अमेरिका का टैरिफ विवाद अब नया मोड़ ले चुका है और इस बार मेक्सिको ने अपनी सीमा पर सुरक्षा बढ़ाने के लिए गंभीर कदम उठाए हैं। डोनाल्ड ट्रंप द्वारा टैरिफ की धमकी देने के बाद, मेक्सिको ने अमेरिका से लगे अपने उत्तरी बॉर्डर पर भारी सैन्य तैनाती शुरू कर दी है। यह कदम एक ऐसे समय पर उठाया गया है जब अमेरिकी राष्ट्रपति ने अवैध प्रवासियों को रोकने के लिए सीमाई सुरक्षा को सख्त करने का आदेश दिया है।
ट्रंप की धमकी के बाद मेक्सिको ने बढ़ाया सीमा पर सुरक्षा
दरअसल, डोनाल्ड ट्रंप ने मेक्सिको से आने वाली अवैध प्रवासियों की संख्या को लेकर कई बार चिंता जताई थी और इस पर कड़ी कार्रवाई करने की धमकी दी थी। उनके द्वारा लगाए गए टैरिफ शुल्कों के डर से मेक्सिको ने अपने राष्ट्रीय गार्ड को अमेरिका से सटी सीमा पर तैनात करना शुरू कर दिया है। बुधवार को, मेक्सिकन सेना के ट्रक सियुदाद जुआरेज़ और टेक्सास के एल पासो के बीच सीमा पर बढ़ते हुए देखे गए। मेक्सिको की सरकार ने लगभग 10,000 राष्ट्रीय गार्ड को सीमा पर तैनात किया है। यह कदम ट्रंप के द्वारा की गई टैरिफ की धमकी के बाद उठाया गया है, जिसे अमेरिका ने अवैध प्रवासियों के रोकथाम के लिए उठाया था।
सीमा पर सैन्य गतिविधियों में इजाफा
मेक्सिको ने अपनी सीमा की सुरक्षा को मजबूत करने के लिए भारी तादात में सैनिकों को भेजा है। ट्रकों और सैन्य वाहनों के जरिए सैन्य बलों को सीमा पर तैनात किया जा रहा है। ये सैनिक नकाब पहने हुए और हथियारों से लैस होते हैं। सियुदाद जुआरेज़ के बाहरी इलाकों में ये सैनिक सीमा पर सुरक्षा बढ़ाने के लिए गश्त करते हुए दिखाई दिए। इन्हें अस्थायी सीढ़ियाँ और रस्सियाँ लेकर कंटीली झाड़ियों के बीच से गुजरते हुए देखा गया। इसके साथ ही तिजुआना के पास सीमा के अन्य हिस्सों पर भी गश्ती तैनात की गई है। सीमाई सुरक्षा को लेकर मेक्सिको ने यह कदम उठाया है ताकि अवैध प्रवासियों के इस रास्ते से अमेरिका में घुसने पर काबू पाया जा सके।
ट्रंप ने अमेरिका की सीमा पर आपातकाल की घोषणा की
अवैध प्रवासियों को सीमा पर घुसने से रोकने के लिए डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी सीमा पर आपातकाल की घोषणा कर दी थी। इस घोषणा के बाद से ही मेक्सिको ने अपनी सीमा की सुरक्षा बढ़ाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। मेक्सिको का राष्ट्रीय गार्ड अब अमेरिका से सटी अपनी सीमा पर गश्त बढ़ा रहा है। यह घटना उस समय हुई है जब ट्रंप ने घोषणा की थी कि वे मेक्सिको से आने वाले सामानों पर एक महीने तक भारी शुल्क लगाएंगे, जिससे व्यापारिक विवाद बढ़ गया है। इसके बाद मेक्सिको ने यह सुनिश्चित किया कि वह अपने सीमाई इलाके की सुरक्षा को बढ़ाएगा और साथ ही अवैध ड्रग्स की तस्करी, खासकर फेंटेनाइल की तस्करी, पर नकेल कसने के लिए अपनी पुलिस और सैन्य बलों को सीमा पर तैनात करेगा।
फेंटेनाइल की तस्करी पर कड़ी नजर
मेक्सिको का एक बड़ा लक्ष्य फेंटेनाइल की तस्करी पर कड़ी नजर रखना है। फेंटेनाइल, एक खतरनाक नशीला पदार्थ है, जो अमेरिका में ओपिओइड संकट को बढ़ा रहा है। इस नशीली दवाओं की तस्करी को रोकने के लिए मेक्सिको ने अपने राष्ट्रीय गार्ड को भेजने का वादा किया था। अब, वे इस प्रतिबद्धता को निभाने के लिए सीमा पर निगरानी बढ़ा रहे हैं।
अमेरिका का युद्ध स्तर पर निर्वासन अभियान
इस समय अमेरिका, अवैध प्रवासियों के खिलाफ युद्ध स्तर पर कार्रवाई कर रहा है। अमेरिकी सेना और सीमा सुरक्षा बल लगातार प्रवासियों को निर्वासित करने के लिए विमान भेज रहे हैं और उन्हें अपने देशों में वापस भेजने के प्रयास कर रहे हैं।
अमेरिकी दबाव के बाद मेक्सिको ने उठाया ये कदम
मेक्सिको का यह कदम अमेरिकी दबाव के बाद उठाया गया है। हालांकि, यह देखा जाएगा कि क्या मेक्सिको इस सुरक्षा उपाय को बनाए रखेगा और ट्रंप प्रशासन के साथ अपने संबंधों को कैसे सुलझाता है। अभी तक, ट्रंप के इस फैसले से कई सवाल खड़े हो गए हैं, जिसमें यह भी शामिल है कि क्या इन नए कदमों से अवैध प्रवासियों की समस्या हल हो पाएगी या फिर यह एक और तनावपूर्ण स्थिति को जन्म देगा। आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर और भी घोषणाएँ हो सकती हैं, जिससे सीमा पर स्थिति और भी जटिल हो सकती है।
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