MLA Phone Tapping Case: जयपुर। फोन टैपिंग और पेपर लीक मामले में राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर उनके ओएसडी रहे लोकेश शर्मा ने गंभीर आरोप लगाए हैं। लोकेश शर्मा ने दावा किया कि फोन टैपिंग की रिकार्डिंग उन्हें खुद तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दी थी। उन्होंने दो आडियो भी प्रेस कांफ्रेंस में सुनाए, जो उनके अनुसार अशोक गहलोत के हैं।
गहलोत ने दिया था विधायकों की खरीद-फरोख्त का अडियो
लोकेश शर्मा ने दावा किया कि गहलोत सरकार पर संकट के दौरान जो आडियो क्लिप उन्होंने मीडिया में दिए थे वे उन्हे सोशल मीडिया से नहीं बल्कि खुद अशोक गहलोत से मिले थे। 16 जुलाई को गहलोत ने उन्हे एक प्रिंटेड कागज और एक पैनड्राइव देकर कहा था कि इसे मीडिया में सर्कुलेट कर दें। प्रिंटेड कागज में गजेंद्र सिंह शेखावत, भंवरलाल शर्मा और संजय जैन की बातचीत का हवाला था। पैनड्राइव में इसी बातचीत की रिकार्डिंग थी। घर आकर उन्होने पैनड्राइव से यह अडियो क्लिप लैपटॉप में ली और फिर अपने मोबाइल में लेकर मीडिया में दी थी। क्लिप में क्या था वह भी उन्हे न्यूज चैनल पर खबर चलने पर पता चला। लोकेश शर्मा ने आरोप की पुष्टि के लिए आडियो भी प्रेस कांफ्रेंस में सुनाये।
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लोकेश शर्मा ने सुनाई गहलोत की कॉल रिकार्डिंग
लोकेश शर्मा ने अपने मोबाइल से प्रेस कांफ्रेंस में दो आडियो सुनाए। उनके अनुसार इन आडियो में एक में वे (लोकेश शर्मा) अशोक गहलोत से फोन पर बात कर रहे हैं।
पहला आडियो- इस आडियो में मीडिया में आडियो क्लिप सर्कुलेट करने की बात हो रही है। लोकेश दूसरे व्यक्ति को बता रहे हैं कि उन्होंने किसी लैपटॉप से आडियो क्लिप अपने मोबाइल में लेकर मीडिया में भेज दिए। इसके बाद अपने मोबाइल फोन को डिस्ट्राय कर दिया। सामने वाला व्यक्ति लैपटॉप भी डिस्ट्राय करने को कहता है।
लोकेश शर्मा पर गहलोत ने डलवाई एसओजी की रेड!
लोकेश शर्मा ने दावा किया कि गहलोत को शक था कि विधायकों की खरीद फरोख्त से संबंधित आडियो क्लिप को मीडिया में सर्कुलेट करने के बाद उन्होने मोबाइल हैंडसेट नष्ट नहीं किया है, इसलिए एसओजी ने उनके घर रेड डालकर तलाशी ली लेकिन मोबाइल नहीं मिला।
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दूसरा आडियो- रीट पेपर लीक मामले से संबंधित है। इसमें किसी मीटिंग में हो रही बातचीत की रिकार्डिंग है। जिसमें गहलोत कथित रूप से माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अध्यक्ष डीपी जारोली को अपना आदमी बता रहे हैं और कह रहे हैं कि सबकुछ वही है। लोकेश शर्मा के के अनुसार वर्तमान सरकार जांच कराना चाहे तो वे ये आडियो अधिकृत रूप से देने को तैयार हैं।
सचिन पायलट- शेखावत के खिलाफ षड़यंत्र
लोकेश शर्मा के अनुसार सरकार पर संकट के दौर में सचिन पायलट और उनके साथियों के फोन सर्विलांस पर होते थे। शर्मा ने यह भी बताया कि 25 सितंबर को विधायक दल की समानांतर बैठक कर सचिन पायलट का रास्ता रोकने के लिए कांग्रेस आलाकमान पर कैसे दबाव बनाया गया। इसी तरह केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह की छवि खराब करने के लिए सीएम हाउस में मीटिंग होती थी। संजीवनी कोपरेटिव सोसाइटी से जुड़े लोगों को बुलाकर उनके वीडियो रिकार्ड कराए जाते और उन्हे चलवाया जाता था।
आरोप ऐसे समय लगाए गए हैं जब दूसरे दौर का चुनाव प्रचार खत्म हो रहा है। जालोर में 26 अप्रैल को वोटिंग होनी है। अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत यहां से कांग्रेस प्रत्याशी हैं।