एमपॉक्स स्ट्रेन खतरा बनता रहा है। इसक वायरस को लेकर हाल के एक अध्ययन में यह पाया गया है कि कांगो से फैलने वाला एक नया एमपॉक्स स्ट्रेन विशेष रूप से लड़कियों और युवा महिलाओं के लिए खतरनाक हो सकता है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, यह नया वेरिएंट लड़कियों के प्रति अधिक संवेदनशीलता दिखा सकता है, जिससे चिंता बढ़ गई है। पूर्वी कांगो में इस वायरस के कारण सैकड़ों बच्चों की जानें जा चुकी हैं, जिससे स्वास्थ्य अधिकारियों की चिंताएँ बढ़ गई हैं।
154 व्यक्तियों का एमपॉक्स परीक्षण किया गया
यहह अध्ययन यूरोसर्विलांस पत्रिका में प्रकाशित हुआ है, जिसमें बताया गया है कि पूर्वी कांगो के बुरुंडी क्षेत्र में 154 व्यक्तियों का एमपॉक्स परीक्षण किया गया। इस दौरान जो मामले सामने आए, उनकी औसत आयु 9.5 वर्ष थी। संक्रमित लड़कियों की औसत आयु केवल छह वर्ष थी, जबकि लड़कों की औसत आयु 17.5 वर्ष थी। अध्ययन के अनुसार, जब 254 रोगियों का विश्लेषण किया गया, तो अस्पताल में भर्ती होने वाली महिलाओं की औसत आयु 16 वर्ष और पुरुषों की औसत आयु 32 वर्ष पाई गई।
संक्रमण का तरीका
नया स्ट्रेन, जिसे क्लेड आईबी के रूप में जाना जाता है, पहले के वेरिएंट की तुलना में तेजी से फैलता हुआ पाया गया है। यह निकट शारीरिक संपर्क, जैसे कि गले मिलने या यौन गतिविधियों के माध्यम से फैलता है। रिपोर्ट में बताया गया कि अधिकांश संक्रमित व्यक्तियों में सामान्य दाने होते हैं, और 20 प्रतिशत मामलों में जननांगों पर भी दाने पाए गए हैं। आधे लोगों को बुखार और एक तिहाई से अधिक को सूजी हुई लिम्फ ग्रंथियां हो सकती हैं।
जर्मनी में पहला मामला
हाल ही में, जर्मनी में नए एमपॉक्स स्ट्रेन का पहला मामला दर्ज किया गया है। रॉबर्ट कोच इंस्टीट्यूट (आरकेआई) ने पुष्टि की है कि यह संक्रमण विदेश से आया है और इसके लिए निकट संपर्क की आवश्यकता है। आरकेआई ने सामान्य आबादी के लिए जोखिम को कम मानते हुए कहा है कि वे स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं और आवश्यकता पड़ने पर अपने आकलन को अद्यतन करेंगे।
वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने अगस्त में दो साल में दूसरी बार एमपॉक्स को वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया। यह निर्णय कांगो में वायरस के प्रकोप और इसके पड़ोसी देशों में फैलने के कारण लिया गया। WHO के अनुसार, एमपॉक्स एक वायरल बीमारी है जो ऑर्थोपॉक्सवायरस के कारण होती है। इसके दो मुख्य क्लेड हैं: क्लेड I (जिसमें सबक्लेड्स आईए और आईबी शामिल हैं) और क्लेड II (जिसमें सबक्लेड्स आईआईए और आईआईबी शामिल हैं)।
क्या हैं एमपॉक्स के लक्षण
इस बीमारी के सामान्य लक्षणों (Monkeypox virus symptoms) में त्वचा पर लाल चकत्ते, बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, पीठ दर्द, कम ऊर्जा और सूजी हुई लिम्फ नोड्स शामिल हैं। यह बीमारी संक्रमित व्यक्ति, दूषित सामग्री या संक्रमित जानवरों के साथ निकट संपर्क के माध्यम से फैलती है। गर्भावस्था के दौरान, वायरस भ्रूण में या जन्म के दौरान नवजात शिशु में भी जा सकता है।
एमपॉक्स से बचने के उपाय
उपाय | विवरण |
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डॉक्टर से सलाह | यदि संभव हो, तो स्वास्थ्य विशेषज्ञ से परामर्श लें। |
हवादार कमरे | घर पर हवादार स्थानों में रहने का प्रयास करें। |
हाथ धोना | घावों को छूने से पहले और बाद में हाथों को धोएं। |
मास्क और घावों का ढकना | दाने ठीक होने तक मास्क पहनें और घावों को ढकें। |
साझा वस्तुओं से बचें | सार्वजनिक स्थानों में वस्तुओं को छूने से बचें। |
खारे पानी का उपयोग | मुंह में घावों के लिए खारे पानी का गरारा करें। |
स्नान का सहारा | शरीर के घावों के लिए बेकिंग सोडा या गर्म स्नान करें। |
दर्द निवारक दवाएं | दर्द के लिए ओवर-द-काउंटर दवाओं का सेवन करें, जैसे पैरासिटामोल या इबुप्रोफेन। |