महाकुंभ में नाव चलाकर करोड़पति बन गया एक परिवार, CM योगी ने भी की सराहना

महाकुंभ मेला सिर्फ आस्था और आध्यात्म का मेला नहीं है, बल्कि यह कई लोगों के लिए आर्थिक समृद्धि का जरिया भी बन जाता है। प्रयागराज के अरैल क्षेत्र के नाव चालक पिंटू महरा और उनके परिवार के लिए यह मेला वरदान साबित हुआ। महज 45 दिनों में उन्होंने करीब 30 करोड़ रुपये कमाए! यह कहानी न केवल उनकी मेहनत की मिसाल है, बल्कि यह भी दिखाती है कि महाकुंभ जैसे आयोजन कैसे लोगों की जिंदगी बदल सकते हैं। बता दें कि इस परिवार कि लगन और मेहनत को देखते हुए खुद CM योगी ने तारीफ की है।

परिवार ने 45 दिन में कमा डाले 30 करोड रुपए

पिंटू महरा का परिवार नाव संचालन के व्यवसाय से जुड़ा हुआ है। उनके परिवार(Prayagraj Boatmen Pintu Mahra) में करीब 100 सदस्य हैं, जिनके पास 130 से अधिक नावें हैं। महाकुंभ के दौरान इन नावों का उपयोग श्रद्धालुओं को संगम तक ले जाने और वापस लाने के लिए किया गया। पिंटू के मुताबिक, उनके परिवार के प्रत्येक सदस्य ने छह से सात लाख रुपये कमाए।

कैसे महाकुंभ उभरा एक आर्थिक बूस्टर के तौर पर?

महाकुंभ मेला 13 जनवरी से 26 फरवरी तक चला और इस दौरान 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में स्नान किया। इस आयोजन ने न केवल नाविकों, बल्कि माला-फूल बेचने वालों, तीर्थपुरोहितों और अन्य छोटे व्यवसायियों के लिए भी आय का स्रोत बन गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी विधानसभा में इस बात का उल्लेख किया कि महाकुंभ ने प्रदेश की अर्थव्यवस्था को गति दी है।

नाव संचालन का व्यवसाय

पिंटू महरा के परिवार के पास पहले से ही करीब 12 नावें थीं, लेकिन महाकुंभ के पहले उन्होंने 70 नई नावें बनवाईं, जिनमें सात मोटर बोट भी शामिल थीं। महाकुंभ के दौरान इन नावों का भरपूर उपयोग हुआ और उन्होंने (Prayagraj Boatmen Pintu Mahra) प्रतिदिन 50 से 52 हजार रुपये प्रति नाव की बचत की।

करोड़पति बनाने में रहा श्रद्धालुओं का योगदान

पिंटू के मुताबिक, श्रद्धालुओं ने स्वेच्छा से मुंह मांगा किराया दिया और कई लोगों ने उपहार के रूप में पैसे, आभूषण और कपड़े भी दिए। उन्होंने कहा कि नाविकों ने न केवल पैसा कमाया, बल्कि पुण्य भी अर्जित किया।

CM योगी पर क्या बोला परिवार?

पिंटू महरा और उनकी मां शुक्लावती ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनके प्रबंधन ने महाकुंभ को भव्य और दिव्य बना दिया। उन्होंने (Prayagraj Boatmen Pintu Mahra) सपा नेता अखिलेश यादव के आरोपों को भी खारिज किया, जिन्होंने कहा था कि महाकुंभ में नाविकों को कमाई नहीं हुई। पिंटू ने कहा कि प्रयागराज और आसपास के जिलों के नाविकों ने भी इस आयोजन से अच्छी आय अर्जित की है।

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