छत्तीसगढ़ के मुंगेली में गुरुवार को एक बड़ा हादसा हुआ है। जानकारी के मुताबिक मुंगली के कुसुम लोहा प्लांट में चिमनी गिरने से 9 से अधिक मजदूरों की मौत हो गई है। घटना के तुरंत बाद राहत-बचाव कार्य शुरू हो गया है, चिमनी के नीचे दबे कई मजदूरों को निकाला जा चुका है, वहीं अभी भी 30 मजदूरों के दबे होने की आशंका है।
चिमनी के नीचे दबे 30 से अधिक मजदूर
स्थानीय मीडिया द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक गुरुवार शाम को जब मजदूर प्लांट में काम कर रहे थे, तभी अचानक चिमनी गिर गई थी। चिमनी के गिरने से 40 से अधिक मजूदर उसके नीचे दब गए थे। जिसके मौके पर मौजदू अन्य लोगों ने राहत-बचाव कार्य शुरू किया था। अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक इस हादसे में 9 से अधिक मजदूरों की मौत हो चुकी है, वहीं 30 से अधिक मजदूर अभी भी चिमनी के नीचे फंसे हुए हैं। सूचना मिलने के बाद पुलिस प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंच गई हैं। बता दें कि मलबे में फंसे लोगों को निकालने की कोशिश जारी है।
#WATCH | Chhattisgarh: Silo structure of a smelting plant in Sargaon, Mungeli collapsed reportedly trapping labourers. One injured labourer has been admitted to a hospital. Police and Administration are present at the spot. Rescue operation is underway. pic.twitter.com/TVjqTX3An0
— ANI (@ANI) January 9, 2025
घटनास्थल पर रेस्क्यू जारी
घटना की सूचना मिलने के बाद कई बड़े अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं। जानकारी के मुताबिक अभी भी रेस्क्यू कार्य जारी है और चिमनी के नीचे अभी कई मजदूरों के फंसे होने की संभावना है। पुलिस ने मीडिया से बातचीत में बताया है कि गुरुवार की शाम सरगांव थाना क्षेत्र के रामबोड़ इलाके में कुसुम प्लांट में चिमनी गिरने से 30 लोग दब गये हैं, इस घटना में पुलिस ने 5 से ज्यादा लोगों के मौत की आशंका जताई है। पुलिस ने बताया है कि घटना के तुरंत बाद मौके से दो लोगों को चिमनी के मलबे से निकालकर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने कहा कि रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर मलबे में दबे लोगों को बाहर निकालने का प्रयास जारी है।
बढ़ सकती है मृतकों की संख्या
प्लांट के पास मौजूद एक स्थानीय व्यक्ति ने घटना का आखों देखी हाल बताया है। उस व्यक्ति ने नाम नहीं छापने की शर्त पर कहा है, चिमनी गिरने की आवाज इतनी तेज थी कि कई किलोमीटर दूर तक लोग हिल गए थे। उस व्यक्ति ने कहा कि चिमनी के नीचे अभी भी कई मजदूर भाई दबे हैं, जिन्हें निकालने का प्रयास जारी है। हालांकि उनके बचने की संभावना बहुत कम है। चिमनी क्यों गिरी के सवाल पर उस व्यक्ति ने कहा कि इसकी जानकारी उसे नहीं है।