Loksabha Election2024 News Bihar: बिहार। लोकसभा चुनाव में खलल डालने की तैयारी में हैं कई लोग! आपको बता दें कि बिहार के गोपालगंज में लोकसभा चुनाव से पहले 8 हजार 774 सिम कार्ड के साथ तीन लोगों को पकड़ा गया है। इसके साथ ही नेपाली करेंसी मिलने के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने कार्रवाई शुरू कर दी है। उपलब्ध विवरण के मुताबिक, आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) और बिहार एटीएस पूरे मामले की जांच कर रही है. पुलिस और जांच एजेंसियों को शक है कि इतनी बड़ी मात्रा में सिम कार्ड लोकसभा चुनाव में धांधली की साजिश हो सकती है।
सिम कार्ड के साथ तीन आरोपियों को भी गिरफ्तार
पुलिस जांच में मिली जानकारी के मुताबिक, ये सिम कार्ड दिल्ली से फ्लाइट से गोरखपुर एयरपोर्ट लाए गए थे। बता दें कि नेपाल से आये पश्चिम बंगाल के मालदा जिले के तीन युवकों को एयरपोर्ट पर सिम कार्ड मिला। पूरा नेटवर्क नेपाल के काठमांडू से संचालित होता था। इसलिए सुरक्षा एजेंसियों को डर है कि इसके पीछे दुश्मन देश चीन का हाथ हो सकता है।
इस सिम कार्ड साइबर ठगी में किया जाता था इस्तेमाल
जानकारी सामने आई है कि पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए तीनों युवक पश्चिम बंगाल के मालदा के रहने वाले हैं। मामले की आगे जांच की जा रही है, क्योंकि पुलिस को शक है कि ये लोग बांग्लादेशी हैं। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि मामले की आगे की जांच के लिए जांच एजेंसियों की मदद ली जा रही है। आपको बता दें कि 5 अप्रैल को गोपालगंज के कुचायकोट थाने की पुलिस ने यूपी-बिहार के बलथरी चेक पोस्ट पर एक कार से 8 हजार 774 सिम कार्ड और 18 हजार नेपाली करेंसी जब्त की थी। गिरफ्तार युवक ने पुलिस पूछताछ में बताया कि इस सिम कार्ड का इस्तेमाल साइबर ठगी में किया जाता था।
कुछ कार्ड सक्रिय, कुछ सादे
गौरतलब है कि इस मामले की जांच बिहार पुलिस भी कर चुकी है। तो पता चला कि इनमें से कुछ कार्ड सक्रिय हैं और कुछ सादे हैं। इससे खुलासा हुआ है कि MoBine फोन के जरिए लाखों रुपये का लेनदेन किया गया है। अब सवाल यह है कि इतने सारे सिम कार्ड लेकर लोकसभा चुनाव में गड़बड़ी फैलाने की साजिश कौन रच रहा है। काठमांडू, नेपाल से नेटवर्क का संचालन कौन करता है? इन सभी मुद्दों पर सुरक्षा एजेंसियां और गोपालगंज पुलिस गहनता से जांच कर रही है।