Mahakumbh 2025

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीएम मोदी से की मुलाकात, महाकुंभ में आने का दिया न्योता

Mahakumbh 2025: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं ने प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ-2025 की तैयारियों पर चर्चा की। मुख्यमंत्री योगी ने प्रधानमंत्री को महाकुंभ में आने का निमंत्रण भी दिया।

प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इस मुलाकात की जानकारी देते हुए लिखा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की है।

सीएम योगी ने भी अपनी इस मुलाकात की तस्वीरें एक्स पर साझा कीं और लिखा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दिल्ली में शिष्टाचार भेंट की। उनके मार्गदर्शन और प्रेरणा से महाकुंभ-2025, जो सनातन परंपरा और गर्व का प्रतीक है, एक दिव्य, भव्य और डिजिटल स्वरूप में दुनिया को ‘नए भारत’ का दर्शन कराएगा। प्रधानमंत्री जी का समय देने और समर्थन के लिए हार्दिक आभार।”

महाकुंभ का आयोजन प्रदेश की संभावनाओं को दिखाने का अवसर 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को कहा कि महाकुंभ का यह आयोजन उत्तर प्रदेश की संभावनाओं को दिखाने और प्रदेश की ब्रांडिंग के लिए बेहतरीन मौका है। सीएम योगी ने महाकुंभ मेला के सेक्टर तीन में बने डिजिटल कुंभ एक्सपीरियंस सेंटर का उद्घाटन किया।

उन्होंने बताया कि 13 जनवरी से शुरू होने वाले प्रयागराज महाकुंभ में त्रिवेणी संगम में स्नान करने के लिए लोगों में जबरदस्त उत्साह है। न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि देश के कई अन्य राज्यों की पूरी कैबिनेट भी संगम में स्नान करने की तैयारी कर रही है।

महाकुंभ एक्सपीरियंस सेंटर की हुई जमकर तारीफ 

मुख्यमंत्री ने कहा कि डिजिटल महाकुंभ एक्सपीरियंस सेंटर असली महाकुंभ की दिव्यता और भव्यता को डिजिटल तरीके से दिखाने का एक शानदार माध्यम है। उन्होंने वीआर तकनीक के जरिए समुद्र मंथन की कहानी का अनुभव किया और इसकी खूब तारीफ की। इसके अलावा, उन्होंने एक्सपीरियंस सेंटर की सभी गैलरियों का दौरा किया और इसे नई पीढ़ी को भारत की प्राचीन संस्कृति से जोड़ने का एक बेहतरीन जरिया बताया।

क्या है डिजिटल महाकुम्भ एक्सपीरिएंस सेंटर?

उन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ियों को जब महाकुंभ में संगम स्नान का अवसर मिले, तो उन्हें ‘डिजिटल महाकुंभ एक्सपीरियंस सेंटर’ ज़रूर देखना चाहिए। इस सेंटर के ज़रिए नई पीढ़ी को हमारे प्राचीन भारत की झलक मिलेगी। वे अपनी जड़ों को महसूस कर सकेंगे और सनातन धर्म के प्रति उनकी आस्था और गहरी होगी। साथ ही, विदेशी पर्यटक भी भारत की समृद्ध संस्कृति और इसके प्राचीन इतिहास को करीब से समझ और अनुभव कर पाएंगे।

 

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