Lok Sabha Election 2024: गुजरात की तरह मध्य प्रदेश में भी कांग्रेस को एक बड़ा झटका लगा है। इंदौर लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार अक्षय कांति बम ने अपना नामांकन वापस ले लिया है। इसके बाद इंदौर सीट पर अब भाजपा (BJP)के लिए मैदान लगभग साफ हो गया है । सामने निर्दलीय और अन्य छोटे दलों के अलावा कोई दमदार प्रत्याशी नहीं बचा है। अब BJP नेता अन्य निर्दलीय प्रत्याशियों की भी नाम वापसी को लेकर प्रयास कर रहे हैं।
इंदौर प्रत्याशी के नामांकन वापसी से कांग्रेस को झटका
इंदौर में कांग्रेस प्रत्याशी के नामांकन वापिस लेने के बाद कांग्रेस को झटका लगा है । BJP नेता अब अन्य निर्दलीय प्रत्याशियों का भी नाम वापस कराने को लेकर प्रयास कर रहे हैं। इस बारे में बीजेपी विधायक गोली शुक्ला का कहना है कि कई और निर्दलीय प्रत्याशी है जो अपना फार्म आज वापिस ले रहे है। और वहीं बीजेपी कार्यालय पर कई निर्दलीय प्रत्याशियों को लाया गया। उन सब ने भी बीजेपी के समर्थन में अपना नाम वापिस ले लिया। वही BJP विधायक गोली शुक्ला एक निर्दलीय प्रत्याशी विजय इंगले को लेकर नाम वापसी के लिए निकले है। अन्य निर्दलीय प्रत्याशियों से भी संपर्क करके उन्हें भी नाम वापसी के लिए मनाया जा रहा है।
निर्विरोध चुनाव की ओर इंदौर लोकसभा सीट
कांग्रेस ने डमी उम्मीदवार के रूप में पहले इंदौर दुग्ध संघ के अध्यक्ष मोतीसिंह पटेल का नामांकन दाखिल कराया था, लेकिन उनका नामांकन पहले ही दिन निरस्त हो गया था। इस तरह अब इंदौर लोकसभा पर कांग्रेस का कोई भी उम्मीदवार मुकाबले में नहीं है। अब इंदौर सीट पर बड़े राजनीतिक दलों में केवल शंकर लालवानी ही BJP प्रत्याशी के रूप में मैदान में हैं। नेताओं का प्रयास है कि जो भी निर्दलीय प्रत्याशी हैं वे स्वेच्छा से अपना फार्म वापिस ले लें। इसी कड़ी में BJP कार्यालय पर कई निर्दलीय प्रत्याशी को लाया गया और उन्होंने भी बीजेपी के समर्थन में अपना नाम वापिस ले लिया। देखना होगा कि गुजरात की तरह मध्य प्रदेश में भी एक सीट पर निर्विरोध चुनाव हो पाता है या नहीं।
एमपी में लोकसभा प्रत्याशी के नामांकन वापसी की बड़ी घटना
यह मध्यप्रदेश के राजनीतिक इतिहास की सबसे बड़ी घटना है जब किसी लोकसभा प्रत्याशी ने अपना नामांकन पत्र वापस लिया है आज नामांकन फॉर्म वापस लेने की आखिरी तारीख भी थी। अक्षय बम कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और अपना नामांकन वापस ले लिया। इस बात की जानकारी कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को भी नहीं लग पाई। अक्षय बम से पहले इंदौर कांग्रेस के कई नेताओं ने भी BJP का दामन थाम लिया है।