महाकुंभ 2025: भयंकर भीड़, सुरक्षा की भारी कमी, सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे कई हैरान कर देने वाले वीडियो

प्रयागराज का महाकुंभ हर बार अपनी विशालता और धार्मिक महत्व के लिए दुनियाभर में चर्चित रहता है। इस बार भी लाखों श्रद्धालु संगम में डुबकी लगाने के लिए पहुंचे हैं, लेकिन हालात इतने बिगड़े हुए हैं कि महाकुंभ में सुरक्षा और व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल उठने लगे हैं। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो इस बात का गवाह हैं कि यहां की स्थिति बहुत खराब हो चुकी है।

भीड़ में फंसे श्रद्धालु, सोशल मीडिया पर बयां हो रही पीड़ा

महाकुंभ का आयोजन लाखों श्रद्धालुओं के लिए एक विशेष अनुभव होता है, लेकिन इस बार भारी भीड़ और अव्यवस्था ने इस धार्मिक आयोजन को मुश्किल बना दिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, 30 जनवरी तक करीब 92.90 लाख लोग महाकुंभ क्षेत्र में पहुंच चुके हैं और अब तक 27.58 करोड़ लोग संगम में स्नान कर चुके हैं। इस भीड़ में लोग इधर-उधर फंसे हुए हैं और उनकी मदद के लिए कोई ठोस व्यवस्था नजर नहीं आ रही। सोशल मीडिया पर जो वीडियो वायरल हो रहे हैं, वे बेहद चौंकाने वाले हैं। इन वीडियो में दिखाया गया है कि श्रद्धालु एक-दूसरे से टकरा रहे हैं, रास्ते में गिर रहे हैं और वहां की व्यवस्था पूरी तरह से ढह चुकी है। कई वीडियो में लोग यह कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि “आराम से चलो, गिर मत जाना”। एक वीडियो में तो एक व्यक्ति भीड़ के बीच गिरे हुए वृद्ध महिला को उठाता हुआ नजर आ रहा है, जबकि उसके पास कोई मदद के लिए नहीं आ रहा है।

भीड़ में दबे हुए लोग, प्रशासन की नाकामी पर सवाल

कुछ वीडियो में दिखाया गया है कि भीड़ के कारण सैंकड़ों लोग एक-दूसरे के ऊपर दब गए हैं। इनमें से कई लोग घायल हो गए हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई मदद नहीं मिल रही। एक वीडियो में एक शख्स कहता है, “यहां सैंकड़ों लोग दबी हुई स्थिति में हैं, कोई मदद करने वाला नहीं है।” इस वीडियो से साफ पता चलता है कि प्रशासन की व्यवस्था पूरी तरह से फेल हो चुकी है। इसके अलावा एक और वीडियो में एक शख्स यह बताते हुए नजर आता है कि “भागदौड़ के कारण कई लोग गिर गए हैं, हम उन्हें बचा रहे हैं, लेकिन और भी लोग हैं जो नीचे गिर चुके हैं।”

ट्रैफिक जाम की समस्या भी बनी बड़ी चुनौती

महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ का असर ट्रैफिक पर भी पड़ा है। कई वीडियो में दिखाया गया है कि लोग अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए घंटों जाम में फंसे हुए हैं। एक वीडियो में एक शख्स कहता है, “हम 60 किलोमीटर पीछे हैं, संगम से 70 किलोमीटर तक रास्ता जाम हो चुका है।” ट्रैफिक की यह स्थिति और भी ज्यादा भयावह हो जाती है जब लोग अपनी जगह से हिल नहीं पा रहे हैं और किसी तरह की कोई व्यवस्था नजर नहीं आती।

 

मौनी अमावस्या पर हुए हादसे ने बढ़ाई चिंताएं

29 जनवरी को मौनी अमावस्या के दिन महाकुंभ में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने संगम में स्नान किया। इस दौरान हुई भगदड़ और अव्यवस्था के कारण कम से कम 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि 90 से अधिक लोग घायल हो गए। यह हादसा महाकुंभ के आयोजन में सुरक्षा और व्यवस्था की गंभीर कमी को उजागर करता है। इसके बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं और पुलिस ने भी मामले की जांच शुरू कर दी है।

 

क्या है  प्रशासन की तैयारी?

हालांकि प्रशासन की ओर से सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए जाने की बात की गई थी, लेकिन वास्तविकता कुछ और ही है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो इस बात का प्रमाण हैं कि प्रशासन ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। इस वजह से श्रद्धालुओं को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कई वीडियो में प्रशासन को दोषी ठहराया जा रहा है और ये वीडियो प्रशासन की नाकामी को उजागर कर रहे हैं।

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