा क्षेत्र है। ऐसे में विधानसभा सीटों पर भाजपा भारी है।
क्या कहते हैं 2019 के आंकड़े?
साल 2019 के लोकसभा चुनाव में मंडी में कुल 11 लाख 50 हज़ार 408 लोगों ने अपने मतदान करने के अधिकार का उपयोग किया था। कुल मतदाता 12 लाख 81 हज़ार 462 थे, जो वोट 17 उम्मीदवारों में बंटे। 73.461 प्रतिशत मतदान के साथ कुल महिला मतदाता 6 लाख 50 हज़ार 796 में से 4 लाख 69 हज़ार, 659 महिलाओं ने अपना मत इस्तेमाल किया। वहीं कुल पुरुष मतदाता 6 लाख 30 हज़ार 661 थे जिनमें से 4 लाख 61 हज़ार 30 पुरुषों ने अपने मत का इस्तेमाल किया।
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