Mamata Banerjee Statement: जानिए ऐसा कह दिया दीदी ने कि भड़क गए असम, ओडिशा और मणिपुर के मुख्यमंत्री?

Mamata Banerjee Statement: इन दिनों पश्चिम बंगाल कोलकाता में महिला ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप और हत्या मामले को लेकर चर्चा में बना हुआ है। इस मामले को लेकर राज्य के छात्रों द्वारा नबन्ना अभियान की शुरुआत की। वहीं बुधवार को बंगाल में मुख्य विपक्षी दल बीजेपी ने भी ‘बंगाल बंद’ बुलाया। इस दौरान ममता बनर्जी के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन हुआ। इसे लेकर ममता बनर्जी का बयान भी सामने आया। बुधवार को टीएमसी की स्टूडेंट यूनिट तृणमूल कांग्रेस छात्र परिषद का स्थापना दिवस के मौके पर ममता बनर्जी ने अपने संबोधन में बीजेपी और मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला था।’ अब अपने इस बयान पर ममता बनर्जी ने सोशल मीडिया पर स्पष्टीकरण दिया है।

ममता बनर्जी का सोशल मीडिया पोस्ट

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपने हालिया बयान को स्पष्ट करते हुए कहा कि उन्होंने मेडिकल छात्रों या उनके आंदोलनों के खिलाफ एक भी शब्द नहीं कहा है। ममता ने इस संबंध में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट शेयर किया। ममता ने कहा, ‘मैंने कल हमारे छात्रों के कार्यक्रम में जो भाषण दिया था, उसके संदर्भ में कुछ प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया में एक दुर्भावनापूर्ण दुष्प्रचार अभियान चलाए जाने का पता लगाया है। मैं पूरी दृढ़ता के साथ स्पष्ट करना चाहती हूं कि मैंने (मेडिकल आदि) छात्रों या उनके आंदोलनों के खिलाफ एक भी शब्द नहीं कहा है। मैं उनके आंदोलन का पूरी तरह समर्थन करती हूं। उनका आंदोलन सही है। मैंने कभी उन्हें धमकी नहीं दी, जैसा कि कुछ लोग मुझ पर आरोप लगा रहे हैं। यह आरोप पूरी तरह से झूठा है।’

ममता ने आगे कहा,’ मैंने भाजपा के खिलाफ बोला है। मैंने उनके खिलाफ इसलिए बोला है क्योंकि वे भारत सरकार के समर्थन से हमारे राज्य में लोकतंत्र को खतरे में डाल रहे हैं और अराजकता पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। केंद्र के समर्थन से वे कानून व्यवस्था को बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं और मैंने उनके खिलाफ अपनी आवाज उठाई है।

मैं यह भी स्पष्ट करना चाहती हूं कि मैंने अपने कल के भाषण में ‘फोंश करा’ शब्द का जो उपयोग किया था, वह श्री रामकृष्ण परमहंस देव का एक उद्धरण है। महान संत ने कहा था कि कभी-कभी आवाज उठाने की आवश्यकता होती है। जब अपराध और आपराधिक गतिविधियां होती हैं, तो विरोध की आवाज उठानी पड़ती है। इस बिंदु पर मेरा भाषण महान रामकृष्ण के कथन का प्रत्यक्ष संदर्भ था।’

शहजाद पूनावाला ने ममता बनर्जी की आलोचना की

इस पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने ममता बनर्जी की आलोचना की और कहा कि वह प्रदर्शनकारियों और डॉक्टरों का अपमान कर रही हैं, यह सुझाव देते हुए कि न्याय की मांग करना अशांति फैलाने जैसा है। उन्होंने आगे दावा किया कि पश्चिम बंगाल में अपराधियों को छोड़कर कोई भी सुरक्षित नहीं है।

ममता पर भड़के असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने ममता पर अपने खुद के दोष छिपाने के लिए जनता को भड़काने का प्रयास करने का आरोप लगाया। सरमा ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘दीदी, आपको असम को धमकी देने की हिम्मत कैसे हुई? हमें गुस्से में आंखें न दिखाएं। अपनी असफल राजनीति से भारत को आग में झोंकने की कोशिश न करें।’

मणिपुर के मुख्यमंत्री ने भी बनर्जी की टिप्पणियों की निंदा की

ओडिशा के सीएम ने क्या कहा?

वहीं, ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने भी ममता के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने X पर लिखा, ‘ ‘आपको किसने अधिकार दिया ओडिशा के बारे में ऐसे आपत्तिजनक बयान देने का? ओडिशा एक शांतिपूर्ण राज्य है और यहां के लोग जिम्मेदार और जागरूक हैं। ओडिशा के लोग आपके नफरत भरे रवैये, नकारात्मक टिप्पणियों और हमारे राज्य के प्रति असंवेदनशील रवैये को कभी भी स्वीकार नहीं करेंगे। जघन्य अपराध की पीड़िता को न्याय दिए बिना, आप जो प्रतिशोधात्मक टिप्पणियां कर रहीं हैं वह देश के लिए खतरनाक है। कृपया इस तरह के बयानों से दूर रहिए। शांत रहे।’

क्या बोला था ममता ने?

बता दें कि ये विवाद ममता के टीएमसीपी के स्थापना दिवस रैली में दिए गए भाषण से उत्पन्न हुआ। यहां उन्होंने भाजपा पर पश्चिम बंगाल को बदनाम करने और कोलकाता में हाल ही में हुए बलात्कार-हत्या की घटना की जांच को पटरी से उतारने की साजिश रचने का आरोप लगाया था। अपने संबोधन के दौरान, ममता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चेतावनी दी कि यदि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) बंगाल में परेशानी पैदा करने की कोशिश करती है, तो इसका असर अन्य राज्यों पर भी पड़ेगा। उन्होंने कहा, ‘अगर आप बंगाल को जलाएंगे, तो असम, उत्तर-पूर्व, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, ओडिशा और दिल्ली भी जलेंगे!’

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