Mahavir Phogat: कुश्ती खिलाड़ी और कांग्रेस उम्मीदवार विनेश फोगाट को कांग्रेस पार्टी ने हरियाणा विधानसभा चुनावों के लिए जुलाना सीट से मैदान में उतारा है। लेकिन उनके चाचा महावीर फोगाट को विनेश का राजनीति में जाना नागवार गुजरा है। वे विनेश के इस फैसले से असहमत हैं। उनका कहना है कि विनेश को इस समय राजनीति में प्रवेश नहीं करना चाहिए था और वह 2028 के बाद राजनीति में आ सकती थीं।
‘2028 के बाद राजनीति में आतीं’
एक न्यूज चैनल से बात करते हुए महावीर फोगाट ने कहा, ‘विनेश को अभी राजनीति में नहीं आना चाहिए था। मैं इसे उचित नहीं मानता।’ महावीर फोगाट ने इसके पीछे का कारण बताते हुए कहा, ‘विनेश को अब 2028 ओलंपिक में भाग लेना चाहिए था। वह उनके लिए अधिक महत्वपूर्ण होता। अगर वह 2028 के बाद राजनीति में आतीं, तो उन्हें एक पदक विजेता के रूप में जाना जाता। मुझे यकीन नहीं है कि वह राजनीति में आकर खिलाड़ियों के लिए कितनी भलाई करेंगी। एक खिलाड़ी को राजनीति में आने की बजाय नए टैलेंट को ट्रेनिंग पर ध्यान देना चाहिए। यह काम फेडरेशन में शामिल होकर भी किया जा सकता है।’
बबीता फोगाट के राजनीति में आने पर कही ये बात?
वहीं, महावीर फोगाट से पूछा गया कि 2019 में उनकी बेटी बबीता फोगाट के राजनीति में आने के बारे में उनका क्या विचार है, तो उन्होंने कहा, ‘2016 से पहले कांग्रेस की सरकार थी। मुझे अखाड़े में मैट तक नहीं मिल पाई थी। उससे पहले मैंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खिलाड़ियों को प्रशिक्षित किया था। इसी वजह से मेरी बेटी बबीता फोगाट ने 2019 में चुनाव लड़ा। ये मैट हमें 2016 में बीजेपी सरकार द्वारा प्रदान किए गए थे।’
क्या हरियाणा की खेंल मंत्री बनेंगी विनेश?
जब उनसे पूछा गया कि अगर हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बनती है तो क्या विनेश फोगाट खेल मंत्री बन सकती हैं। इस सवाल के जवाब में महावीर फोगाट ने कहा, ‘अगर वह खेल मंत्री बनती हैं और खिलाड़ियों पर सकारात्मक प्रभाव डालती हैं, तो यह बहुत अच्छा होगा।’
भूपिंदर और दीपेंद्र सिंह हुड्ड पर बोला हमला
महावीर फोगाट ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा और दीपेंद्र सिंह हुड्डा पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘आज वे अपनी बेटियों की भलाई की बात कर रहे हैं। जब जंतर मंतर पर विरोध हो रहा था, तब वे वहां पूरे समय क्यों नहीं बैठे रहे? अगर खिलाड़ियों को राजनीति में शामिल होने से इतना फायदा होता, तो सभी राजनेताओं को जंतर मंतर पर खिलाड़ियों के साथ धरने पर बैठना चाहिए था। विनेश का राजनीति में आने का फैसला उनका खुद का है। मैंने उनसे बात नहीं की है।’
5 अक्टूबर को होने हैं विधानसभा चुनाव
बता दें कि हरियाणा में एक चरण में 5 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव होने हैं। वहीं 90 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव के नतीजे 8 अक्टूबर को आएंगे।
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