महादेव बेटिंग ऐप

महादेव बेटिंग ऐप के मालिक दुबई में हिरासत में, भारत लाने की तैयारी

Mahadev betting app scam: महादेव बेटिंग ऐप के मालिक सौरभ चंद्राकर को दुबई में हिरासत में लिया गया है। सूत्रों के अनुसार, प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम उन्हें एक हफ्ते के भीतर भारत वापस लाने की योजना बना रही है। सौरभ चंद्राकर का नाम हाल ही में चर्चा में आया है, खासकर उनके कथित कनेक्शन के कारण दाऊद इब्राहिम की D कंपनी से।

महादेव ऐप पर कानूनी कार्रवाई

महादेव ऐप के खिलाफ देश के कई राज्यों में केस दर्ज हैं। केंद्र सरकार ने 5 नवंबर 2023 को महादेव बेटिंग ऐप समेत 22 अवैध सट्टेबाजी ऐप और वेबसाइटों पर बैन लगाने का आदेश दिया था। यह आदेश इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी अधिनियम की धारा 69ए के तहत ED की सिफारिशों के बाद जारी किया गया।

भूपेश बघेल का नाम विवाद में

महादेव ऐप का मामला तब और सुर्खियों में आया जब ED ने दावा किया कि उसने एक ‘कैश कूरियर’ के ईमेल स्टेटमेंट को रिकॉर्ड किया है, जिसमें आरोप लगाया गया था कि छत्तीसगढ़ के तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यूएई में ऐप प्रमोटरों से कथित तौर पर 508 करोड़ रुपये लिए थे। हालांकि, भूपेश बघेल ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया।

धोखाधड़ी के आरोप

महादेव बेटिंग ऐप और उसके प्रमोटर्स के खिलाफ मुंबई पुलिस ने 8 नवंबर 2023 को धोखाधड़ी का केस दर्ज किया। FIR में कहा गया है कि आरोपियों ने लोगों को करीब 15 हजार करोड़ रुपये का चूना लगाया है। इस मामले में सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल और 30 से ज्यादा लोगों पर केस दर्ज किया गया था। यह मामला बाद में मुंबई क्राइम ब्रांच को सौंपा गया और विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया गया।

सामाजिक कार्यकर्ता ने दायर की थी याचिका

इस पूरे मामले में एक सामाजिक कार्यकर्ता ने निचली अदालत में याचिका दायर की थी, जिसमें महादेव ऐप और उसके प्रमोटर्स के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की गई थी। कोर्ट ने इस याचिका पर सुनवाई करते हुए माटुंगा पुलिस को केस दर्ज करने का आदेश दिया, जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई की।

सौरभ चंद्राकर की गिरफ्तारी और उन्हें भारत लाने की प्रक्रिया ने इस मामले को एक नया मोड़ दिया है। अब देखना यह होगा कि भारत में उनकी गिरफ्तारी के बाद इस मामले की जांच कैसे आगे बढ़ती है और क्या सरकार महादेव ऐप के खिलाफ और सख्त कदम उठाएगी। यह घटना इस बात का भी संकेत है कि अवैध सट्टेबाजी के खिलाफ सरकारी कार्रवाई तेज हो रही है।