maharashtra assembly election

महाराष्ट्र में कांग्रेस को झटका, दक्षिण भारत में मिली सियासी संजीवनी

maharashtra assembly election: 23 नवंबर, 2024 को आये चुनाव नतीजों ने कांग्रेस पार्टी को कहीं खुश किया तो कही निराश। जहां एक ओर महाराष्ट्र में पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा, वहीं दूसरी ओर दक्षिण भारत में कुछ महत्वपूर्ण सीटों पर जीत हासिल की। जिसमें कर्नाटक की तीन विधानसभा सीटें, केरल की एक विधानसभा सीट और वायनाड लोकसभा सीट शामिल हैं। यह जीत कांग्रेस के लिए एक बड़ी राहत साबित हुई है, खासकर महाराष्ट्र में मिली निराशाजनक हार के बाद।

महाराष्ट्र में कांग्रेस की करारी हार

maharashtra assembly election: महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। पार्टी ने राज्य में 102 सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन नतीजे उम्मीद के मुताबिक नहीं रहे। कांग्रेस 25 से भी कम सीटों पर सिमट कर रह गई है, जो पिछले चुनाव के मुकाबले काफी कम है। इस हार के कारण पार्टी राज्य में विपक्ष के नेता का पद भी खो सकती है, क्योंकि इसके लिए कम से कम 29 सीटें जीतना आवश्यक था।

कर्नाटक में कांग्रेस का क्लीन स्वीप

कर्नाटक में हुए उपचुनावों में कांग्रेस ने तीनों विधानसभा सीटों पर जीत हासिल की। सन्डुर, शिग्गाओं और चन्नापटना सीटों पर कांग्रेस ने भाजपा और जनता दल (सेकुलर) को पछाड़ दिया है। यह जीत कर्नाटक में कांग्रेस सरकार के लिए एक बड़ा मनोबल बढ़ाने वाला कदम साबित हुई है। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार के नेतृत्व में पार्टी ने अपने कल्याणकारी कार्यक्रमों और जमीनी स्तर पर मजबूत संगठन का लाभ उठाया।

प्रियंका गांधी की धमाकेदार एंट्री

वायनाड लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने शानदार जीत हासिल की। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी को 4 लाख से अधिक वोटों के अंतर से हराया। यह प्रियंका का पहला चुनाव था और इस जीत के साथ उन्होंने संसद में अपनी एंट्री की है। प्रियंका ने न केवल अपने भाई राहुल गांधी के पिछले रिकॉर्ड को तोड़ा, बल्कि वायनाड में कांग्रेस की मजबूत स्थिति को भी बरकरार रखा।

केरल में मिली-जुली सफलता

केरल में कांग्रेस ने पलक्कड़ विधानसभा सीट पर जीत हासिल की, जहां युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राहुल ममकूटथिल ने 18,715 वोटों के अंतर से अपनी सीट बरकरार रखी। हालांकि, चेलाक्कारा सीट पर पार्टी को हार का सामना करना पड़ा, जहां वाम मोर्चे के उम्मीदवार ने जीत हासिल की।