मुंबई के राज्य सचिवालय में शुक्रवार को उस समय अजीबो गरीब नजारा देखने को मिला, जब महाराष्ट्र के डिप्टी स्पीकर नरहरी झिरवाल ने तीसरी मंजिल से छलांग लगा दी। नरहरी झिरवाल के साथ तीन अन्य विधायकों ने भी सचिवालय की इमारत से छलांग लगाई। हालांकि नीचे जाल लगा होने के कारण सभी की जान बच गई।
पुलिस ने जाल से बाहर निकाला
तीन में से दो आदिवासिय विधायक जाल में फंस गए थे। मौके पर पहुंची पुलिस ने उन्हें जाल से बाहर निकाला। इतनी ऊंचाई से कुदने की वजह से झिरवल की गर्दन पर चोट आई है। उनका ब्लड प्रेशर भी बढ़ गया।
नरहरी झिरवाल, जो राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अजित पवार गुट के सदस्य हैं। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा धनगर समुदाय को अनुसूचित जनजातियों (एसटी) की श्रेणी में शामिल करने की मांग के विरोध में उन्होंने और तीन विधायकों ने मंत्रालय से कूदने का निर्णय लिया। बता दें कि झिरवल खुद शिंदे सरकार का हिस्सा हैं।
वीडियो हो रहा है वायरल
इस मामले को लेकर नरहरी झिरवाल और अन्य आदिवासी विधायकों ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से शुक्रवार को मुलाकात भी की थी। उनकी बात नहीं बनी तो वे मंत्रालय की तीसरी मंजिल से कूद गए। अधिकारियों ने कहा कि उनमें से किसी को भी चोटें नहीं आईं। इस घटना का वीडियो भी सामने आया है।
#WATCH | NCP leader Ajit Pawar faction MLA and deputy speaker Narhari Jhirwal jumped from the third floor of Maharashtra’s Mantralaya and got stuck on the safety net. Police present at the spot. Details awaited pic.twitter.com/nYoN0E8F16
— ANI (@ANI) October 4, 2024
झिरवल ने पहले ही दी थी चेतावनी
वहीं एक नाथ शिंदे से मुलाकात से पहले झिरवल ने चेतावनी देते हुए कहा था कि अगर उनकी बात नहीं मानी जाती तो उनका प्लान बी भी तैयार है। झिरवल ने बताया कि हम लोग ST आरक्षण को प्रभावित नहीं होने देना चाहते हैं। इसके बाद एक घंटे के अंदर उन्होंने मंत्रालय की तीसरी मंजिल से छलांग लगा दी।
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