कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक खड़गेइस वक्त विवादों में घिरे हुए हैं। दरअसल प्रियांक खड़गे के सहयोगी पर बिना टेंडर के 15 लाख रुपये से ज्यादा लेकर धोखाधड़ी करने का आरोप है। इतना ही नहीं इस मामले में 1 करोड़ रुपये देने के लिए दबाव डालने का भी आरोप लगाया जा रहा है। जानिए आखिर ये क्या मामला है और इसमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे प्रियांक खरगे का नाम क्यों सामने आ रहा है।
क्या है मामला?
बता दें कि सचिन पांचाल नाम के एक नौजवान ठेकेदार ने बीते 26 दिसंबर को आत्महत्या कर लिया था। वहीं सचिन ने आत्महत्या करने के दौरान राजू कपनूर पर गंभीर आरोप लगाया था। वहीं सचिन का शव बीदर जिले के भालकी तालुका के कट्टिटुनगांव गांव में रेलवे ट्रैक पर क्षत-विक्षत अवस्था में मिला था। अपने सुसाइड नोट पर मंत्री प्रियांक खड़गे के करीबी और कलबुर्गी महानगर निगम के पूर्व नगरसेवक राजू कपनूर पर गंभीर आरोप लगाया है।
राजू कपनूर पर लगाया गंभीर आरोप
सचिन पांचाल नामक शख्स ने सुसाइड के समय राजू कपनूर पर पैसे नहीं देने और जान से मारने की धमकी देने का आरोप भी लगाया है। आरोप ये भी है कि राजू कपनूर और गिरोह ने भाजपा विधायक बसवराज मैटिमूड, अंडोला स्वामीजी श्री सिद्धलिंग स्वामीजी, चंदू पाटिल और मणिकांता समेत चार लोगों की हत्या की सुपारी दी थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जब पुलिस के सामने ये मामला गया था, तो पुलिस ने शिकायत दर्ज करने में काफी आनाकानी की है।
प्रियांक के सहयोगी पर गंभीर आरोप
बता दें कि मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक खड़गे के सहयोगी राजू कपनूर पर आरोप है कि उन्होंने बिना टेंडर दिए 15 लाख रुपये से ज्यादा लेकर धोखाधड़ी की है। इसके अलावा ये भी आरोप है कि 1 करोड़ रुपये देने के लिए दबाव डाला जा रहा था। वहीं इस मामले का कनेक्शन भी नोट लिखकर आत्महत्या करने वाले बीदर के ठेकेदार सचिन पांचाल से जोड़ा जा रहा है।
बीजेपी नेताओं की सुपारी देने का आरोप
राजू कपनूर पर बीजेपी नेताओं की हत्या की सुपारी देने का भी आरोप है। वहीं इस मामले ने सियासी रूप ले लिया है और बीजेपी ने इस मामले में सीबीआई जांच कराने की मांग की है। वहीं बीजेपी के नेता मृतक ठेकेदार सचिन के घर जाकर सांत्वना दे चुकी है और बीजेपी नेता प्रियांक के बहाने मल्लिकार्जुन खड़गे पर भी निशाना साधा है।
प्रियांक खरगे के इस्तीफे की मांग
बीजेपी नेताओं ने प्रियांक खरगे के इस्तीफे की मांग कर रही है। वहीं इस मामले पर पर प्रियांक ने प्रतिक्रिया दी है। प्रियांक ने कहा है कि चाहे कितना भी चिल्लाओ और कपड़े फाड़ लो, इस्तीफा देने का सवाल ही नहीं उठता है। उन्होंने कहा कि अगर कोई दस्तावेज है, तो उन्हें दिखाया जाए। वहीं प्रियांक ने कहा है कि मैंने कभी नहीं कहा कि राजू कपनूर मेरा दोस्त नहीं है, लेकिन कांग्रेस में शामिल होने से पहले कपनूर बीजेपी में था।
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